नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से एक ऐसा वीडियो सामने आ रहा है जिसे देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह सेना के ऑपरेशन ऑल आउट ने घाटी में आतंकियों को दहला दिया है। इसी का नतीजा है कि आतंकी वहां के गांव वालों से अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं।
इस वीडियो को देखकर आपको पता चलेगा कि कश्मीर में देश के दुश्मन किस तरह सेना के ऑपरेशन से खौफजदा हैं। वीडियो में दिख रहा आंतकी कोई और नहीं बल्कि हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी तारिक मौलवी है। जो शोपियां के एक गांव में लोगों से अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहा है।
इस वीडियो में आतंकवादी तारिक मौलवी कश्मीर के लोगों से गिड़गिड़ाते हुए सुरक्षा बलों को आतंकियों के बारे में जानकारी नहीं देने की गुहार लगा रहा है। वह यह भी मान रहा है कि सेना के इस ऑपरेशन में आंतकवादियों की पूरी खेप खप गयी है।
सेना के ऑपरेशन ऑल ऑउट ने उनकी कमर तोड़ दी है। ऐसा नजारा घाटी में पहली बार देखने को मिला है जब आतंकी सेना के ऑपरेशन से घबराए नजर आ रहे हैं।
यह वीडियो उन लोगों के लिए है जो मान रहे हैं कि सरकार या सेना घाटी में आतंकियों के खिलाफ सुस्त रूख अख्तियार कर चुकी है और जिसका नतीजा है कि घाटी में आतंकियों का वर्चस्व बढ़ा है। इस वीडियो में तारिक मौलवी मान रहा है कि उनके संगठन के जितने लोग सेना के इस ऑपरेशन में मारे गए हैं उतने तो आजतक कभी भी नहीं मारे गए। इस वीडियो से साफ पता चलता है कि कश्मीर में सेना के इस ऑपरेशन से किस तरह आतंकी संगठन खौफजदा हैं।
इस वीडियो में शोपियां के एक गांव में तारीख मौलवी वहां के लोगों से यह कहता दिख रहा है कि आप सेना की मुखबिरी ना करें क्योंकि इस वजह से उनके साथी घाटी में मारे जा रहे हैं। सेना के इस ऑपरेशन की वजह से ही घाटी में उनके संगठन के लोग बड़ी संख्या में मारे जा चुके हैं। तारिक कह रहा है कि घाटी में सारे वरिष्ठ मुजाहदिन मारे जा चुके हैं उस जैसे गिने-चुने नौसिखिये हीं घाटी में अब जिंदा बचे हैं।
तारिक कहता है कि हमारा जंग हिंदुस्तान से है, हम निपट लेते हैं। हमारा काम है इनके साथ निपटना। हम जान देने के लिए तैयार हैं। आप हमसे कहो कि यह गलत काम है हम आज के बाद ऐसा काम नहीं करेंगे। हम कल हीं छोड़ देंगे। अगर ये दहशतगर्दी है, ये गलत काम है तो हम छोड़ देते हैं। वह आगे कहता है मैं कोई फरिश्ता नहीं हूं गलतियां मुझसे भी हो सकती हैं। लेकिन मैं आपके सामने हाथ जोड़ता हूं क्यों सेना की मुखबिरी का यह गलत काम कर रहे हो। वह आगे कहता है कि सेना को तो पता भी नहीं है फिर इन्हें कहां से पता चलता है। इस पूरे संवाद में तारिक मौलवी वहां के लोगों को बरगलाने और लोगों से आतंकियों का साथ देने की गुहार लगाता नजर आ रहा है।