🙏🌹🌹 देव उठनी एकादशी 🌹🌹🙏
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तुलसी कहते स्मर्ण हों आता ,
प्यारी मईया मोर ,
विष्णु प्रिया मईया हमारी ,
दैव उठनी एकादशी तोर ।
जिस दिन चतुर्मास समापन ,
भगवन् नेत्र खोले मुस्काए ,
चार माह योगनिद्रा पूर्ण ,
दया किन्हीं प्रभु आए ।
इसी दिन देव उठनी एकादशी ,
त्योहार मनाते चहुंओर ,
पूजन करत स्नेह भाव समर्पण ,
ध्यान रखहु मईया मोर ।
करत अपेक्षा नारायण को ,
पूरन भये चार माह ,
हर्षित भई भगवन् को निरेखी ,
सफल भए सब आस ।
खुलत नयन प्रभू वर की ,
प्रारंभ मांगलिक सब काज ,
हर्षित भयी सब मातृशक्तियां ,
विष्णु प्रिया पूजन को आज ।
इसी दिन परिणय सुत्र बन्धन ,
गुणगान करत संसार ,
हों गई तुलसी विष्णु प्रिया ,
है त्योहार का सार ।
तुलसी पूजन श्रीहरि प्रसन्न ,
त्योहार महिमा अपरम्पार ,
हे मईया हे दिन दयाला ,
कृपा करहु अपार ।
पवित्र मन छल कपट रहित ,
निस्वार्थ भाव विभोर ,
हे मंगल करणी मईया ,
अर्जी करहु हथ जोर ।
जैसे ध्यान रखती हों मईया ,
घर आंगन पथ मोर ,
वैसे कृपा जगत पर करियो ,
भरतखण्ड चहुंओर ।
आर्य मनोज, पश्चिम बंगाल ०४.११.२०२२.