बीते कई दिनों से दिल्ली और उत्तर भारत के तमाम इलाकों से कांवड़ियों के उत्पात की खबरें आ रही हैं. आम लोगों से लेकर पुलिस तक की गाड़ियां तोड़ी गईं और लोगों से मारपीट की तमाम घटनाएं हुईं. कांवड़ियों के रूट से गुज़रने वाले तमाम लोग जहां इन घटनाओं से डरे हुए हैं, वहीं सोशल मीडिया पर बहस हो रही है कि सारे कांवड़िए ऐसे होते हैं या नहीं. बहरहाल, देश की भयानक होती आबादी का एक नुकसान ये है कि कोई बहस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचती.
इसी बीच दिल्ली पुलिस ने मोती नगर में एक कार पर कांवड़ियों के हमले के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम राहुल बिल्ला है, जिसका क्रिमिनल रिकॉर्ड है. वो 6-7 महीने जेल में बिता चुका है और चोरी के एक मामले में ज़मानत पर चल रहा है. कांवड़ यात्रा के दौरान जब दिल्ली में कांवड़िए एक महिला की गाड़ी के साथ तोड़-फोड़ कर रहे थे, तो राहुल भी उस गुट में शामिल था. वो दिल्ली के उत्तम नगर का रहने वाला है.
क्या हुआ था मोती नगर में
8 अगस्त को दिल्ली के मोती नगर में एक लड़की गाड़ी से कहीं जा रही थी. रास्ते में उसकी गाड़ी से एक कांवड़िए की कांवड़ को टक्कर लगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक लड़की पर आरोप है कि उसने एक कांवड़िये को थप्पड़ मार दिया था. इसके बाद वहां से गुज़र रहे कांवड़िए इकट्ठे हो गए और उस गाड़ी को डंडों-पत्थरों से बुरी तरह डैमेज कर दिया और फिर पलट दिया. लड़की ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई. जानकारी मिलने पर दिल्ली पुलिस की PCR वहां पहुंची, लेकिन पुलिस ने कांवड़ियों को रोकने की ज़हमत नहीं उठाई. पुलिस वहां खड़े तमाशा देखती रही.
राहुल बिल्ला तक कैसे पहुंची पुलिस
मीडिया में आने के बाद जब इस मामले ने तूल पकड़ा, तो पुलिस काम पर लगी. वीडियो के आधार पर पुलिस ने कांवड़ियों को ट्रेस करने की कोशिश की. फिर 9 अगस्त की शाम को पुलिस ने राहुल को उसके घर के पास से अरेस्ट किया. DCP विजय कुमार ने बताया,
‘इसने अपने बारे में चल रहीं खबरें नहीं देखी थीं. ये हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहा था. ये किसी गुट में नहीं था, अकेले ही गया था, लेकिन लौटते समय जब इसने कांवड़ियों को उत्पात मचाते देखा, तो उनके साथ शामिल हो गया.’
पुलिस ने राहुल पर दंगे की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है, ताकि उसे ज़मानत न मिले. पुलिस अभी इसी मामले में 15 और कांवड़ियों की तलाश कर रही है. राहुल से भी कुछ लोगों के बारे में जानकारी मिली है.
वैसे इस मामले के इतना चर्चित होने के बावजूद कांवड़ियों की ऐसी हरकतें रुकी नहीं हैं. इसके अगले ही दिन 9 अगस्त को मुज़फ्फरनगर से एक वीडियो सामने आया, जिसमें कांवड़ियों ने एक कार-सवार पर हमला कर दिया था. कुछ चोटों के बाद कारवाला किसी तरह भागने में कामयाब हो गया और कांवड़ियों ने कार तहस-नहस कर दी.