16 फरवरी 2016
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पर्यटन-प्रशासन एवं प्रबंधन में यूजीसी-नेट उत्तीर्ण, एम.बी.ए. इन टूरिज्म-मैनेजमेंट(सीएसजेएम-कानपुर विश्वविद्यालय), मास्टर्स इन मास-कम्युनिकेशन(लखनऊ विश्वविद्यालय), दैनिक जागरण-यात्रा विभाग में बतौर लेखक (१ जून २००८ से १७ सितम्बर २०१५ तक ) ७ वर्ष, ३ माह एवं १७ दिन का कार्य-अनुभव, नई दिल्ली के प्रकाशकों द्वारा कुछ पुस्तकों का प्रकाशन जैसे - मैनेजिंग एंड सेल्स प्रमोशन इन टूरिज्म (अंग्रेज़ी), शक्तिपीठ (हिंदी) और फिल्म-पटकथा लेखन पर आधारित मौलिक गीतों युक्त हिंदी में लिखी पुस्तक- “देवी विमला”...एक साधारण भारतीय महिला की असाधारण कहानी, प्रख्यात गीतकार श्री प्रसून जोशी द्वारा एक प्रतियोगिता में चयनित सर्वश्रेष्ठ गीतों में से एक गीत शामिल, जागरण जोश के कवर पेज पर आल-एडिशन फोटो...D
शिखर जी आपकी लेखनी को सलाम !!!
16 फरवरी 2016
धन्य है बुन्देल भूमि, धन्य रानी लक्ष्मी बाई धन्य भागीरथी , मोरोपंत की छबीली थी, छूटा जो सुहाग फिर झाँसी के सुहाग हेतु, फिरंगों के संग होली, लाल रंग खेली थी, सुन्दर,मुन्दर संग बादलों सी उड़ गई,- तेवीस की उम्र में वो तिरंगे सी पहेली थी, सिंहनी सी लड़ी,रूह काँप उठी गोरों की तो, भारती की ऐसी वीर नार वो अकेली थी I शत-शत श्रधांजली......
16 फरवरी 2016