ले के उम्मीदों की गठरी, चल रहा सारा जहां है,कुछ के हिस्से में जमीं है, कुछ के हिस्से आसमां है।दरमियां हैं इनके, कुछ अपने अहम,अपने सलीके,सोचते हैं जो, असल में, वो कभी
कभी स्कूल में जब पहली बार भूगोल की किताब पढ़कर ये बात पता चली कि पृथ्वी गोल है, तो कई दिन तक अपने आस-पास और चारों ओर घूम-घूम कर पता लगाने की कोशिश करती कि आखिर यह पृथ्वी कैसे गोल होगी, क्योँकि मुझे तो
मेरे नसीब तुम,मेरे हमदर्द तुम,रहम कुछ मुझपे करो।मैं तेरी हूँ जीवनसाथी , जुल्म मुझपे ना करो ।।मेरे नसीब तुम----------------------।।बड़े अरमान से तुझको, बसाया है दिल में ।फूल मैंने बिछाये हैं तेरी राह और
हे दिल तुझको किसकी तलाश है।क्यों तु उदास है , किसकी प्यास है।।हे दिल तुझको-------------------------।।नजरें उठाकर देख, फैली है रोशनी।झिलमिल सितारें हैं, फैली है चांदनी।।तूने चिराग क्यों जलाया नहीं है।क
अवगुणों पर सद्गुणों की, जीत का प्रतीक है दशहरा।हम भी अवगुण अपने मिटाकर, आवो मनाये दशहरा।।अवगुणों पर सद्गुणों की-------------------।।पहला अवगुण पाप है, मन को पापी नहीं बनाओ।दूजा अवगुण घमंड है, मन में घ
लेखक परिचयमेरा नाम गणेश शर्मा हैं मैं जयपुर शहर में निवास करता हूं मेरा जन्म राजस्थान की राजधानी जयपुर की तहसील सांगानेर के एक छोटे से गांव आशा वाला में हुआ है तथा मेरे पिताजी एक मध्यमवर्गीय किस
😘😚😍😊🌞सूरज की पहली किरण के जैसेगालों पे उसके लाली आयेजब जब वो मुझसे शरमाये🤗😚😘आँखे झुका कर और पलके उठाकर ..बात करने की उसकी वो तहजीब .. हाय !मेरा दिल बेतहाशा धड़कता जाय
डियर काव्यांक्षी कैसी हो प्यारी🥰देखो फिर मिलने चली आई तुमसे , तुम ही तो सुनती हो मुझे बड़े आराम से तो तुम्हारे पास ही आऊंगी
एक स्त्री जब किसी को अपना समझती है तो अपने दिल की हार बात उसे बता देती हैं, दुख भी सुख भी, उसके सामने रो देती हैं, आसू बहा देती है, जी भरकर झगड़ा कर लेती है, नाराज हो जाती है,लेकिन जब वो देखती है कि स
एक तुम्हारा होना~तुमसे कही बातों का कोई अंत क्यो नही मिलता । हर बार कहकर सोचता हूँ अब आखिरी बात तो कह डाली मैंने , पर देखो न अंतिम दफा की कहन अपनी मेढ़ को तोड़कर बह चुकी है किसी ओर , और अब मैं इसे शब्द
गलतफहमी है दोस्त यह तुम्हारी, उम्मीद ऐसी अब तुम मत करो।आऊँगा लौटकर तेरी दर फिर से, आशा यह अब तुम मत करो।।गलतफहमी है दोस्त यह ------------------------------।।क्या मुझको कभी तुमने इज्जत दी,याद तेरी मुझक
ऐसा करने से पहले, याद वह कर लेते तुम।हंसी के वह पल अपने, प्यार की वह बातें तुम।।ऐसा करने से पहले-------------------।।इससे अब क्या मिलेगा, होगी बदनामी किसकी।कौन जीयेगा सुख से, होगी कम खुशियां किसकी।।कि
रहना सम्भलकर यारों, आई है बाढ़ लुटेरों की।मुश्किल है इनकी पहचान, यारों इन लुटेरों की।।रहना सम्भलकर यारों----------------------।।रंगीन है इनकी दुनिया, चेहरे इनके सतरंगी है।रहते हैं बनकर ये नवाब,ये ऐसे क
तुम मिले ना मिले मुझे कोई गम नहीं — 2लेकिन मेरा तुझे चाहना होगा कम नहीं ...चाहे ये दुनिया .. दे मुझे सजा कोई ...फिर भी तुझे चाहना मै छोडूंगा नहीं ...मैं तेरा था ... ! बनूंगा किसी और का नहीं ...तेरे आं
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️मोहब्बत बेशुमार थी तुमसेपर कभी खुलकर जताया नहीं ...तुमने कई दफा मुस्कुराने की ..वजह पूछी ...पर हमने कभी खुलकर बताया नहीं ..यकीन न हो तो ...एक बार मेरे दिल से आकर पूछ लो ...तुम्हारे
धीरे - धीरे ये दिल तेरे पास आ रहा है . . .तेरे सिवा ना अब मुझे कुछ रास आ रहा है . . .मेरे दिल पे अब तेरा नशा चढ़ रहा है ...बेचैन ये दिल की धड़कन दगा दे रहा है . . .तू .. तेरी गलियां मुझे भा गया है . .
तेरी याद आये ...मन झूम जाये ...तेरी याद आये -मन झूम जायेतुने ये कैसा जादू कर दिया ओ रे पियादेखा पहली दफा लगे सबसे जुदासांसे रुक जाती है तुझे देख केजाने ये असर .. मुझ पर कैसा हुआ #tejr
तेरे इन हसीन अदाओं का हूँ मैं दीवाना ...तू जो कहे मैं छोड़ दूं जमाना ...माशाल्लाह माशाल्लाह चेहरा है तेरा माशाल्लाह ...वल्ला वल्ला बातें है तेरी .. वल्ला ... वल्लाहिरनी सी चाल तेरी ... लहरा
मै और तुम छोड़करहम हो जाओं ....सारे गिले- सिक्वे छोड़कर ,दो जिस्म और एक जान हो जाओं ...तुम एक - दूजे के दिल के आईना हो ,चलो अब हमसफर बन जाओं ...# Tejran💖💗✍🏻 रिया सिंह सिकरवार " अनामिका " ( बिहार )
तेरा यूँ खिलखिला के हँसना मुझे मुझसे जुदा कर दिया ...तेरा ... यूँ खिलखिला के हँसनामुझे मुझसे जुदा कर दिया ...पलके उठाके और आँखें झुका के बातें करने का ये तरिका ...हाय ऽऽऽऽमै इस अदा पे