अपनी काव्यानुभूति और सरल भाषा द्वारा हिन्दी कविता को एक नया मोड़ देने वाले महाकवि डॉ. गोपालदास नीरज ने अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर एक ऐसी भविष्यवाणी की थी, जो सच साबित हो गई। अटलजी और गोपालदास जी अच्छे दोस्त हुआ करते थे। दोनों की मुलाकात कानपुर के डीएवी कॉलेज में पढ़ने के दौरान हुई।
गोपालदास जी महाकवि होने के साथ ज्योतिष शास्त्र में भी पारंगत माने जाते थे। इस कारण उन्होंने आकलन करते हुए कहा था कि उनकी और अटलजी की कुंडली काफी हद तक एक-दुसरे से मिलती है।
दरअसल, गोपालदास जी ने 9 साल पहले 2009 में भविष्यवाणी की थी कि उनके और अटलजी के निधन में एक महीने से ज्यादा का अंतर नहीं होगा। अब वास्तव में उनका यह आकलन सही साबित हुआ। गोपालदास जी का निधन 19 जुलाई, 2018 को हुआ और उसके 29 दिन बाद ही अटल बिहारी वाजपेयी दुनिया को अलविदा कह गए।
यहीं नहीं गोपालदास जी ने खुद को और अटलजी को लेकर कई और भविष्यवाणियां भी की थीं।उन्होंने कुंडलियों के आकलन के आधार पर यह भी कहा था कि दोनों का अपने-अपने क्षेत्र में नाम कमाना पहले से तय था।
जहां गोपालदास जी ने साहित्य और कला के क्षेत्र में अपार ख्याति हासिल की और उनकी रचना दुनियाभर में मशहूर हुईं, वहीं अटल बिहारी वाजपेयी राजीनीति ये युगपुरुष कहलाए।
सिर्फ इतना ही नहीं गोपालदास जी ने यह भी कहा था कि जीवन के अंतिम पड़ाव में वो और अटलजी दोनों को ही गंभीर रोगों से जूझना पड़ेगा।
लेकिन किसी ने नहीं सोचा होगा कि अटलजी के निधन को लेकर 2009 के इंटरव्यू में नीरजजी की कही बात यूं सच साबित हो जाएगी।
बता दें कि गोपालदास नीरज को उनके गीतों के लिए भारत सरकार ने ‘पद्मश्री’ और ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया था। वह अपने गीत, लोकगीत, दार्शनिक गीत, फिल्मी गीत, भक्तिगीत, प्रेमगीत, दोहे, गजलों से लोगों को मंत्रमुग्फ्ह कर दिया करते थे। वो जब मंच पर झूम कर काव्यपाठ करते तो श्रोताओं मंत्रमुग्ध हो जाया करते थे।
अटलजी को लेकर सटीक साबित हुई महाकवि गोपालदास नीरज की भविष्यवाणी