कश्मीरी गद्दार जिस पाकिस्तान के लिए अपने मुल्क भारत से गद्दारी करते हैं उसी पाकिस्तान ने इन्हें आइना दिखाया है। पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज का एक ट्वीट वायरल हो रहा जिसमें वो कह रही हैं कि जो कश्मीरी अपने मुल्क भारत के नहीं हुए वो हमारे क्या होंगे, पाकिस्तान में उनके लिए जगह नहीं है।
वहीं, कश्मीर में आए दिन सेना और पुलिस पर पत्थरबाजी की घटनाएं होती हैं. सवाल ये है कि इन पत्थरबाजों के हाथ में कौन थमाता है पत्थर और क्या है इस पत्थरबाजी का मसला? एक चैनल की खुफिया टीम जब पत्थरबाजों की हकीकत तलाशने कश्मीर पहुंची तो बेहद चौंकाने वाले राज सामने आए।
भाड़े के इन पत्थरबाजों ने कबूल किया कि पैसे लेकर वो कश्मीर में कहीं भी पत्थर या पेट्रोल बम फेंक सकते हैं। पत्थर फेंकने के बदले इन्हें पैसे, कपड़े और जूते मिलते हैं। ऐसे ही पत्थरबाजों की मिलीभगत से पिछले साल बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद तीन महीने तक पूरा कश्मीर सुलगता रहा था। एक निजी चैनल तफ्तीश में ऐसे राज से परदा उठा है, जो हैरान कर देता है. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम पैसे लेकर पत्थर फेंकने वालों तक पहुंची और खुफिया कैमरे के सामने इन पत्थरबाजों ने खुद ही अपने राज एक-एक कर खोल दिए।
पैसे लेकर पत्थरबाजी करने वाले ये वो कश्मीरी हैं, जो आम लोगों की भीड़ में चुपचाप शामिल हो जाते हैं और इनके निशाने पर होती है भारतीय फोर्स। पत्थरबाज जाकिर अहमद भट ने बताया कि पत्थरबाजी के लिए उसे 50 रुपए 100 रुपए और 500 रुपए तक मिलता है, साथ ही जूते कपड़े अलग से। पत्थर सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस, विधायकों पर फेंके जाते हैं। बीच-बीच में पेट्रोल बम लगाने के अलग से 500 से 700 तक रुपये मिलते हैं। बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद हुई पत्थरबाजी में जाकिर भी शामिल था और उसने लगातार पत्थऱबाजी की थी।