नई दिल्ली। शुक्रवार को दशहरा के मौके पर अमृतसर में हुए भयानक रेल हादसे में 61 लोगों की मौत हो गई। जौड़ा फाटक के नज़दीक ही आयोजित किए गए रावण दहन के कार्यक्रम के दौरान ट्रेन की चपेट में आए सैकड़ों लोगों में मृतकों के अलावा कई लोग घायल भी हुए। पूरी घटना को करीब तीन दिन होने वाले हैं, लेकिन प्रशासन की संवेदनहीनता अभी भी जस की तस बनी हुई है।
पटरियों पर पड़े हैं मांस के लोथड़े
हादसे की जगह की अभी तक सफाई नहीं की गई, जिसकी वजह से वहां अभी भी मारे गए लोगों के मांस के लोथड़े पड़े हुए हैं। लिहाज़ा इलाके में बेहद ही गंदी बदबू फैल रही है। इतना ही नहीं हादसे की जगह रेल ट्रैक पर कुत्ते पड़े हुए मांस के लोथड़े खाते हुए दिखे।
नेताओं से लेकर अधिकारी भी आए, लेकिन गंदगी पर नहीं दिया ध्यान
मांस के लोथड़ों की गंध से वहां कुत्तों का जमावड़ा लगा रह रहा है। जानकारी के मुताबिक रेल ट्रैक पर कुत्तों को मांस के लोथड़े खाते हुए रविवार को देखा गया। इतना ही नहीं वे रेलवे लाइन को भी चाट रहे थे, जहां खून के छीटें पड़े हुए थे। इसके अलावा ट्रैक पर अभी भी मारे गए लोगों के जूते-चप्पल पड़े हुए हैं। हादसे के बाद घटनास्थल पर एक से बढ़कर एक अधिकारी आए, लेकिन किसी ने भी ट्रैक को साफ कराने की ओर ध्यान नहीं दिया। अधिकारियों के अलावा वहां तमाम राजनेता भी पहुंचे, लेकिन उनकी नज़रें भी ट्रैक पर फैली गदंगी पर नहीं पड़ी।
डीआरएम विवेक कुमार ने दिया सफाई का आश्वासन
इस पूरे मामले में फिरोजपुर डिवीजन के डीआरएम विवेक कुमार का कहना है कि जौड़ा फाटक पुलिस की देखरेख में ही था, और उन्हें रविवार को ही ट्रैक सौंपा गया है। विवेक कुमार ने बताया कि ऐसे मामलों में अमूमन पटरियों की सफाई नहीं की जाती है, लेकिन वे आज ट्रैक की सफाई के आदेश जारी कर देंगे।