shabd-logo

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-16)

30 जुलाई 2023

21 बार देखा गया 21
गतांक से आगे:-

पहले तो सिया को लगा ये उसका वहम है ।वह बार बार आंख मसलने लगी लेकिन वो परछाईं लगातार उनके पलंग के चक्कर काटते हुए उसके बिल्कुल पास आ रही थी।सिया जैसे अर्ध निद्रा में थी।
उसने देखा एक बहुत ही खूबसूरत औरत जिसने लाल रंग का दुल्हन का जोड़ा पहन रखा है और उसके कपड़े बड़े ही विचित्र ढंग के थे ।ऐसे कपड़े सिया ने पुरानी कामिक्स बुक में रानियों को पहने देखा था।वो औरत लगातार उसके समीप आती जा रही थी।अब वह उसे बड़े साफ साफ देख पा रही थी ।उसने पलंग के चक्कर लगाने बंद कर दिए।सिया एक बार तो घबराई कि ये क्या बला है वह उस औरत को जानती भी नहीं है और वो उनके कमरे में कैसे आई।वह अपना हाथ उठाना चाहती थी जिया को जगाने के लिए लेकिन उसका हाथ हिल भी नहीं पा रहा था।सिया की डर के मारे घिग्घी बंध गई।उसने देखा उस औरत की आंखों में उसे देखकर ममता की बाढ़ सी आ गई थी वह धीरे से उसके कान के पास आकर बोली ,"सिया बेटी कैसी हो। तुम को भगवान ने चुना है एक अनमोल तोहफ़े के लिए…..

हां …हां मैं प्यार की ही बात कर रही हूं  तुम जिस राह पर निकलने वाली हो वो जन्नत है ।तुम प्यार करके एक तरह से खुदा की इबादत कर रही हो मेरी बेटी।"

सिया जैसे  घुटी जा रही थी लेकिन जैसे ही उस ममतामई ने सिया के सिर पर हाथ फेरा सिया एकदम से बोली पड़ी,"आप कौन हैं?"
वो परछाईं होले से मुस्कुराई और बोली ," मां……
सिया प्रश्न सूचक निगाहों से उस परछाईं को देखने लगी और मन ही मन बुदबुदाई," मां …और आप ? मां तो रमनी मां……"
वो परछाईं अब सिया के बिल्कुल सिहराने बैठ कर उसका सिर सहला रही थी वह फिर मुस्कुराई," हां .. बिटिया  मैं मां ही हूं तुम्हारी। तुम्हारा कसूर नहीं है पहले कभी देखा भी नहीं तुमने मुझे और रमनी परिचय करवाये गी नहीं हमारा। मैं चंचला मां हूं तुम सब की ।"
चंचला का नाम सुनते ही सिया का दिल जोर जोर से धड़कने लगा ।मतलब वो एक आत्मा से बातें कर रही थी।
" आप…… आप के विषय में कमला दाई मां से सुना है । आप तो पिताजी को अपने साथ ……?"
सिया सिसकने लगी थी।
" हां हां बिटिया मैं ही तुम्हारे पिता को अपने साथ ले गयी थी। मैं प्यार के हाथों मजबूर हो गयी थी बहुत कोशिश की अपने आप को मिटा डालने की पर शायद नियति को यही मंजूर था।कुछ मैं भी स्वार्थ में अंधी हो गयी थी । सदियों का इंतजार करने के बाद जब अपने प्यार को सामने पाया तो दिल किया दौड़कर उनमें समा जाऊं पर हम दोनों में सदियों का फासला हो गया था। तुम्हारे पिता रमनी को चाहने लगे थे विवाह भी हो गया था । मैंने भी अपनी किस्मत समझ कर मुक्ति पा ली थी ।पर हाय री किस्मत दूसरे और तीसरे जन्म में भी तुम्हारे पिता के आस-पास ही मेरा अस्तित्व रहा।अपने पिछले जन्म को ना भुलने के कारण मैं तुम्हारे पिता की और खिंचती चली गई और मुझे तब यही अहसास हुआ कि मेरी मुक्ति इन को(जोगिंदर) पा लेने से ही होगी।
  पर मेरी बिटिया प्यार केवल पा लेना ही नहीं होता । मैंने तुम्हारे पिता की आत्मा को पा तो लिया पर वो अभी भी रमनी के ही हैं।"
चंचला की आत्मा अश्रुपूरित नेत्रों से बोली।
अब सिया को चंचला से डर नहीं लग रहा था वह उससे बड़े आराम से वार्तालाप कर रही थी।सिया के मन में बहुत सी बातें थीं जो उसे चंचला से पूछनी थी ।वह बातें कर रही रही थी कि बाहर से रमनी की कड़क आवाज ने सिया का ध्यान भंग कर दिया।
"क्यों री लड़कियों तुम रात को दो बजे भी खुसर फुसर कर रही हो। शर्म करो सो जाओ अब  ,नहीं तो कोचिंग से नाम कटवा दूंगी।"
शायद रमनी पानी पीने के लिए ही उठी थी । रसोई घर सिया और जिया के कमरे से आगे था निसंदेह वो दरवाजे के आगे से गुजरी होगी तो उसे सिया के फुसफुसाने की आवाज सुनी तभी वह बाहर से चिल्लाई थी।
सिया को तो मानों बेहोशी से होश आया था वह अंदर से ही डरते हुए बोली,"बड़ी मां जिया तो सो रही है वो…वो मैं सपने में डर गई थी इसलिए बुदबुदा रही थी।"
शायद रमनी ने सिया की बात सुनी ही नहीं थी।
समय के थपेड़ो ने एक कोमल हृदय वाली लड़की को पत्थर दिल औरत में बदल दिया था।
वैसे भी रमनी को शादी के बाद से जब से  चंचला के विषय मे पता चला था उसे हमेशा लगता था वो उधार का सिंदूर माथे पर लगाएं घुम रही है।
दिलोजान से चाहती थी जोगिंदर को ,उसे याद आती थी वो बातें जब जोगिंदर दसवीं के बाद शहर पढ़ने जा रहा था तब ही तो उसे पता चला था कि जोगिंदर ही उसका सब कुछ है उसके जिस्म में जो नन्हा सा दिल है वो उसी के लिए धड़कता है ।बिछोह से ही तो उसे पता चला था कि अब उसका दिल उसका नहीं रहा जोगिंदर का हो गया है।
जोगिंदर ने भी जी जान एक कर दी अपनी रमनी को पाने के लिए। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था चंचला नाम का तूफान रमनी की गृहस्थी को उजाड़ कर चला गया और वो देखती ही रह गई तभी से रमनी ऐसी हो गई थी ना मुंह पर मुस्कुराहट,ना वो मस्त अल्हड़ पन,बस हर वक्त गुस्सा ही गुस्सा रहता था उसके दिमाग में।
सिया ने रमनी की बात का जब उत्तर दिया तो उसका मुंह दरवाजे की तरफ था बाद में जब उसने मुड़ कर देखा तो चंचला गायब थी ।सिया के सारे प्रश्न मन की मन में यह गये ।वो अपनी चंचला मां को अच्छे से जानना चाहती थी।उसे कमला दाई मां से ये तो पता चल गया था कि चंचला मां हमेशा इस घर में कोई भी परेशानी आ जाए मदद के लिए तैयार रहती है । बहुत बार बड़ी मां को भी नुकसान होने से बचाया था।
उसे अभी हाल ही की बात याद आ रही थी एक दिन रमनी अपनी कम्पनी में बड़े हाल में खड़ी थी शायद कोई बड़ी मशीन नीचे के माले से ऊपर क्रेन द्वारा पहुंचाई जा रही थी रमनी बता रही थी नीचे से कि कहां रखवानी है मशीन ।तभी क्रेन का बेलेंस बिगड़ गया और क्रेन के पंजे से मशीन छूट गई रमनी बिल्कुल मशीन के नीचे खड़ी थी ।पता नही कैसे रमनी को ऐसे लगा जैसे किसी ने उसकी बाजू पकड़ कर एक तरफ़ खींच लिया और वो मशीन गिरने के स्थान से दूर जा गिरी।अगर क्षण भर की भी देरी हो जाती तो रमनी इस दुनिया में ना होती।कमला ने ही आकर सिया और जिया को ये बात बताई थी जिससे उनको पक्का विश्वास हो गया था कि चंचला मां ही हमें सब परेशानियों से बचाती है।
आज तो उसकी चंचला मां प्यार की राह पर चलने को बोल गयी थी तो सिया भविष्य के सपने बुनते हुए सपनों की दुनिया में खो गई।
(क्रमशः)

30
रचनाएँ
क्या यही प्यार है?--2
5.0
जोगिंदर,रमनी और चंचला के प्यार को जानने के लिए आपको "क्या यही प्यार है" का सीजन :-1 पढ़ना होगा।अब हम आप को प्यार के एक अलग स्वरुप से अवगत कराएंगे।आईए आप और हम साथ साथ महसूस करें सिया और जिया के प्यार को।कितनी शिद्दत से उन्होंने प्यार किया अपने अपने महबूब से । क्या वो सफल हो पाई अपने अपने प्यार को पाने में? आइए जानें।
1

क्या यही प्यार है -2 (भाग:-1)

19 जुलाई 2023
19
8
5

समय का पहिया घुमता रहा ।रमनी और जोगिंदर अपनी गृहस्थी मे रम गये । जोगिंदर शहर चला गया पढ़ने । वहां से अपनी पढ़ाई पूरी करके सरकारी नौकरी पर लग गया था ।रमनी जोगिंदर की पढ़ाई के दौरान गांव मे ही रही। दो ब

2

क्या यही प्यार है?:-2(भाग:-2)

20 जुलाई 2023
8
6
1

गतांक से आगे:-जोगिंदर की सांसें बहुत तेजी से चल रही थी ।उसने सपने मे देखा ।जैसे रमनी अपनी मां के यहां से वापस हवेली की ओर आ रही थी । रास्ते मे एक दम से रमनी जोर जोर से चिल्लाने लगी । जोगिंदर ने जब उसक

3

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-3)

22 जुलाई 2023
9
8
0

गतांक से आगे:-रमनी शहर जा रही थी अपनी गृहस्थी बसाने ।गांव से नाता टूटता जा रहा था ।वह जैसे ही गाड़ी की अगली सीट पर बैठी तभी अचानक से एक काली बिल्ली हवेली के दरवाजे से निकल कर उनके सामान वाली गाड़ी मे

4

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-4)

22 जुलाई 2023
11
9
0

गतांक से आगे:-जोगिंदर ने देखा गैस पर जो खीर का पतीला रखा था वह औंधें मुंह पड़ा था सारी गैस खीर से लबालब हो गयी थी और वही काली बिल्ली..…. हां हां वही काली बिल्ली जो सामान के साथ गांव से शहर उनके साथ आय

5

क्या यही प्यार है -2(भाग:-5)

25 जुलाई 2023
9
8
0

गतांक से आगे:-जोगिंदर ने रमनी को झिंझोड़ कर पूछा," कौन आ गयी और किसी ले जाएगी?"पर रमनी तो जैसे शून्य में निहार रही थी जैसे उसका सामना साक्षात मौत से हो गया हो और अचानक से फिर चीखते हुए बेहोश हो गयी।जो

6

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-6)

25 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगे:-कहते हैं इंसान जो बात सोचता सोचता सोता है अक्सर वही स्वप्न में आ जाता है। जोगिंदर चंचला के विषय में सोच रहा था और सो गया तो उसे एक स्वप्न दिखाई दिया जैसे चंचला पूरा श्रृंगार करके ड्

7

क्या यही प्यार है -2(भाग:-7)

26 जुलाई 2023
9
7
0

गतांक से आगे:-रमनी ने हाथ में लगे टांकों को देखा और घबराकर पूछा,"ये क्या हो गया हाथ पर?"जोगिंदर ने माहौल को सहज करते हुए कहा,"अरे कुछ नहीं रमनी तुम्हें तो पता है आजकल लोग स्कूटर वगैरह कैसे चलाते

8

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-8)

27 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-कमला के इस प्रकार चेताने से रमनी ने आंखें खोली और बोली,"अरे …तुम्हारे साहब आये थे ना अभी ।बता मैं इतने दर्द में हूं और ये मुझे छोड़कर जाने की बात कर रहें हैं।"कमला अचरज से रमनी को देखते

9

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-9)

27 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-रमनी पागलों की तरह अपनी मां का चेहरा देखने लगी और झल्ला कर बोली,"क्या मां तुम भी ऐसे ही बोलती रहती हो माना जब बच्चे हुए तब इनको काम के सिलसिले में जाना पड़ गया पर इसका मतलब ये तो नहीं कि

10

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-10)

28 जुलाई 2023
9
7
0

गतांक से आगे:-रमनी को ऐसे लग रहा था जैसे उसकी सारी थकान उतर गयी हो । स्पर्श जाना पहचाना सा लगा।वह अर्ध निंद्रा में थी उसे साफ साफ महसूस हो रहा था वह जोगिंदर ही था ।उसने देखा जोगिंदर उसके सिरहाने खड़ा

11

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-11)

28 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगेआज जोगिंदर को चौदह साल हो गये रमनी को छोड़कर गये हुए ।रमनी ने एक मर्द की तरह अपनी सारी जिम्मेदारी निभाईदोनों जुड़वां बेटियों सिया और जिया और दोनों बेटे विक्की और गौतम के लिए अप

12

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-12)

28 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगे:-रमनी एकदम से हड़बड़ा कर उठ बैठी और अपने आप को चेताया तो उसने पाया वहां कोई भी नहीं था।नौकर ने एक बार फिर से दरवाजा खटखटाया,"बड़ी मां कोई आया है वो आप से मिलना चाहता है।"रमनी अनमने ढंग से

13

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-13)

29 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:- दोनों ने जिद भी ऐसी कर ली थी ना कि कमला से ना उगलते बनता था ना निगलते ।अगर वो चंचला का सत्य सिया और जिया को बता देती तो उसे रमनी मेमसाब का डर लगता था और नहीं बताती तो उन दोनों की क

14

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-14)

29 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगेजोगिंदर को चंचला की आत्मा अपने साथ ले तो गई पर वो मन से कभी चंचला का नहीं हो पाया था।उसे सूरज सेन वाले जन्म की कोई बात याद नहीं थी।पर कहते हैं जब कोई आत्मा किसी पर मोहित हो जाती है तो वो उ

15

क्या यही प्यार है -2(भाग:-15)

29 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:-सारा रास्ता सिया का सोच में ही कट गया कि ये नसीब है वो इस कोचिंग संस्थान में आखिर पढ़ कैसे पा रहा है । यहां की फीस जुटाना कोई आसान काम नहीं है।घर आ गया तो रमनी दरवाजे पर ही खड़ी थी दोनों

16

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-16)

30 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-पहले तो सिया को लगा ये उसका वहम है ।वह बार बार आंख मसलने लगी लेकिन वो परछाईं लगातार उनके पलंग के चक्कर काटते हुए उसके बिल्कुल पास आ रही थी।सिया जैसे अर्ध निद्रा में थी।उसने देखा एक बहुत

17

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-17)

30 जुलाई 2023
8
8
0

गतांक से आगे:-सिया की सुबह थोड़ी देर से आंख खुली थी।जब वह जगी तो जिया उसे झिंझोड़ रही थी "क्या बात है सिया दीदी आज उठना नहीं है क्या? घोड़े बेचकर सो रही हो नहीं तो इस वक्त तक तो तुम पूजा करके भी

18

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-18)

30 जुलाई 2023
6
5
0

गतांक से आगेनसीब की बेचैनी बढ़ती जा रही थी कि आखिर ये क्या बला है ।अभी इसने फोन पर उस आदमी का हुलिया बताया और दस मिनट में वो आदमी ढ़ेर हो गया।" मियां आप कौन हैं?" नसीब ने झिझकते हुए पूछा।वह आदमी थोड़ा

19

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-19)

30 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-आज नसीब पूरे मूड में था ।सुबह से ही तैयार हो रहा था इंस्टीट्यूट जाने के लिए ।कमल देख रहा था नसीब ने बड़े करीने से दाढ़ी तराशी थी ।और आज जो पेंट शर्ट पहनी थी वो गजब ढा रही थी उस पर । इत्र

20

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-20)

30 जुलाई 2023
7
7
0

गतांक से आगे:-मिस्टर अशोक बजाज टैक्सटाइल बिजनेस में जाना माना नाम था पर आजकल कुछ डरे डरे से रहते थे।"जोगिंदर एंटरप्राइजेज" बहुत तेजी से टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में उभर कर आ रहा था जिसके कारण उनकी साख धीर

21

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-21)

31 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:-सिया ने एक बहादुर योद्धा की तरह बेड पर खड़े हो कर कहा," देखा जाएगा कमला मां ।जब प्यार कर ही लिया है तो डरना किस बात का । क्या पापा ने प्यार नहीं किया था मां से फिर हम इस अनमोल अहसास से द

22

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-22)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-तभी सिया को चीखते देखकर जिया का ध्यान भी उधर गया तो कमरे की खिड़की पर राजू ड्राइवर को खड़े पाया ।आज वो जल्दबाजी में किताबें गाड़ी में ही भूल आई थी।जिसे देने के लिए राजू उनके क्लास में पह

23

क्या यही प्यार है -2(भाग:-23)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:- जिया की सारी रात आंखों ही आंखों में कट गई।सुबह जब नौकरों ने देखा ऊपर सीढ़ियों के दरवाजे की सिटकनी टूटी हुई है तो उनका माथा ठनका । उन्होंने सारा घर छान मारा कि कहीं चोरी तो नहीं हो

24

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-24)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-मिस्टर बजाज बहुत शातिर खिलाड़ी थे उन्होंने कमल को बैठने का इशारा करके स्वयं खड़े हो गये रमनी का स्वागत करने के लिए ।"अरे…रे आप और यहां ? सब ठीक तो है ।और सुनाइए मिल में काम कैसा चल रहा ह

25

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-25)

31 जुलाई 2023
6
5
0

गतांक से आगे:- रमनी सहसा चौंकी ,"इतने दिनों बाद "चंचला " अब इसे क्या ले जाना है मुझे से छीन कर ।पहले पति ले गयी, फिर मेरे बच्चों को अपना कहने लगी।उनकी हर बात में टांग अड़ाते थी कि तुम बेटियों को

26

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-26)ं

1 अगस्त 2023
5
3
0

गतांक से आगे:-रमनी तो जैसे पत्थर की मूरत हो गई थी सिया की मौत के बाद ।बार बार अपने मन को धिक्कारती कि ये क्या कर दिया तूने रमनी ? क्या तेरा वहम और अहम् इतना बड़ा हो गया था कि तूने अपनी ही बच्ची को मार

27

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-27)

1 अगस्त 2023
7
5
0

गतांक से आगे:-जो बात चंचला कहकर गई थी वो बात काफी समय से रमनी को भी खटक रही थी कि आखिर अशोक बजाज जैसे इंसान का बेटा जो करोड़ पति है उसके लिए तो बहुत से बड़े बड़े खानदान और पैसे वालों के रिश्ते आ सकते

28

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-28)

1 अगस्त 2023
4
4
0

गतांक से आगे:-रमनी आज सुबह सवेरे ही उठ गयी थी । दरअसल विक्की और गौतम की सगाई एक ही परिवार में दो बहनों के साथ हुई थी ।वो जिया की शादी में तो नहीं आ पाये थे लेकिन बाद में आ रहे थे ।दूसरा आज जिया भी पगफ

29

क्या यही प्यार है -2(भाग:-29)

1 अगस्त 2023
4
4
0

ंगतांक से आगे:-इधर रमनी का पलंग जोर जोर से उछलने लगा ।रमनी समझ गई कि चंचला दीदी है वो कुछ कहना चाहती है ।तभी उसे ऐसे लगा जैसे चंचला उससे कह रही हो "जा रमनी जा ,बचा ले जिया को वो मरने जा रही है ।वो बहु

30

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-30)

1 अगस्त 2023
7
5
0

गतांक से आगे:-चंचला खुश थी क्योंकि सदियों बाद उसे मुक्ति मिल रही थी । आखिरकार प्रेत योनि में वह सदियों भटकी थी ।उसने अपनी भक्ति से भगवान को प्रसन्न किया और उनसे मुक्ति मांगी। अपनी और अपने सूरजसेन (जोग

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए