shabd-logo

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-18)

30 जुलाई 2023

15 बार देखा गया 15
गतांक से आगे

नसीब की बेचैनी बढ़ती जा रही थी कि आखिर ये क्या बला है ।अभी इसने फोन पर उस आदमी का हुलिया बताया और दस मिनट में वो आदमी ढ़ेर हो गया।
" मियां आप कौन हैं?" नसीब ने झिझकते हुए पूछा।
वह आदमी थोड़ा रोष में आकर बोला,"अरे बेटा मेरे बारे में जानकर क्या करोगे, वैसे मुझे  अब्दुल कहते हैं।बस मुझे यही पर दुख आ जाता है जब कोई हमारी कौम को गाली देता है ,हमारा हक रखता है और तुम जैसे नौजवान चुप लगा जाते हो।इनको यही भाषा समझ आती है।ओर ज्यादा जानना हो तो कल्याण झुग्गी में हमारा डेरा है वहां आ जाना । तुम्हें कौम के लिए लड़ना सीखा देंगे।"
यह कह कर वो व्यक्ति बस से नीचे उतर गया।
नसीब जब घर पहुंचा तो उसकी अम्मी और कमल दोनों दरवाजे पर खड़े थे।
"क्या हुआ बेटा ? आज लेट कैसे हो गया । तुम्हारा फोन लगा रही हूं कब से लग ही नहीं रहा था ।बेचारा कमल तो बहुत परेशान हो गया था ।मुझे बता रहा था कि अम्मी मैंने नसीब को बहुत बार कहां कि अगर तेरी साइकिल पंचर हो गई है तो मेरे साथ गाड़ी में चल पर ये माना ही नहीं बोला तुम चलो मुझे काम है मैं बस से आ जाऊंगा।" नसीब की अम्मी ने चिंतित होते हुए कहा।
"वो अम्मी फोन की  बैटरी खत्म हो गई थी। इसलिए फोन नहीं लग रहा था  रही बात लेट होने की तो मैंने तुम से कहा था ना कि मुझे जमात में नाम लिखाना है इसलिए वहीं मस्जिद में देर हो गई।" नसीब ने झुंझलाकर कहा।
नसीब की ऐसी हालत देखकर दोनों चुप हो गये ।नसीब अपने कमरे में आ गया।

दरअसल नसीब कमल की ही कोठी में सर्वेंट क्वार्टर में रहता था।कमल की मां कमल को जन्म देते ही भगवान को प्यारी हो गई थी ।और भगवान की लीला देखो कमल के पिता की फैक्ट्री में काम करने वाला वर्कर शमसुद्दीन भी उसी दिन मशीन के सिर पर गिरने से वही फैक्ट्री में ही ढ़ेर हो गया था ।मामले को दबाने के लिए मिस्टर अशोक बजाज ने शमसुद्दीन की घरवाली को अपने बच्चे की देखभाल के लिए रख लिया।नसीब उस समय छह महीने का था ।इस तरह कमल को मां का दूध भी मिल गया ।एक किस्म से नसीब की अम्मी कमल की धाय मां थी।वह कमल की हर जरूरत का ध्यान रखती थी।बस नसीब को ये बात कहीं ना कहीं अखरती थी कि मेरी अम्मी होकर कमल का क्यों इतना ख्याल रखती है बचपन की जलन बड़े होकर ज़रूरत बन गई थी ।वह कमल के आगे चुप तो रहता था पर मन ही मन वो उसे पसंद नहीं करता था।हर बार अपनी अम्मी से यही कहता ,"अम्मी एक बार मैं कमाने लग जाऊंगा तो हम कोठी में रहना छोड़ देंगे।"
उसे मिस्टर अशोक बजाज का भी अपनी अम्मी से बात करना अखरता था।
नसीब कमरे में आकर आज दोपहर हुई घटना के विषय में सोचने लगा तभी कमल कमरे में आ गया और बोला,"क्या बात आज तेरा मूड़ उखड़ा हुआ क्यों है ?"
"कुछ नहीं यार आज मैंने बड़ा अजीब सा कुछ होते देखा।"
और कमल को दोपहर की सारी बात बता दी बस ये नहीं बताया कि वो आदमी उसे अपने ठिकाने का पता दे गया है और वह कल उससे मिलने जा रहा है।
"यार ऐसे लोगों से बच कर रहना ।ये किसी के सगे नहीं होते अपना उल्लू सीधा किया और खिसक लेंगे।"
प्रत्यक्ष में तो नसीब ने हामी भर ली लेकिन मन ही मन उसके मन में द्वंद्व चल रहा था ।वह मन ही मन सोच रहा था" हां ताकि तुम जैसे लोग हमारी कौम का दमन करते रहो मैं तो जरूर जाऊंगा मिलने।"

अगले दिन नसीब कमल से बहाना बनाकर कल्याण झुग्गी पहुंच गया और वहां अब्दुल मियां का नाम लिया तो एक पतला सा लड़का जो सिर पर गोल टोपी लगाए था वह दौड़ कर आया और बोला ,"आपको अब्दुल चचा से काम है चलो मैं ले चलता हूं।"
वह लड़का आगे आगे और नसीब पीछे पीछे ।वह लड़का उसे तंग गलियों में से निकालते हुए एक बड़े से मकान में ले गया। वहां का माहौल बहुत अजीब था ।कहीं पर बम बनाएं जा रहे थे तो कहीं पर लोगों को ट्रेंड किया जा रहा था कैसे बम इंप्लांट करें।

एक जगह लोगों को समझाया जा रहा था कैसे अपनी कौम के लिए लड़ना है।
अब्दुल मियां वहीं पर बैठे थे। नसीब को देखते ही वे उसकी ओर लपके और उसे सीने से लगाकर बोले," लो एक और सिपाही शामिल हो गया हमारी जंग में।"
और वह नसीब को लेकर एक अलग कमरें में चला गया।
उस दिन के बाद नसीब प्रत्यक्ष में तो कमल और हिंदू कौम के लड़कों से अदब और प्यार से पेश आता था लेकिन अंदर ही अंदर कैसे उनकी जड़ें काटी जाएं यही सोचता था। देखने भालने  में नसीब किसी हीरों से कम नहीं था तो अब्दुल मियां ने उसे लव जिहाद वाले खेमे में रखा ।ताकि हिंदू लड़कियों को अपने प्यार में फंसाये और उसे मुस्लिम बनाकर अपनी कौम को बढ़ाएं।
                              ***

उसी सिलसिले में नसीब अब्दुल मियां से बात करने आया था ।
रज्जाक बोला,"भाईजान अभी तो यहीं थे कहां चले गये ,दिखता है  कोई नया सिपाही आया है उसको किस महकमें में रखना है शायद यही तय करने गये है।"
तभी सामने के कमरे से जो अभी तक बंद था उसमें से अब्दुल बाहर निकल कर आया और नसीब को देखकर बोला,"और मेरे जिगर के छल्ले बात कहां तक पहुंची?"
" वहीं तो मैं आपको बताने आया था ।"
अब्दुल ने उसे इशारें से एक कमरे में चलने को कहा।

कमरे में जाते ही नसीब बोला" मियां जी बात तो ये है कि लड़की अपने जाल में पूरी तरह से फंस गयी है पर एक गड़बड़ है उसकी मां और भाई बहुत तेज तर्रार है और वो लड़की अपने धर्म की पक्की भी बहुत है ।कभी कभी मुझे लगता है क्या वो अपना धर्म छोड़कर मेरा धर्म कबूल करेंगी?"
अब्दुल मियां थोड़ा रिलेक्स होकर बैठ गये और बोले," बेटा इस जहान में एक ही चीज ऐसी है जो सब कुछ करने पर मजबूर कर देती है वो है "प्यार " अगर वो तुम्हारे प्यार में हैं तो वो सब करेंगी जो तुम चाहते हो।"

यह कहकर अब्दुल एक चंडाली हंसी हंसा और पान का बीड़ा मुंह में ठूंस लिया। नसीब भी मंद मंद मुस्कुराते हुए कमरे से बाहर चला गया।
(क्रमशः)

30
रचनाएँ
क्या यही प्यार है?--2
5.0
जोगिंदर,रमनी और चंचला के प्यार को जानने के लिए आपको "क्या यही प्यार है" का सीजन :-1 पढ़ना होगा।अब हम आप को प्यार के एक अलग स्वरुप से अवगत कराएंगे।आईए आप और हम साथ साथ महसूस करें सिया और जिया के प्यार को।कितनी शिद्दत से उन्होंने प्यार किया अपने अपने महबूब से । क्या वो सफल हो पाई अपने अपने प्यार को पाने में? आइए जानें।
1

क्या यही प्यार है -2 (भाग:-1)

19 जुलाई 2023
19
8
5

समय का पहिया घुमता रहा ।रमनी और जोगिंदर अपनी गृहस्थी मे रम गये । जोगिंदर शहर चला गया पढ़ने । वहां से अपनी पढ़ाई पूरी करके सरकारी नौकरी पर लग गया था ।रमनी जोगिंदर की पढ़ाई के दौरान गांव मे ही रही। दो ब

2

क्या यही प्यार है?:-2(भाग:-2)

20 जुलाई 2023
8
6
1

गतांक से आगे:-जोगिंदर की सांसें बहुत तेजी से चल रही थी ।उसने सपने मे देखा ।जैसे रमनी अपनी मां के यहां से वापस हवेली की ओर आ रही थी । रास्ते मे एक दम से रमनी जोर जोर से चिल्लाने लगी । जोगिंदर ने जब उसक

3

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-3)

22 जुलाई 2023
9
8
0

गतांक से आगे:-रमनी शहर जा रही थी अपनी गृहस्थी बसाने ।गांव से नाता टूटता जा रहा था ।वह जैसे ही गाड़ी की अगली सीट पर बैठी तभी अचानक से एक काली बिल्ली हवेली के दरवाजे से निकल कर उनके सामान वाली गाड़ी मे

4

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-4)

22 जुलाई 2023
11
9
0

गतांक से आगे:-जोगिंदर ने देखा गैस पर जो खीर का पतीला रखा था वह औंधें मुंह पड़ा था सारी गैस खीर से लबालब हो गयी थी और वही काली बिल्ली..…. हां हां वही काली बिल्ली जो सामान के साथ गांव से शहर उनके साथ आय

5

क्या यही प्यार है -2(भाग:-5)

25 जुलाई 2023
9
8
0

गतांक से आगे:-जोगिंदर ने रमनी को झिंझोड़ कर पूछा," कौन आ गयी और किसी ले जाएगी?"पर रमनी तो जैसे शून्य में निहार रही थी जैसे उसका सामना साक्षात मौत से हो गया हो और अचानक से फिर चीखते हुए बेहोश हो गयी।जो

6

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-6)

25 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगे:-कहते हैं इंसान जो बात सोचता सोचता सोता है अक्सर वही स्वप्न में आ जाता है। जोगिंदर चंचला के विषय में सोच रहा था और सो गया तो उसे एक स्वप्न दिखाई दिया जैसे चंचला पूरा श्रृंगार करके ड्

7

क्या यही प्यार है -2(भाग:-7)

26 जुलाई 2023
9
7
0

गतांक से आगे:-रमनी ने हाथ में लगे टांकों को देखा और घबराकर पूछा,"ये क्या हो गया हाथ पर?"जोगिंदर ने माहौल को सहज करते हुए कहा,"अरे कुछ नहीं रमनी तुम्हें तो पता है आजकल लोग स्कूटर वगैरह कैसे चलाते

8

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-8)

27 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-कमला के इस प्रकार चेताने से रमनी ने आंखें खोली और बोली,"अरे …तुम्हारे साहब आये थे ना अभी ।बता मैं इतने दर्द में हूं और ये मुझे छोड़कर जाने की बात कर रहें हैं।"कमला अचरज से रमनी को देखते

9

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-9)

27 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-रमनी पागलों की तरह अपनी मां का चेहरा देखने लगी और झल्ला कर बोली,"क्या मां तुम भी ऐसे ही बोलती रहती हो माना जब बच्चे हुए तब इनको काम के सिलसिले में जाना पड़ गया पर इसका मतलब ये तो नहीं कि

10

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-10)

28 जुलाई 2023
9
7
0

गतांक से आगे:-रमनी को ऐसे लग रहा था जैसे उसकी सारी थकान उतर गयी हो । स्पर्श जाना पहचाना सा लगा।वह अर्ध निंद्रा में थी उसे साफ साफ महसूस हो रहा था वह जोगिंदर ही था ।उसने देखा जोगिंदर उसके सिरहाने खड़ा

11

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-11)

28 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगेआज जोगिंदर को चौदह साल हो गये रमनी को छोड़कर गये हुए ।रमनी ने एक मर्द की तरह अपनी सारी जिम्मेदारी निभाईदोनों जुड़वां बेटियों सिया और जिया और दोनों बेटे विक्की और गौतम के लिए अप

12

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-12)

28 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगे:-रमनी एकदम से हड़बड़ा कर उठ बैठी और अपने आप को चेताया तो उसने पाया वहां कोई भी नहीं था।नौकर ने एक बार फिर से दरवाजा खटखटाया,"बड़ी मां कोई आया है वो आप से मिलना चाहता है।"रमनी अनमने ढंग से

13

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-13)

29 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:- दोनों ने जिद भी ऐसी कर ली थी ना कि कमला से ना उगलते बनता था ना निगलते ।अगर वो चंचला का सत्य सिया और जिया को बता देती तो उसे रमनी मेमसाब का डर लगता था और नहीं बताती तो उन दोनों की क

14

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-14)

29 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगेजोगिंदर को चंचला की आत्मा अपने साथ ले तो गई पर वो मन से कभी चंचला का नहीं हो पाया था।उसे सूरज सेन वाले जन्म की कोई बात याद नहीं थी।पर कहते हैं जब कोई आत्मा किसी पर मोहित हो जाती है तो वो उ

15

क्या यही प्यार है -2(भाग:-15)

29 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:-सारा रास्ता सिया का सोच में ही कट गया कि ये नसीब है वो इस कोचिंग संस्थान में आखिर पढ़ कैसे पा रहा है । यहां की फीस जुटाना कोई आसान काम नहीं है।घर आ गया तो रमनी दरवाजे पर ही खड़ी थी दोनों

16

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-16)

30 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-पहले तो सिया को लगा ये उसका वहम है ।वह बार बार आंख मसलने लगी लेकिन वो परछाईं लगातार उनके पलंग के चक्कर काटते हुए उसके बिल्कुल पास आ रही थी।सिया जैसे अर्ध निद्रा में थी।उसने देखा एक बहुत

17

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-17)

30 जुलाई 2023
8
8
0

गतांक से आगे:-सिया की सुबह थोड़ी देर से आंख खुली थी।जब वह जगी तो जिया उसे झिंझोड़ रही थी "क्या बात है सिया दीदी आज उठना नहीं है क्या? घोड़े बेचकर सो रही हो नहीं तो इस वक्त तक तो तुम पूजा करके भी

18

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-18)

30 जुलाई 2023
6
5
0

गतांक से आगेनसीब की बेचैनी बढ़ती जा रही थी कि आखिर ये क्या बला है ।अभी इसने फोन पर उस आदमी का हुलिया बताया और दस मिनट में वो आदमी ढ़ेर हो गया।" मियां आप कौन हैं?" नसीब ने झिझकते हुए पूछा।वह आदमी थोड़ा

19

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-19)

30 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-आज नसीब पूरे मूड में था ।सुबह से ही तैयार हो रहा था इंस्टीट्यूट जाने के लिए ।कमल देख रहा था नसीब ने बड़े करीने से दाढ़ी तराशी थी ।और आज जो पेंट शर्ट पहनी थी वो गजब ढा रही थी उस पर । इत्र

20

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-20)

30 जुलाई 2023
7
7
0

गतांक से आगे:-मिस्टर अशोक बजाज टैक्सटाइल बिजनेस में जाना माना नाम था पर आजकल कुछ डरे डरे से रहते थे।"जोगिंदर एंटरप्राइजेज" बहुत तेजी से टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में उभर कर आ रहा था जिसके कारण उनकी साख धीर

21

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-21)

31 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:-सिया ने एक बहादुर योद्धा की तरह बेड पर खड़े हो कर कहा," देखा जाएगा कमला मां ।जब प्यार कर ही लिया है तो डरना किस बात का । क्या पापा ने प्यार नहीं किया था मां से फिर हम इस अनमोल अहसास से द

22

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-22)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-तभी सिया को चीखते देखकर जिया का ध्यान भी उधर गया तो कमरे की खिड़की पर राजू ड्राइवर को खड़े पाया ।आज वो जल्दबाजी में किताबें गाड़ी में ही भूल आई थी।जिसे देने के लिए राजू उनके क्लास में पह

23

क्या यही प्यार है -2(भाग:-23)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:- जिया की सारी रात आंखों ही आंखों में कट गई।सुबह जब नौकरों ने देखा ऊपर सीढ़ियों के दरवाजे की सिटकनी टूटी हुई है तो उनका माथा ठनका । उन्होंने सारा घर छान मारा कि कहीं चोरी तो नहीं हो

24

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-24)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-मिस्टर बजाज बहुत शातिर खिलाड़ी थे उन्होंने कमल को बैठने का इशारा करके स्वयं खड़े हो गये रमनी का स्वागत करने के लिए ।"अरे…रे आप और यहां ? सब ठीक तो है ।और सुनाइए मिल में काम कैसा चल रहा ह

25

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-25)

31 जुलाई 2023
6
5
0

गतांक से आगे:- रमनी सहसा चौंकी ,"इतने दिनों बाद "चंचला " अब इसे क्या ले जाना है मुझे से छीन कर ।पहले पति ले गयी, फिर मेरे बच्चों को अपना कहने लगी।उनकी हर बात में टांग अड़ाते थी कि तुम बेटियों को

26

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-26)ं

1 अगस्त 2023
5
3
0

गतांक से आगे:-रमनी तो जैसे पत्थर की मूरत हो गई थी सिया की मौत के बाद ।बार बार अपने मन को धिक्कारती कि ये क्या कर दिया तूने रमनी ? क्या तेरा वहम और अहम् इतना बड़ा हो गया था कि तूने अपनी ही बच्ची को मार

27

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-27)

1 अगस्त 2023
7
5
0

गतांक से आगे:-जो बात चंचला कहकर गई थी वो बात काफी समय से रमनी को भी खटक रही थी कि आखिर अशोक बजाज जैसे इंसान का बेटा जो करोड़ पति है उसके लिए तो बहुत से बड़े बड़े खानदान और पैसे वालों के रिश्ते आ सकते

28

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-28)

1 अगस्त 2023
4
4
0

गतांक से आगे:-रमनी आज सुबह सवेरे ही उठ गयी थी । दरअसल विक्की और गौतम की सगाई एक ही परिवार में दो बहनों के साथ हुई थी ।वो जिया की शादी में तो नहीं आ पाये थे लेकिन बाद में आ रहे थे ।दूसरा आज जिया भी पगफ

29

क्या यही प्यार है -2(भाग:-29)

1 अगस्त 2023
4
4
0

ंगतांक से आगे:-इधर रमनी का पलंग जोर जोर से उछलने लगा ।रमनी समझ गई कि चंचला दीदी है वो कुछ कहना चाहती है ।तभी उसे ऐसे लगा जैसे चंचला उससे कह रही हो "जा रमनी जा ,बचा ले जिया को वो मरने जा रही है ।वो बहु

30

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-30)

1 अगस्त 2023
7
5
0

गतांक से आगे:-चंचला खुश थी क्योंकि सदियों बाद उसे मुक्ति मिल रही थी । आखिरकार प्रेत योनि में वह सदियों भटकी थी ।उसने अपनी भक्ति से भगवान को प्रसन्न किया और उनसे मुक्ति मांगी। अपनी और अपने सूरजसेन (जोग

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए