कभी इसके नाम, कभी उसके नाम...
हर दिन उगता है सूरज,कभी इसके नाम, कभी उसके नाम; हर दिन गाते हैं पंछी, कभी इसके नाम, कभी उसके नाम. नदियां करती हैं कल-कल... भौंरे गाते हैं गुन-गुन, हवा बहे, कहे सुन-सुन-सुन, तू प्यार की मीठी-मीठी धुन, ये सोनी सुबह, सिन्दूरी शाम, कभी इसके नाम, कभी उसके नाम. बहुत हुआ,उठ, अब तू चल, बीत रहा है, एक-एक पल,