"पंछी अपने पैरों के कारण जाल में फंसते हैं... परंतु मनुष्य अपनी जबान के कारण।" {277} "पवित्र हृदय और हँसता हुआ चेहरा यही जीवन की सच्ची संपत्ति है।" {278}
बात है उन दिनों की जब मैं कालेज में थी। फतेहपुर में BSc फाइनल year मे थी चूँकि मेरा घर यही था इसलिए मैं अपने घर से ही अपने कालेज आना जाना करती थी लेकिन मेरी कुछ सहेलियाँ जो फतेहपुर से बाहर के गांव से
प्यार तो सभी लोग करते हैं, लेकिन सच्चा प्यार मिल पाना बहुत आसान नहीं होता। सच्चे प्यार को दुर्लभ कहा गया है। आजकल लोगों के रिश्ते जितनी जल्दी बनते हैं, उतनी जल्दी टूट भी जाते हैं। अगर किसी रिश्ते क
भेदभाव तो मन का भाव है जो दे जाता हरदम घाव है राजा और प्रजा में भेदभाव अमीर गरीब , शासक शोषित चारों वर्णों में भेदभाव वर्णों में भी जातियों में भेदभाव बेटे बेटी में
सुखि गइलें पोखरा आ जर गइलें टपरी , ए बदरी । कउना बात पे कोहाइ गइलू ए बदरी । देखा पेड़वा झुराई गइलें ए बदरी । बनरा के पेट पीठ एक भइलें घानी । कहा काहें होत बाटे राम मनमानी । गोरुअन के बेटवा क पेटवा ह
जब भी ये मन उदास होता है यादों का साया आसपास होता है तेरे खयालों में डूब जाता है दिल वो पल मेरा बहुत खास होता है खुलते बंद होठों की अनकही लरजते जिस्म की वो कंपकंपी
मेरी किताब नारी तेरी यही कहानी नारी के जीवन पर आधारित है एक स्त्री प्रेम का दर्पण होती है अगर उसे प्रेम सम्मान दो तो आपके कुछ भी कर सकती है आज हम इस सामाजिक जीवन में स्त्री को एक समान मानते है ज
मेरे जीवन मे बहुत सी ऐसी घटना हुई है जहां मुझे चैलेंज किया गया है कि मैं जीत नहीं पाऊँगी या ये जताया गया है कि मुझमे क़ाबिलियत नहीं है और कई बार परिस्थिति बिल्कुल मेरे विरोध में रही है और मैंने भी ह
भागते हुए जीवन के बंदे हैं हम,समय की गति तेज है पीछे है हम।दुनिया भाग रही हर पल के पीछे,उड़ते हुए गगन के परिंदे है हम।।अभिलाषाओं के पीछे दौड रहे हम,शांति की खोज में बैचेन है हम।खोज रहे दुनिया में शांत
आज का प्रश्न: आपके बारे में एक दिलचस्प तथ्य क्या है?अगर कोई आपको महत्व नहीं देता है, तो वे आपको खोने के लायक ही हैं। यह इतना ही आसान है।71 फीसदी ब्रेकअप मूड स्विंग की वजह से होता है।एक वैज्ञानिक
वो कल चला गया बहुत ही ख़ामोशी से चहकता बहुत था पर एक तड़प लिए था वो आपने दिल मैं किसी से बयांकर के क्या पा जाता क्योकि जानता था बस हंसने वाले है या उसका मज़ाक बनाने वाले है बताता क्य
जिंदगी उलझ सी गयी है नए रिश्तो के तराने सुलझाते सुलझाते पुराने रिश्तो को समय की मार सी पड़ी दूर हो गए उलझते उलझते कड़वा दर्द बाकी है दिल के कोने मैं धुन लिए कराहते कराहते
पत्तों पर ओस सी क्षणभंगुर जिंदगी मनमोहक चमक दार आकषर्क जिंदगी ।लाखो रंग समेटे दामन में अपने नित नये रंग मे रंगने को आतुर जिंदगीजीवन के हर पडाव में था कारवाँ साथ में.
शायद मेरी यादों का साया, घेर लेता है ! अक्सर वो मुझे देखकर, मुँह फेर लेता है !! लगता है किसी दर्द का, मारा है आजकल,, वो गाँव के कुत्तों पे पत्थर, फेंक लेता है !! 1 परदे में मेरे घर के, अब हा
🏵️🍁🏵️🍁🏵️🍁🏵️🍁🏵️🍁🏵️🍁🏵️🍁🏵️🍁🏵️🍁🏵️चुभती है राते अब आँखों नमी बनकेजलता है दिन दिल में यादो की आग लिएकितना मजबूर है ज़िन्दगी जो रो भी न पाए एक कतरा ये नाम की मुश्कान अब होठों पर अँगारे
मदद करना हमारी जिम्मेदारी है, शिकायत करना उनकी बीमारी है। रखना है ख्याल सबका हमारी,जिंदगानी है।इसके बिना नही मेरी कोई कहानी है।