shabd-logo

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-13)

29 जुलाई 2023

20 बार देखा गया 20
गतांक से आगे:- 

दोनों ने जिद भी ऐसी कर ली थी ना कि कमला से ना उगलते बनता था ना निगलते ।अगर वो चंचला का सत्य सिया और जिया को बता देती तो उसे रमनी मेमसाब का डर लगता था और नहीं बताती तो उन दोनों की कसम टूटती थी।कमला ने दोनों से वादा लिया कि तुम्हें कसम है जो कभी बड़ी मां के आगे चंचला का जिक्र किया तो।
कमला यादों में खो गई और वो सब कुछ बता दिया जो कभी रमनी ने उसे बताया था और जो जो बात उसके आंखों के सामने घटित हुई थी।उसने वो सब कुछ बताया कि किस तरह चंचला सदियों तक अपने सूरज की राह देखती रही ।और जब तक उसकी आत्मा को शांति ना मिली जब तक वो अपने प्यार को अपने साथ नहीं ले गयी।
सिया भावुक होते हुए बोली,"दाईं मां "क्या यही प्यार होता है"। क्या यही सच्चा प्यार है जो मरकर भी दो जन्म भटकने के बाद भी वो(चंचला) अपने प्यार को नहीं भुली और बार बार जन्म लेकर भी पिता जी के पास ही नियति उन्हें लाती रही।"
सिया और जिया भावुक हो चुकी थी दोनों की आंखों से आंसू बह चले थे सिया के सवाल से कमला भी भावुक हो गईं लेकिन उन्हें समझाते हुए बोली," बेटा जहां तक मुझे लगता है प्यार का नाम पा जाना नहीं बल्कि उसके लिए मर मिटना ही प्यार है।चंचला ने एक बार तो मुक्ति पा कर अपने प्यार के प्यार के लिए उसने सब कुछ त्याग दिया था लेकिन बाद में वो नियति के हाथों मजबूर हो गयी थी।"
वो तीनों चंचला की स्थिति को जान कर दुःखी हो रही थी ।सिया और जिया को ये भी पता था कि उनके पापा की उनकी बड़ी मां से लव मैरिज थी।तभी जिया बोली,"क्यों दीदी क्या बड़ी मां ने सच्चा प्यार नहीं किया पापा से। उनका तो सबसे सच्चा प्यार था जब ही तो पापा के बिछोह में बड़ी मां इतनी कठोर और संगदिल हो गई है।"
कमला ने भी इस बात की हामी भरी कि मेमसाब और साहब जी में बहुत गाढ़ा प्यार था तभी तो मरने के बाद भी साहब जी की आत्मा मेमसाब से मिलने आई थी और अभी तक आ रही है।
तभी बाहर से फिर रमनी चीखी,"लड़कियों तुम्हें एक बात बार बार कहनी पड़ेगी क्या। क्यों खुसर फुसर कर रही हो जाओ और चुपचाप अपनी किताब और कापी बैग में भरो और खाना खाकर सो जाओ।
सारा दिन का ये खींखीं करके हंसना और पटरपटर बातें करना मुझे नहीं पसंद।"
सिया ने मुंह पर अंगुली रखकर सब को चुप रहने का इशारा किया और बोली,"देखा मैं ना कहती थी बड़ी मां पिता जी के बिछोह में बंजर जमीन जैसी हो गई है।उन पर भावनाओं और प्यार भरी बातों का कोई असर नहीं होता है।"
सब अपने अपने कामों में लग गए।कमला भाग कर किचन में गई और खाना बनाने लगी और सिया और जिया को तो जैसे सांप ही सूंघ गया था।वो तो वैसे ही डरी सहमी रहती थी।
ऐसे ही एक दिन कमला ने रमनी का अच्छा मूड़ देखकर कहा,"मेमसाब आप सिया और जिया को इतना दबा कर क्यों रखती हो ?"
तो रमनी ने जो बात कही वो सही भी लगी कमला को और उसका सनकीपन भी लगा वो बोली,"कमला अगर मैं इन्हें दबाकर नहीं रखूंगी तो ये बाहर जाएं गयी , प्यार मोहब्बत के चक्कर में पड़ेगी और फिर वही बातें होगी । मैं नहीं चाहती इनकी गति भी चंचला की तरह हो।"
तब बहुत सालों बाद रमनी के मुंह से चंचला का नाम निकला था।
कमला जानती थी रमनी मेमसाब के जीवन में चंचला की आत्मा ने क्या उथल पुथल मचाई थी। उसे पता था रमनी मेमसाब उसे एक नौकरानी से बहुत ज्यादा कुछ समझती थी।तभी अपने मन की सब बातें उसे बता देती है।
रमनी ने ही कमला को बताया था कि जोगिंदर के मरने के बाद उसे जोगिंदर और चंचला की आत्मा का अहसास होता है ।जब गांव में चाचा जी के लड़कों ने जमीन पर कब्जा करने की सोची थी तो चंचला की आत्मा ने ही उसे सचेत किया था कि " रमनी बहन जाओ और जा कर गांव की जमीन को सम्हालो । रिश्तेदार हड़पना चाहते हैं ।" रमनी तुरंत पुलिस लेकर गांव पहुंची थी और बड़ी मुश्किल से अपनी जमीन छुड़ाई थी उनके चंगुल से।
रमनी को एक आंख भी नहीं भाता था चंचला को बार बार उसके बच्चों को अपने बच्चे कहना। सिया और जिया से घृणा करने का एक कारण ये भी था कि रमनी की उन दोनों के प्रति उदासीनता देखकर चंचला की आत्मा उन दोनों को अपनी बेटियां ही कहकर बुलाती थी।वो जब भी उन्हें  जरूरत से ज्यादा डांटती थी तो उसी रात जोगिंदर और चंचला की आत्मा आकर उसे डांटती थी "तुम क्यों सारा दिन मेरी बेटियों के पीछे पड़ी रहती हो " ये प्यार भरा उलहाना भी रमनी को अंदर तक नश्तर की तरह चुभता था।
पर चंचला की आत्मा ने जो वचन जोगिंदर की मृत्यु के बाद दिया था वो मन से निभा रही थी।
बहुत से ऐसे मौकों पर चंचला की आत्मा ने रमनी को आने वाली विपत्तियों से बचाया था ।एक बार जिया घर की छत पर चली गई थी अकेली जब वो तीन साल की ही होगी रमनी ने उसे किसी बात पर बहुत बुरी तरीके से डांट दिया था ।वह बेचारी डर के मारे छत पर भाग गयी और जाकर पानी के टैंक में छुपने के चक्कर में पानी के टैंक में गिर गई।बस उसकी सांसें थमने ही वाली थी कि तभी रमनी को लगा जैसे चंचला की आत्मा ने बड़े ही गुस्से से उसके कमरे में प्रवेश किया और जैसे रमनी को झकझोर दिया उसका बेड अपने आप हवा में लहराने लगा और वह चीखकर बोली,"तुम यहां बेखबर सो रही हो बेचारी जिया को डांटकर और वो उपर छत पर पानी में डूब रही है।"
रमनी ने इतना सुनते ही चीखते हुए नौकरों को आवाज दी और स्वयं नंगे पैर छत की तरफ दौड़ी और बड़ी मुश्किल से जिया को पानी से बाहर निकाला वह बेहोश थी और डर का आलम ये था कि वह बेहोशी में भी यही कह रही थी "बड़ी मां मुझे मत मारना।"
उस रात पूरी रात चंचला की आत्मा रमनी को परेशान करती रही ।रमनी देख रही थी जोगिंदर हमेशा उसके साथ होते थे पर वो बोलते कुछ भी नहीं थे।वो शायद मौन रहकर ही अपना वचन निभा रहे थे।
(क्रमशः)

30
रचनाएँ
क्या यही प्यार है?--2
5.0
जोगिंदर,रमनी और चंचला के प्यार को जानने के लिए आपको "क्या यही प्यार है" का सीजन :-1 पढ़ना होगा।अब हम आप को प्यार के एक अलग स्वरुप से अवगत कराएंगे।आईए आप और हम साथ साथ महसूस करें सिया और जिया के प्यार को।कितनी शिद्दत से उन्होंने प्यार किया अपने अपने महबूब से । क्या वो सफल हो पाई अपने अपने प्यार को पाने में? आइए जानें।
1

क्या यही प्यार है -2 (भाग:-1)

19 जुलाई 2023
17
8
5

समय का पहिया घुमता रहा ।रमनी और जोगिंदर अपनी गृहस्थी मे रम गये । जोगिंदर शहर चला गया पढ़ने । वहां से अपनी पढ़ाई पूरी करके सरकारी नौकरी पर लग गया था ।रमनी जोगिंदर की पढ़ाई के दौरान गांव मे ही रही। दो ब

2

क्या यही प्यार है?:-2(भाग:-2)

20 जुलाई 2023
8
6
1

गतांक से आगे:-जोगिंदर की सांसें बहुत तेजी से चल रही थी ।उसने सपने मे देखा ।जैसे रमनी अपनी मां के यहां से वापस हवेली की ओर आ रही थी । रास्ते मे एक दम से रमनी जोर जोर से चिल्लाने लगी । जोगिंदर ने जब उसक

3

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-3)

22 जुलाई 2023
9
8
0

गतांक से आगे:-रमनी शहर जा रही थी अपनी गृहस्थी बसाने ।गांव से नाता टूटता जा रहा था ।वह जैसे ही गाड़ी की अगली सीट पर बैठी तभी अचानक से एक काली बिल्ली हवेली के दरवाजे से निकल कर उनके सामान वाली गाड़ी मे

4

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-4)

22 जुलाई 2023
11
9
0

गतांक से आगे:-जोगिंदर ने देखा गैस पर जो खीर का पतीला रखा था वह औंधें मुंह पड़ा था सारी गैस खीर से लबालब हो गयी थी और वही काली बिल्ली..…. हां हां वही काली बिल्ली जो सामान के साथ गांव से शहर उनके साथ आय

5

क्या यही प्यार है -2(भाग:-5)

25 जुलाई 2023
9
8
0

गतांक से आगे:-जोगिंदर ने रमनी को झिंझोड़ कर पूछा," कौन आ गयी और किसी ले जाएगी?"पर रमनी तो जैसे शून्य में निहार रही थी जैसे उसका सामना साक्षात मौत से हो गया हो और अचानक से फिर चीखते हुए बेहोश हो गयी।जो

6

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-6)

25 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगे:-कहते हैं इंसान जो बात सोचता सोचता सोता है अक्सर वही स्वप्न में आ जाता है। जोगिंदर चंचला के विषय में सोच रहा था और सो गया तो उसे एक स्वप्न दिखाई दिया जैसे चंचला पूरा श्रृंगार करके ड्

7

क्या यही प्यार है -2(भाग:-7)

26 जुलाई 2023
9
7
0

गतांक से आगे:-रमनी ने हाथ में लगे टांकों को देखा और घबराकर पूछा,"ये क्या हो गया हाथ पर?"जोगिंदर ने माहौल को सहज करते हुए कहा,"अरे कुछ नहीं रमनी तुम्हें तो पता है आजकल लोग स्कूटर वगैरह कैसे चलाते

8

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-8)

27 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-कमला के इस प्रकार चेताने से रमनी ने आंखें खोली और बोली,"अरे …तुम्हारे साहब आये थे ना अभी ।बता मैं इतने दर्द में हूं और ये मुझे छोड़कर जाने की बात कर रहें हैं।"कमला अचरज से रमनी को देखते

9

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-9)

27 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-रमनी पागलों की तरह अपनी मां का चेहरा देखने लगी और झल्ला कर बोली,"क्या मां तुम भी ऐसे ही बोलती रहती हो माना जब बच्चे हुए तब इनको काम के सिलसिले में जाना पड़ गया पर इसका मतलब ये तो नहीं कि

10

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-10)

28 जुलाई 2023
9
7
0

गतांक से आगे:-रमनी को ऐसे लग रहा था जैसे उसकी सारी थकान उतर गयी हो । स्पर्श जाना पहचाना सा लगा।वह अर्ध निंद्रा में थी उसे साफ साफ महसूस हो रहा था वह जोगिंदर ही था ।उसने देखा जोगिंदर उसके सिरहाने खड़ा

11

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-11)

28 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगेआज जोगिंदर को चौदह साल हो गये रमनी को छोड़कर गये हुए ।रमनी ने एक मर्द की तरह अपनी सारी जिम्मेदारी निभाईदोनों जुड़वां बेटियों सिया और जिया और दोनों बेटे विक्की और गौतम के लिए अप

12

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-12)

28 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगे:-रमनी एकदम से हड़बड़ा कर उठ बैठी और अपने आप को चेताया तो उसने पाया वहां कोई भी नहीं था।नौकर ने एक बार फिर से दरवाजा खटखटाया,"बड़ी मां कोई आया है वो आप से मिलना चाहता है।"रमनी अनमने ढंग से

13

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-13)

29 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:- दोनों ने जिद भी ऐसी कर ली थी ना कि कमला से ना उगलते बनता था ना निगलते ।अगर वो चंचला का सत्य सिया और जिया को बता देती तो उसे रमनी मेमसाब का डर लगता था और नहीं बताती तो उन दोनों की क

14

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-14)

29 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगेजोगिंदर को चंचला की आत्मा अपने साथ ले तो गई पर वो मन से कभी चंचला का नहीं हो पाया था।उसे सूरज सेन वाले जन्म की कोई बात याद नहीं थी।पर कहते हैं जब कोई आत्मा किसी पर मोहित हो जाती है तो वो उ

15

क्या यही प्यार है -2(भाग:-15)

29 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:-सारा रास्ता सिया का सोच में ही कट गया कि ये नसीब है वो इस कोचिंग संस्थान में आखिर पढ़ कैसे पा रहा है । यहां की फीस जुटाना कोई आसान काम नहीं है।घर आ गया तो रमनी दरवाजे पर ही खड़ी थी दोनों

16

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-16)

30 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-पहले तो सिया को लगा ये उसका वहम है ।वह बार बार आंख मसलने लगी लेकिन वो परछाईं लगातार उनके पलंग के चक्कर काटते हुए उसके बिल्कुल पास आ रही थी।सिया जैसे अर्ध निद्रा में थी।उसने देखा एक बहुत

17

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-17)

30 जुलाई 2023
8
8
0

गतांक से आगे:-सिया की सुबह थोड़ी देर से आंख खुली थी।जब वह जगी तो जिया उसे झिंझोड़ रही थी "क्या बात है सिया दीदी आज उठना नहीं है क्या? घोड़े बेचकर सो रही हो नहीं तो इस वक्त तक तो तुम पूजा करके भी

18

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-18)

30 जुलाई 2023
6
5
0

गतांक से आगेनसीब की बेचैनी बढ़ती जा रही थी कि आखिर ये क्या बला है ।अभी इसने फोन पर उस आदमी का हुलिया बताया और दस मिनट में वो आदमी ढ़ेर हो गया।" मियां आप कौन हैं?" नसीब ने झिझकते हुए पूछा।वह आदमी थोड़ा

19

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-19)

30 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-आज नसीब पूरे मूड में था ।सुबह से ही तैयार हो रहा था इंस्टीट्यूट जाने के लिए ।कमल देख रहा था नसीब ने बड़े करीने से दाढ़ी तराशी थी ।और आज जो पेंट शर्ट पहनी थी वो गजब ढा रही थी उस पर । इत्र

20

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-20)

30 जुलाई 2023
7
7
0

गतांक से आगे:-मिस्टर अशोक बजाज टैक्सटाइल बिजनेस में जाना माना नाम था पर आजकल कुछ डरे डरे से रहते थे।"जोगिंदर एंटरप्राइजेज" बहुत तेजी से टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में उभर कर आ रहा था जिसके कारण उनकी साख धीर

21

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-21)

31 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:-सिया ने एक बहादुर योद्धा की तरह बेड पर खड़े हो कर कहा," देखा जाएगा कमला मां ।जब प्यार कर ही लिया है तो डरना किस बात का । क्या पापा ने प्यार नहीं किया था मां से फिर हम इस अनमोल अहसास से द

22

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-22)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-तभी सिया को चीखते देखकर जिया का ध्यान भी उधर गया तो कमरे की खिड़की पर राजू ड्राइवर को खड़े पाया ।आज वो जल्दबाजी में किताबें गाड़ी में ही भूल आई थी।जिसे देने के लिए राजू उनके क्लास में पह

23

क्या यही प्यार है -2(भाग:-23)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:- जिया की सारी रात आंखों ही आंखों में कट गई।सुबह जब नौकरों ने देखा ऊपर सीढ़ियों के दरवाजे की सिटकनी टूटी हुई है तो उनका माथा ठनका । उन्होंने सारा घर छान मारा कि कहीं चोरी तो नहीं हो

24

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-24)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-मिस्टर बजाज बहुत शातिर खिलाड़ी थे उन्होंने कमल को बैठने का इशारा करके स्वयं खड़े हो गये रमनी का स्वागत करने के लिए ।"अरे…रे आप और यहां ? सब ठीक तो है ।और सुनाइए मिल में काम कैसा चल रहा ह

25

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-25)

31 जुलाई 2023
6
5
0

गतांक से आगे:- रमनी सहसा चौंकी ,"इतने दिनों बाद "चंचला " अब इसे क्या ले जाना है मुझे से छीन कर ।पहले पति ले गयी, फिर मेरे बच्चों को अपना कहने लगी।उनकी हर बात में टांग अड़ाते थी कि तुम बेटियों को

26

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-26)ं

1 अगस्त 2023
5
3
0

गतांक से आगे:-रमनी तो जैसे पत्थर की मूरत हो गई थी सिया की मौत के बाद ।बार बार अपने मन को धिक्कारती कि ये क्या कर दिया तूने रमनी ? क्या तेरा वहम और अहम् इतना बड़ा हो गया था कि तूने अपनी ही बच्ची को मार

27

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-27)

1 अगस्त 2023
7
5
0

गतांक से आगे:-जो बात चंचला कहकर गई थी वो बात काफी समय से रमनी को भी खटक रही थी कि आखिर अशोक बजाज जैसे इंसान का बेटा जो करोड़ पति है उसके लिए तो बहुत से बड़े बड़े खानदान और पैसे वालों के रिश्ते आ सकते

28

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-28)

1 अगस्त 2023
4
4
0

गतांक से आगे:-रमनी आज सुबह सवेरे ही उठ गयी थी । दरअसल विक्की और गौतम की सगाई एक ही परिवार में दो बहनों के साथ हुई थी ।वो जिया की शादी में तो नहीं आ पाये थे लेकिन बाद में आ रहे थे ।दूसरा आज जिया भी पगफ

29

क्या यही प्यार है -2(भाग:-29)

1 अगस्त 2023
4
4
0

ंगतांक से आगे:-इधर रमनी का पलंग जोर जोर से उछलने लगा ।रमनी समझ गई कि चंचला दीदी है वो कुछ कहना चाहती है ।तभी उसे ऐसे लगा जैसे चंचला उससे कह रही हो "जा रमनी जा ,बचा ले जिया को वो मरने जा रही है ।वो बहु

30

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-30)

1 अगस्त 2023
7
5
0

गतांक से आगे:-चंचला खुश थी क्योंकि सदियों बाद उसे मुक्ति मिल रही थी । आखिरकार प्रेत योनि में वह सदियों भटकी थी ।उसने अपनी भक्ति से भगवान को प्रसन्न किया और उनसे मुक्ति मांगी। अपनी और अपने सूरजसेन (जोग

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए