सुबह छः बजे पेट्रोल पंप के पास हाथ गाड़ी में बर्फ़ बेचने वाले के छुरा घोंपा गया…
सात बजे तक उसकी लाश लुक बिछी सड़क पर पड़ी रही और उस पर बर्फ़ पानी बन बन गिरती रही।
सवा सात बजे पुलिस लाश उठा कर ले गई। बर्फ़ और ख़ून वहीं सड़क पर पड़े रहे।
एक टाँगा पास से गुज़रा। बच्चे ने सड़क पर जीते जीते ख़ून के जमे हुए चमकीले लोथड़े की तरफ़ देखा।
उसके मुँह में पानी भर आया। अपनी माँ का बाज़ू खींच कर बच्चे ने उंगली से उसकी तरफ़ इशारा किया,
“देखो मम्मी जैली!