shabd-logo

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-4)

22 जुलाई 2023

30 बार देखा गया 30
गतांक से आगे:-

जोगिंदर ने देखा गैस पर जो खीर का पतीला रखा था वह औंधें मुंह पड़ा था सारी गैस खीर से लबालब हो गयी थी और वही काली बिल्ली..…. हां हां वही काली बिल्ली जो सामान के साथ गांव से शहर उनके साथ आयी थी वह सप सप करके सारी खीर खा रही थी।
रमनी को बड़ा गुस्सा आया कितने चाव से नये घर मे आने के नाम की खीर बनाई थी उसने ।पर इस बिल्ली की बच्ची ने सारा सत्यानाश कर दिया।रमनी ने पास पड़ा बेलन घुमा कर उस बिल्ली को मारा ।जिससे बचते हुए उस बिल्ली ने एक दम से रमनी पर ही छलांग लगा दी ।
रमनी इस अचानक हमले के लिए तैयार नही  थी। जैसे ही वो काली बिल्ली उसपर कूदी वो 'हाय राम ' कहकर एकदम पीछे को हुई तो उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिरने को हुई तो जोगिंदर ने उसे भागकर पकड़ लिया।
"बच..के रमनी तुम अभी गिर जाती।"
रमनी की तो जैसे जान ही निकल गयी ।अब तो उसे विश्वास हो गया था कि इस बिल्ली में कोई तो बात है।

दोनों ने मिलकर सारा रसोईघर साफ किया और अपने कमरे में आ गये । दोनों बच्चे भी अपने कमरे में सोने के लिए जा चुके थे ।रमनी को बार बार उस काली बिल्ली का भ्रम हो रहा था । भ्रम तो क्या उसे डर लग रहा था । क्यों कि बहुत सी बातें अभी हाल ही में उसके साथ घटित हो चुकी थी ।उसे तो पक्का विश्वास था कि उस बिल्ली पर चंचला की ही आत्मा थी।पहले जोगिंदर और रमनी अलग अलग रहते थे जोगिंदर वहां शहर में और रमनी यहां गांव में लेकिन अब तो रमनी अपने जोगिंदर की रानी बनकर शहर में जो आज गयी थी । हाय ये! सोतिया डाह मरने के बाद भी चंचला को चैन नहीं था कि उसका सूरज किसी और का हो जाएं
जब कि जोगिंदर जो पिछले जन्म में सूरजसेन था वो इस जन्म में अपना निर्णय चंचला की आत्मा को सुना चुका था लेकिन फिर भी वो उसको छोड़कर जाने के लिए तैयार नहीं थी ।
अगले दिन सुबह सुबह बच्चों को नहला धुला कर तैयार कर दिया था रमनी ने ।पांचवां महीना चल रहा था उसका । गांव में तो दाई से दिखला लेती थी पर अब तो शहर आ गयी थी तो यहां डाक्टर ही थे वैसे भी कल से जब उस बिल्ली ने उस पर हमला किया था और उसका पैर ऊंचनीच हुआ था तब से बाईं ओर हल्का दर्द महसूस कर रही थी तो जोगिंदर ने आज छुट्टी लेना ही मुनासिब समझा। बच्चों का एडमिशन तो कराना ही था बड़े स्कूलों में लगे हाथ रमनी को भी किसी अच्छे डाक्टर को दिखा लाये गा ।आगे जब जचचगी होगी तो आसानी रहेगी।
रमनी और बच्चों को लेकर जोगिंदर पहले डाक्टर के यहां पहुंचा ।जब डाकटरनी ने चेक किया तो सब कुछ नार्मल था ।बस थोड़ी ठेस लगी थी तो रमनी हल्का दर्द महसूस कर रही थी।अब बच्चों का एडमिशन अच्छे स्कूल में कराकर जोगिंदर सपरिवार शहर घुमाने निकल गया अच्छे से होटल में दोपहर का खाना खाया और बच्चे फिर पार्क में घूमने की जिद करने लगे ।शाम को रमनी ने घर के सामान की जो लिस्ट बनायी थी वो लेते हुए सांझ ढले ही घर पहुंचे थे।
सच में रमनी तो निहाल हो उठी थी शहर आकर ।उसे नहीं पता था शहर में इतने सुख है ।बटन दबाते ही पानी आ जाता था । गांव में तो कुओं से पानी ढोना पड़ता था रमनी को बचपन में ।वैसे तो ब्याह के बाद गांव की हवेली में भी जोगिंदर ने काफी सुख सुविधा करवा दी थी लेकिन गांव और शहर में फर्क होता ही है।दूसरा जोगिंदर शादी के बाद भी अपनी पढ़ाई करता रहा था शहर मे दस पंद्रह दिन में एक दो दिन के लिए ही आता था गांव । लेकिन अब हर दिन पति का साथ रमनी को अंदर तक रोमांचित कर गया था।पर पता नहीं क्यों वो काली बिल्ली रमनी को फूटी आंख नहीं सुहाती थी।उसे वो साक्षात चंचला का रूप लगती थी।
रमनी निहाल हो उठी थी अपने भाग्य को निहार कर । क्या कुछ नहीं दिया था राम ने दो बेटे अब तीसरा होने वाला था , प्यार करने वाला पति,सुख सम्पत्ति सब कुछ तो था रमनी के पास ।
वह अपने भाग्य पर इठलाती हुई सो गयी। तकरीबन आधी सी रात को उसे ऐसे लगा जैसे उसके कमरे में कोई खटरपटर कर रहा है ।उसने उनींदापन में ही जोगिंदर को हिलाकर जगाया 
"देखो ना कौन है जो खटरपटर कर रहा है ।"
पर जोगिंदर सारा दिन का थका था सोई उसे नींद ने जोरों से अपने आगोश में ले रखा था।वह रमनी के जगाने पर भी नहीं जगा।
रमनी स्वयं ही उठकर देखने लगी उसे दरवाजे पर एक परछाईं भी दिखाई दी।वह एकदम सहम गई कि ये कौन है पर फिर भी गांव की छोरी का जोश आ गया और वह उठकर उस परछाईं के पीछे पीछे चल दी जो पहले ही बेडरूम से ड्राइंग रूम में आ चुकी थी।
रमनी क्या देखती है वहीं काली बिल्ली सोफे पर बैठी है और वह काली परछाई दौड़ कर उस बिल्ली में समा गयी।तभी वो बिल्ली गुर्राते हुए औरत की आवाज में बोली," तू क्या समझती है तू सारे सुख भोगे गी मेरे पति के साथ और मैं यूंही योनि दर योनि भटकती रहूंगी ।
न..ही मैं ऐसा कभी नहीं होने दूंगी मेरा पति सिर्फ मेरा है मैं अपने सूरज सेन को अपने साथ लेकर ही जाऊंगी।अभी वो तेरे मोहपाश में बंधा है जिस दिन छूट जाएगा वो अपने आप मेरे पास आ जाएगा।"
बिल्ली को यूं औरत की आवाज में बातें करते देखकर रमनी की जोर से चीख निकल गयी।
उसकी चीख सुनकर जोगिंदर हड़बड़ा कर नींद से जागा और चीख की दिशा में भाग लिया जब वह ड्रांइग रुम में पहुंचा तो पाया रमनी नीचे फर्श पर पड़ी है ।उसने दौड़कर उसे उठाया तो पाया वह बेहोश थी ।वह उसे उठाकर बेडरूम में ले आया।पानी के जब छींटे मारें तो रमनी एक बार होश में आती और फिर ये कहकर दोबारा बेहोश हो  गयी।
"हाय वो आ गई वह आ गई वह तुम्हें ले जाएगी हाय।
(क्रमशः)





30
रचनाएँ
क्या यही प्यार है?--2
5.0
जोगिंदर,रमनी और चंचला के प्यार को जानने के लिए आपको "क्या यही प्यार है" का सीजन :-1 पढ़ना होगा।अब हम आप को प्यार के एक अलग स्वरुप से अवगत कराएंगे।आईए आप और हम साथ साथ महसूस करें सिया और जिया के प्यार को।कितनी शिद्दत से उन्होंने प्यार किया अपने अपने महबूब से । क्या वो सफल हो पाई अपने अपने प्यार को पाने में? आइए जानें।
1

क्या यही प्यार है -2 (भाग:-1)

19 जुलाई 2023
20
8
5

समय का पहिया घुमता रहा ।रमनी और जोगिंदर अपनी गृहस्थी मे रम गये । जोगिंदर शहर चला गया पढ़ने । वहां से अपनी पढ़ाई पूरी करके सरकारी नौकरी पर लग गया था ।रमनी जोगिंदर की पढ़ाई के दौरान गांव मे ही रही। दो ब

2

क्या यही प्यार है?:-2(भाग:-2)

20 जुलाई 2023
8
6
1

गतांक से आगे:-जोगिंदर की सांसें बहुत तेजी से चल रही थी ।उसने सपने मे देखा ।जैसे रमनी अपनी मां के यहां से वापस हवेली की ओर आ रही थी । रास्ते मे एक दम से रमनी जोर जोर से चिल्लाने लगी । जोगिंदर ने जब उसक

3

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-3)

22 जुलाई 2023
10
8
0

गतांक से आगे:-रमनी शहर जा रही थी अपनी गृहस्थी बसाने ।गांव से नाता टूटता जा रहा था ।वह जैसे ही गाड़ी की अगली सीट पर बैठी तभी अचानक से एक काली बिल्ली हवेली के दरवाजे से निकल कर उनके सामान वाली गाड़ी मे

4

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-4)

22 जुलाई 2023
11
9
0

गतांक से आगे:-जोगिंदर ने देखा गैस पर जो खीर का पतीला रखा था वह औंधें मुंह पड़ा था सारी गैस खीर से लबालब हो गयी थी और वही काली बिल्ली..…. हां हां वही काली बिल्ली जो सामान के साथ गांव से शहर उनके साथ आय

5

क्या यही प्यार है -2(भाग:-5)

25 जुलाई 2023
9
8
0

गतांक से आगे:-जोगिंदर ने रमनी को झिंझोड़ कर पूछा," कौन आ गयी और किसी ले जाएगी?"पर रमनी तो जैसे शून्य में निहार रही थी जैसे उसका सामना साक्षात मौत से हो गया हो और अचानक से फिर चीखते हुए बेहोश हो गयी।जो

6

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-6)

25 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगे:-कहते हैं इंसान जो बात सोचता सोचता सोता है अक्सर वही स्वप्न में आ जाता है। जोगिंदर चंचला के विषय में सोच रहा था और सो गया तो उसे एक स्वप्न दिखाई दिया जैसे चंचला पूरा श्रृंगार करके ड्

7

क्या यही प्यार है -2(भाग:-7)

26 जुलाई 2023
9
7
0

गतांक से आगे:-रमनी ने हाथ में लगे टांकों को देखा और घबराकर पूछा,"ये क्या हो गया हाथ पर?"जोगिंदर ने माहौल को सहज करते हुए कहा,"अरे कुछ नहीं रमनी तुम्हें तो पता है आजकल लोग स्कूटर वगैरह कैसे चलाते

8

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-8)

27 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-कमला के इस प्रकार चेताने से रमनी ने आंखें खोली और बोली,"अरे …तुम्हारे साहब आये थे ना अभी ।बता मैं इतने दर्द में हूं और ये मुझे छोड़कर जाने की बात कर रहें हैं।"कमला अचरज से रमनी को देखते

9

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-9)

27 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-रमनी पागलों की तरह अपनी मां का चेहरा देखने लगी और झल्ला कर बोली,"क्या मां तुम भी ऐसे ही बोलती रहती हो माना जब बच्चे हुए तब इनको काम के सिलसिले में जाना पड़ गया पर इसका मतलब ये तो नहीं कि

10

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-10)

28 जुलाई 2023
9
7
0

गतांक से आगे:-रमनी को ऐसे लग रहा था जैसे उसकी सारी थकान उतर गयी हो । स्पर्श जाना पहचाना सा लगा।वह अर्ध निंद्रा में थी उसे साफ साफ महसूस हो रहा था वह जोगिंदर ही था ।उसने देखा जोगिंदर उसके सिरहाने खड़ा

11

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-11)

28 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगेआज जोगिंदर को चौदह साल हो गये रमनी को छोड़कर गये हुए ।रमनी ने एक मर्द की तरह अपनी सारी जिम्मेदारी निभाईदोनों जुड़वां बेटियों सिया और जिया और दोनों बेटे विक्की और गौतम के लिए अप

12

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-12)

28 जुलाई 2023
8
6
0

गतांक से आगे:-रमनी एकदम से हड़बड़ा कर उठ बैठी और अपने आप को चेताया तो उसने पाया वहां कोई भी नहीं था।नौकर ने एक बार फिर से दरवाजा खटखटाया,"बड़ी मां कोई आया है वो आप से मिलना चाहता है।"रमनी अनमने ढंग से

13

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-13)

29 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:- दोनों ने जिद भी ऐसी कर ली थी ना कि कमला से ना उगलते बनता था ना निगलते ।अगर वो चंचला का सत्य सिया और जिया को बता देती तो उसे रमनी मेमसाब का डर लगता था और नहीं बताती तो उन दोनों की क

14

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-14)

29 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगेजोगिंदर को चंचला की आत्मा अपने साथ ले तो गई पर वो मन से कभी चंचला का नहीं हो पाया था।उसे सूरज सेन वाले जन्म की कोई बात याद नहीं थी।पर कहते हैं जब कोई आत्मा किसी पर मोहित हो जाती है तो वो उ

15

क्या यही प्यार है -2(भाग:-15)

29 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:-सारा रास्ता सिया का सोच में ही कट गया कि ये नसीब है वो इस कोचिंग संस्थान में आखिर पढ़ कैसे पा रहा है । यहां की फीस जुटाना कोई आसान काम नहीं है।घर आ गया तो रमनी दरवाजे पर ही खड़ी थी दोनों

16

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-16)

30 जुलाई 2023
8
7
0

गतांक से आगे:-पहले तो सिया को लगा ये उसका वहम है ।वह बार बार आंख मसलने लगी लेकिन वो परछाईं लगातार उनके पलंग के चक्कर काटते हुए उसके बिल्कुल पास आ रही थी।सिया जैसे अर्ध निद्रा में थी।उसने देखा एक बहुत

17

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-17)

30 जुलाई 2023
8
8
0

गतांक से आगे:-सिया की सुबह थोड़ी देर से आंख खुली थी।जब वह जगी तो जिया उसे झिंझोड़ रही थी "क्या बात है सिया दीदी आज उठना नहीं है क्या? घोड़े बेचकर सो रही हो नहीं तो इस वक्त तक तो तुम पूजा करके भी

18

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-18)

30 जुलाई 2023
6
5
0

गतांक से आगेनसीब की बेचैनी बढ़ती जा रही थी कि आखिर ये क्या बला है ।अभी इसने फोन पर उस आदमी का हुलिया बताया और दस मिनट में वो आदमी ढ़ेर हो गया।" मियां आप कौन हैं?" नसीब ने झिझकते हुए पूछा।वह आदमी थोड़ा

19

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-19)

30 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-आज नसीब पूरे मूड में था ।सुबह से ही तैयार हो रहा था इंस्टीट्यूट जाने के लिए ।कमल देख रहा था नसीब ने बड़े करीने से दाढ़ी तराशी थी ।और आज जो पेंट शर्ट पहनी थी वो गजब ढा रही थी उस पर । इत्र

20

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-20)

30 जुलाई 2023
7
7
0

गतांक से आगे:-मिस्टर अशोक बजाज टैक्सटाइल बिजनेस में जाना माना नाम था पर आजकल कुछ डरे डरे से रहते थे।"जोगिंदर एंटरप्राइजेज" बहुत तेजी से टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में उभर कर आ रहा था जिसके कारण उनकी साख धीर

21

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-21)

31 जुलाई 2023
7
6
0

गतांक से आगे:-सिया ने एक बहादुर योद्धा की तरह बेड पर खड़े हो कर कहा," देखा जाएगा कमला मां ।जब प्यार कर ही लिया है तो डरना किस बात का । क्या पापा ने प्यार नहीं किया था मां से फिर हम इस अनमोल अहसास से द

22

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-22)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-तभी सिया को चीखते देखकर जिया का ध्यान भी उधर गया तो कमरे की खिड़की पर राजू ड्राइवर को खड़े पाया ।आज वो जल्दबाजी में किताबें गाड़ी में ही भूल आई थी।जिसे देने के लिए राजू उनके क्लास में पह

23

क्या यही प्यार है -2(भाग:-23)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:- जिया की सारी रात आंखों ही आंखों में कट गई।सुबह जब नौकरों ने देखा ऊपर सीढ़ियों के दरवाजे की सिटकनी टूटी हुई है तो उनका माथा ठनका । उन्होंने सारा घर छान मारा कि कहीं चोरी तो नहीं हो

24

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-24)

31 जुलाई 2023
5
5
0

गतांक से आगे:-मिस्टर बजाज बहुत शातिर खिलाड़ी थे उन्होंने कमल को बैठने का इशारा करके स्वयं खड़े हो गये रमनी का स्वागत करने के लिए ।"अरे…रे आप और यहां ? सब ठीक तो है ।और सुनाइए मिल में काम कैसा चल रहा ह

25

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-25)

31 जुलाई 2023
6
5
0

गतांक से आगे:- रमनी सहसा चौंकी ,"इतने दिनों बाद "चंचला " अब इसे क्या ले जाना है मुझे से छीन कर ।पहले पति ले गयी, फिर मेरे बच्चों को अपना कहने लगी।उनकी हर बात में टांग अड़ाते थी कि तुम बेटियों को

26

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-26)ं

1 अगस्त 2023
5
3
0

गतांक से आगे:-रमनी तो जैसे पत्थर की मूरत हो गई थी सिया की मौत के बाद ।बार बार अपने मन को धिक्कारती कि ये क्या कर दिया तूने रमनी ? क्या तेरा वहम और अहम् इतना बड़ा हो गया था कि तूने अपनी ही बच्ची को मार

27

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-27)

1 अगस्त 2023
7
5
0

गतांक से आगे:-जो बात चंचला कहकर गई थी वो बात काफी समय से रमनी को भी खटक रही थी कि आखिर अशोक बजाज जैसे इंसान का बेटा जो करोड़ पति है उसके लिए तो बहुत से बड़े बड़े खानदान और पैसे वालों के रिश्ते आ सकते

28

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-28)

1 अगस्त 2023
4
4
0

गतांक से आगे:-रमनी आज सुबह सवेरे ही उठ गयी थी । दरअसल विक्की और गौतम की सगाई एक ही परिवार में दो बहनों के साथ हुई थी ।वो जिया की शादी में तो नहीं आ पाये थे लेकिन बाद में आ रहे थे ।दूसरा आज जिया भी पगफ

29

क्या यही प्यार है -2(भाग:-29)

1 अगस्त 2023
4
4
0

ंगतांक से आगे:-इधर रमनी का पलंग जोर जोर से उछलने लगा ।रमनी समझ गई कि चंचला दीदी है वो कुछ कहना चाहती है ।तभी उसे ऐसे लगा जैसे चंचला उससे कह रही हो "जा रमनी जा ,बचा ले जिया को वो मरने जा रही है ।वो बहु

30

क्या यही प्यार है?-2(भाग:-30)

1 अगस्त 2023
7
5
0

गतांक से आगे:-चंचला खुश थी क्योंकि सदियों बाद उसे मुक्ति मिल रही थी । आखिरकार प्रेत योनि में वह सदियों भटकी थी ।उसने अपनी भक्ति से भगवान को प्रसन्न किया और उनसे मुक्ति मांगी। अपनी और अपने सूरजसेन (जोग

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए