आज सलमान खान 53 साल के हो गए हैं. सलमान बॉलीवुड के इकलौते ऐसे अभिनेता हैं जो आये दिन किसी न किसी वजह से मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं. विवाद और सलमान का चोली दामन का रिश्ता है. जैसा कि हम सभी जानते हैं सलमान को गुस्सा बहुत जल्दी आता है. ऐसे में वह अपने गुस्से की वजह से भी मीडिया की सुर्खियों में रहते हैं. उनका गुस्सा किसी से छिपा नहीं है. सलमान के गुस्से से हर कोई वाकिफ है. उनका गुस्सा कब और किस पर फूट जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. उनके गुस्से का शिकार कई फेमस बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी हो चुके हैं. लेकिन आज उनके जन्मदिन पर हम आपको सलमान खान के मशहूर हिट एंड रन केस के एक विक्टिम के बारे में बताने जा रहे हैं.
2002 में हुआ था हिट एंड रन केस
सलमान के नाम तो वैसे कई विवाद जुड़े हैं लेकिन सबसे ज्यादा उन्हें हिट एंड रन केस के लिए जाना जाता है. बता दें, साल 2002 में सलमान ने फुटपाथ पर सो रहे कुछ लोगों पर कार चढ़ा दी थी जिसमें से एक की मृत्यु हो गयी थी और चार गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद सलमान पर हिट एंड रन केस चला. कुछ लोगों ने कहा कि सलमान शराब पीकर गाड़ी चला रहे थे. लेकिन सलमान की मानें तो ना ही उन्होंने शराब पी थी और ना ही वो गाड़ी चला रहे थे. लेकिन जिन चार लोगों के ऊपर उस दिन गाड़ी चढ़ी थी वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. आज के इस पोस्ट में हम उन घायल व्यक्तियों में से एक के बारे में बात करने जा रहे हैं. इस व्यक्ति का नाम मोहम्मद कलीम है. हम आपको बताएंगे कि एक्सीडेंट के बाद मोहम्मद कलीम की जिंदगी में किस तरह के बदलाव आये.
बताई उस काली रात की कहानी
मोहम्मद कलीम ने बताया कि 28 सितंबर की रात को वह और उसके कुछ साथी फुटपाथ पर सो रहे थे तभी एक तेज रफ़्तार कार आई और उन्हें कुचलते हुए निकल गयी. उसने बताया कि उसके एक साथी की वहीं मौके पर ही मृत्यु हो गयी और बाकी सब बुरी तरह से घायल हो गए. मोहम्मद को हाथ, पैर और पीठ पर काफी गहरी चोटें लगी थी जिसके बाद उसका इलाज कराया गया और वह मुंबई छोड़कर हमेशा के लिए अपने गांव आ गया.
लाचारों की तरह जिंदगी जीने को है मजबूर
एक्सीडेंट के बाद मोहम्मद कलीम कोई काम करने के लायक नहीं बचा था. वह लाचारों की तरह जिंदगी जीने को मजबूर हो गया था. आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि आज भी वह अपने पैरों पर खड़े होने में असमर्थ हैं. इस हादसे के बाद मोहम्मद कलीम को मुआवजे के रूप में 1.5 लाख रुपये मिले थे. लेकिन आप ही बताइए क्या किसी की जान की कीमत महज 1.5 लाख रुपये हो सकती है? क्या 1.5 लाख रुपये में व्यक्ति अपने उस ग़म को भुला सकता है जो उसे जिंदगीभर के लिए मिला है? बता दें, मोहम्मद कलीम के घर की हालत आज काफी खराब है. उसके घर में छोटी-छोटी बच्चियां हैं जिसका पालन पोषण उसे करना है. लेकिन पैसों की कमी और लाचारी के कारण वह कुछ भी नहीं कर पा रहा.