सभी लोंगो के जिंदगी का एक करवा सच है
वो है बुढ़पा जो सभी लोंगो के पास आता है
चाहे अमीर हो या गरीब
इस सच को हम झुठला नही सकते हैं
हमें एक दिन इस सच का सामना करना
ही पड़ता है।
बुढ़ापा सुनकर अच्छा तो नही लगता है
पर इस सच को दिल नही मानना चाहता
है पर जो जीवन का सच है उसके साथ तो
हमें चलना ही पड़ता है और उसी के साथ
चलने में हमारी समझदारी है
हर किसी को डर लगता है और सोचता है।
एक दिन हमें भी,
बुढ़ापा कीओर कदम बढ़ना है। ये कितनी अच्छी बात
होती होगी न जब हम बुढ़ापे में अपने लिए सारा वक्त
देंगे क्योंकि बचपन से जवानी तक तो हम भागते ही रहते हैं फिर वो वक्त हमें बुढ़ापा ही तो देता जब हम अपने लिए कुछ सोचते हैं और करते हैं। बुढ़ापे का मतलब ये थोड़े होता है की हम कुछ न करें बस बैठे रह जाएँ।
हमें कभी खुद को लाचार नही समझना चाहिए की हम बुढ़ापे में जी रहे हैं। हमेंऐसा लगना चाहिए की हमारे बुढ़ापे के तजुर्बे से हम किसी के काम आ सकें
कुछ बता सकें किसी को कुछ सीखा सकें
बुढ़ापा कोई बीमारी थोड़े है न जो हम खुद को डरा के कैद कर लें खुद को उम्र के हिसाब से।
कुछ लोग तो बुढ़ापे को पीछे छोड़ देते हैं ऐसा क्यों होता है क्योंकि वो अपने आप को बदल के खुद को नए सफऱ
पर चलने के लिए तैयार होते हैं इस लिए उन्हें पता ही नही चलता है की हम बुढ़ापा की ओर कदम बढ़ा दिये हैं
बुढ़ापा हमारी जिंदगी का बहुत ही खूबसूरत मोड़ लाता है जिंदगी में बस इसे हमें जीने का तरीका आना चाहिए
फिर जिंदगी खूबसूरत हो जायगी।
बुढ़ापे में एक बात तो है जिनकी जिंदगी में खुशियाँ होती है उन्हें अपनी जिंदगी से लगाव कुछ ज्यादा हो जाता है
जिनके जिंदगी में खुशियाँ नही होती है उनके लिए बुढ़ापा एक बोझ बन जाती है।
बुढ़ापा तो आनी जानी है ये तो सबकी कहानी है
बस सब अच्छे हों तो यही जिंदगानी हो सबकी।