लद्दाख कब जाएं
मई के अंतिम हफ्ते से सितंबर तक लद्दाख जा सकते हैं। यहां सड़क या हवाई मार्ग से ही पहुंचा जा सकता है। सड़क से जाना चाहें, तो एक रास्ता मनाली और दूसरा श्रीनगर होते हुए है। दोनों ही रास्तों पर दुनिया के कुछ सबसे ऊंचे दर्रे यानी पास पड़ते हैं। मई से पहले और सितंबर के बाद यहां भारी बर्फ जम जाने की वजह से ये पास बंद हो जाते हैं।
देखने लायक जगह
लेह लद्दाख का हेडक्वॉर्टर है। लद्दाख देखने के लिए कम से कम 6 दिन का समय जरूर रखें। अगर इस इलाके को अच्छी तरह देखना चाहें, तो 1 से 2 हफ्ते का समय पर्याप्त है। आप चाहें, तो अपना टूर इस तरह से बना सकते हैं। पहले दिन (मनाली वाले रास्ते पर) लेह से शे, थिक्से और हेमिस मोनेस्ट्री के अलावा स्तोक पैलेस और सिंधु नदी के तट पर जा सकते हैं।
दूसरे दिन (श्रीनगर वाले रास्ते पर) लेह से आल्ची और लिकिर मोनेस्ट्री के अलावा मैग्नेटिक हिल जा सकते है। तीसरे दिन दुनिया की सबसे ऊंची सड़क देख सकते हैं, (नुब्रा घाटी वाले रास्ते पर) खारदुंगला जाते हुए। इसके अलावा समय और हो, तो 2 दिन नुब्रा घाटी और 2 दिन पैन्गॉन्ग लेक के लिए रखें।
कैसे जाएं
दिल्ली, मनाली और श्रीनगर से लेह के लिए सीधी बस चलती हैं। इसके अलावा दिल्ली, जम्मू और श्रीनगर से लेह के लिए सीधी उड़ान भी उपलब्ध हैं।