इसे बनाने के लिए मैंने आइसक्रीम की डंडिया इकट्ठा करना शुरू कर दिया। मोहल्ले में भी कई लोगों से कह दिया था। वो सब भी आइसक्रीम खाकर उसकी तीलिया मुझे दे जाते थे। सारी तीलियाँ इकट्ठा करने में मुझे दो महीने लगे और मैने इनसे पैन स्टैंड बनाया। इससे मैंने बचपन में बेकार चीजों का उपयोग करना सीख। इसी प्रकार मैंने बेकार माचिस, आइसक्रीम के टब, माचिस की तीलियाँ आदि इकट्ठा करके कई चीजें बनाई थी।
2005 के आसपास की बात है। हमारे पड़ोस में एक बच्चा रहता था। उसे स्कूल से एक प्रोजेक्ट मिला था, वेस्ट मेटेरियल से कोई चीज बनाना। वह मेरे पास आया तो मैंने उसे आइसक्रीम की तीली (स्टिक) से कुछ बनाने की बात कह दी। उसके बाद उसकी मम्मी बाजार से बहुत सारी आइसक्रीम स्टिक खरीद लायी। और मम्मी ने ही बहुत सुंदर सा क्राफ्ट बना दिया। जो बच्चे ने स्कूल में जमा करा दिया।