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रिमोट वाले टीवी

5 जून 2022

42 बार देखा गया 42
मैंने जब होश संभाला तब हमारे घर में ब्लैक एंड व्हाइट टीवी था। उस समय कई लोगों पर लकड़ी के शटर वाले टीवी थे। कई लोग टीवी पर प्लास्टिक की रंगीन स्क्रीन लगाकर उसे रंगीन टीवी बना लेते थे। ये स्क्रीन पारदर्शी लाल, हरे, नीले, पीले कई रंग में आती थी। एक पड़ोसी के पास तो ऐसी स्क्रीन थी जिसमें कई रंग एक साथ थे। इन स्क्रीन के टूट जाने पर कई लोग इसे मोमबत्ती की लौ पर मोड़ माड़ के हाथ घड़ी पर चढ़ाने के लिए फ्रेम बना लेते थे। जो घड़ी को बारिश से बचाता था।
रंगीन टीवी में अपट्रान का टीवी सबसे ज्यादा चलता था पर इसमें चैनल बदलना बहुत मुश्किल होता था। इसमें कई बटन होते थे जिससे चैनल को ट्यून किया जाता था। ब्लैक एंड व्हाइट टीवी में 12 चैनल होते थे जिनको एक नोब को गोल-गोल घुमाकर चैनल बदले जाते थे। रिमोट वाले टीवी में लोग केवल ओनिडा का ही नाम जानते थे पर ये बहुत महंगा होता था।article-image
जुलाई 1997 के आसपास बाजार में बहुत सारी कम्पनियों के रिमोट वाले टीवी आ गये थे। इनकी कीमत भी बहुत कम थी। 14 इंच का टीवी 14000 रुपये में और एक साल बाद ही इनकी कीमत 8000 रुपये के आसपास हो गई थी। उस समय 14, 20, 21 इंच (36, 51, 53 सेमी) के टीवी ही आते थे। इनमें 99 चैलन होते थे पर धीरे-धीरे केवल पर चैनलों की संख्या बढ़ने के कारण कुछ साल बाद 250 चैलन वाले टीवी आने लगे। केवल को टीवी से जोड़ने के लिए सफेद रंग का सॉकेट आता था जिसे बैलून कहते थे। इससे पहले रिबन जैसी चपटी तार आती थी जिसे छीलकर पेच के चारों तरफ लपेट कर टीवी में पेच कस दिये जाते थे।
कुछ कंपनियों ने स्लिम टीवी भी निकाले थे। यह दीवार वाले टीवी के आने से पहले सबसे पलते टीवी थे जो कम जगह में आ जाते थे। एल जी का गोल्डन आई टीवी जिसमें ऑटो ब्राइटनेस होती थी। 1999 में ये लोगों को जादू जैसा लगता था। उस समय हर टीवी में किक्रेट वाली गेम जरूर होती थी जो टीवी रिमोट से खेली जाती थी। भारत में ज्यादातर बच्चों ने सबसे पहला वीडियो गेम यही खेला होगा। नोकिया का स्नेक गेम तो इसके कई साल बाद आया था। उस समय कई कम्पनियों जैसे- जौली स्टार ट्रेक, अपट्रॉन, अकाई, तोशिबा, सेनसुई, ऑस्कर, ओनिडा, शार्प, बी पी एल, थॉमसन, एल जी, वीडियोकॉन, बेलटेक, बुश, बेस्टर्न, आईबा आदि के टीवी आते थे। इनमें बी पी एल का टीवी सबसे बेस्ट था और ऑस्कर व जौली के टीवी सबसे सस्ते (लेकिन क्वालटी में बढ़िया होते थे) थे।article-image
भारती

भारती

वह बहुत ही बढ़िया👌🏻👌🏻 टीवी की पूरी पीढ़ियों का जिक्र कर दिया आपने .. पुरानी सारी टीवी याद आ गईं..

5 जून 2022

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कम्प्यूर से सामना

20 अक्टूबर 2021
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1997 में (11वी क्लास में) मैंने पहली बार इलेक्ट्रॉनिक टाइप राइडर देखी थी। हमारे घर पर सादा टाइप राइड

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वायरस

20 अक्टूबर 2021
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सन 2000 में मैंने एक फ़िल्म देखी थी-स्टूअर्ट लिटिल टू , जिसमें सफेद चूहा था। मैं कई साल तक इसे असली स

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प्ले स्टेशन

20 अक्टूबर 2021
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जून 1999 तक मैने 2डी वीडियो गेम खेले थे। जिसमें मारियो, कॉनट्रा आदि चलते थे। स्ट्रीट फाइटर, फाइनल फा

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सायरन फोन

20 अक्टूबर 2021
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<div>मेरा छोटा भाई (कजन) एक खिलौना लेकर आया था। इसमे एक या दो गानों के बोल (मुखड़े) बजते थे। मेरे पास

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कविता शायरी और sms

20 अक्टूबर 2021
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अप्रैल 2004 में रिलायन्स ने 500 रुपये का फोन निकाला था। इसके बाद रिक्शेवालों के पास भी मोबाइल फोन मि

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कॉलेज प्रोजेक्ट

20 अक्टूबर 2021
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2004 में मुझे pg1 ईयर के लिए ऐसाइंटमेन्ट बनाकर जमा कराना था। इसके लिये मुझे कई किताबें पढ़नी पड़ी। पुस

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मेरा पहला कैमरा

20 अक्टूबर 2021
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1998 के आप-पास कोडेक ने 850 रुपये का कैमरा निकाला था। इसके बाद लोगों ने घरों में फोटो खींचने शुरू क

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नये धारावाहिक

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साल 1994-95 में दूरदर्शन ने दो नये धारावाहिक की शुरुआत की थी। एक था शान्ति, जो पहले आने वाले पारिवार

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मुलाकात

20 अक्टूबर 2021
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अक्टूबर 1997 की बात है मेरा एक सहपाठी मुझे लेकर अपने किसी मित्र से मिलने गया था। उसके घर पर केवल टीव

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अलग दुनियाँ

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जुलाई 1997 में पाप की ड्यूटी कुंभ मेले में लगने के कारण हम लोग हरिद्वार आ गये थे। पापा का हरिद्वार म

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गिफ्ट टेंशन

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अपने भतीजे के खिलौने देखकर लगा कि 2008 तक यह बाजार कितना बदल गया है। 1997 तक कोई इन खिलोनो के बारे म

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दिवाली कम्पटीशन

20 अक्टूबर 2021
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1997 में मैं दिवाली बनाने मौसी के आया था। तब सभी घरों में दिवाली की लगभग एक जैसी सजावट थी। सभी के घर

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<div>फ़रवरी 2020, आज उसी मैक डोनल्ड में जाने का मौका मिला। यहाँ आकर 15 साल पुरानी याद ताजा हो गई। सन

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हरिद्वार में हमने एक छोटा ताला खरीदा था। लगभग डेढ़ साल बाद उसकी चाभी हरिद्वार में कहीं खो गई। फिर वो

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कबाड़ का प्रयोग

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1990 में दूरदर्शन पर दोपहर में क्राफ्ट बनाने का कार्यक्रम आता था। इसकी लोकप्रियता का पता इसी से चलता

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चूरन वाली लॉटरी

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बचपन में हमारे पास खेलने के मुख्यतः तीन विकल्प थे चाभी वाले खिलौने, जन्माष्टमी के खिलौने और चूरन की

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फ्री गिफ्ट

21 अक्टूबर 2021
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आजकल क्रेक्स के साथ फ्री गिफ्ट मिलते हैं। पहले साल में एक या दो चीजें ही बाजार में आती थी जिनके साथ

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मेले में परीक्षा

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बात मार्च 1998 की है, हरिद्वार में आज कुंभ का शाही स्नान था। इसलिए पूरे मेला क्षेत्र में किसी भी वाह

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दौड़....मैं अपनी जिंदगी में दो बार दौड़ा हूँ। जिन्हें भूलना थोड़ा मुश्किल है। एक बार 1998 में जब हमें द

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फोन पीसीओ

16 अप्रैल 2022
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Bsnl को छोड़कर सभी फोन कम्पनियों ने अपने रेट बढ़ा दिये। इसी पर चर्चा करते-करते मुझे फोन की पुरानी बातें याद आ गई। 1997 की बात है हमारे घर के पास एक pco खुला। इससे पहले हमें फोन करने के लिए थोड़ी दूर जाना

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सोशल मीडिया

22 अप्रैल 2022
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2011 की बात है मेरे एक दोस्त ने मुझे फोन करके साइबर कैफे पर बुलाया। वो काफी टेंशन में था। मेरे पूछने पर उसने बताया कि 3 दिन से उसके फेसबुक पर कोई कमेंट व लाईक नहीं आया है। 2004 में pg में एसाइनमेंट के

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मुस्काजंलि

25 अप्रैल 2022
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मैं कम्प्यूटर पर काम कर रहा था बगल की खिड़की में मेरी किताबें चुनी रहती थीं। उन क़िताबों के बीच में एक छोटी सी चुहिया झाँक रही थी, वो मुझे ही देख रही थी। मैंने हाथ से उसे भगाया तो वह किताबों के बीच में

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मुफ्त का खाना

29 अप्रैल 2022
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मामा जी की जान पहचान में किसी की शादी थी। मेरा मामा जी का लड़का मुझे जबरदस्ती उस शादी में ले गया। हम दोनों बाईक से वहाँ पहुँचे। वहाँ पहुंच कर थोड़ी देर बाद हम दोनों उस शादी में खाने के मजे लूट रहे थे। म

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प्रिंसीपल और नकल

3 मई 2022
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मेरी बीएड की प्रवेश परीक्षा थी। मेरा सेंटर जी आई सी में पड़ा था। वहाँ में पेपर देने के लिए एक बड़े से हॉल में बैठा था। मेरी बेंच पर दूसरी साईड एक लड़की बैठी थी। पेपर देने के बाद उससे मेरी बात हुई थी। उसन

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रिमोट वाले टीवी

5 जून 2022
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मैंने जब होश संभाला तब हमारे घर में ब्लैक एंड व्हाइट टीवी था। उस समय कई लोगों पर लकड़ी के शटर वाले टीवी थे। कई लोग टीवी पर प्लास्टिक की रंगीन स्क्रीन लगाकर उसे रंगीन टीवी बना लेते थे। ये स्क्रीन पारदर

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संगीत का शौक

13 अक्टूबर 2022
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90s में हमारे पास गानों के लिए दो ही विकल्प थे, गाने देखने हो तो चित्रहार और गाने सुनने के लिए कैसेट। चित्रहार के अलावा गाने देखने के लिए कुछ लोग अपने घर में किराए पर vcr या vcp लाया करते थे। इसके बाद

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3D एनिमेशन का सफर

24 अक्टूबर 2022
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2019 की बात है, मेरा भतीजा मुझे गेम खेलने के लिए दुकान पर ले गया। मैं कई सालों बाद वीडियो गेम पार्लर पर गया था। इससे पहले मैं अपने मामा जी के बच्चों के साथ जाता था जो वहाँ 'टेकन3' खेलते थे। इस दुकान प

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4डी फिल्म

20 फरवरी 2023
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2012 के आसपास की बात है, मेरे ममेरे भाई ने मुझसे कहा कि फिल्म देखने चलेंगे। नुमाइश में 4डी थियेटर आया हुआ है। 1998 में एक फिल्म आई थी छोटा जादूगर। तब स्कूल में बच्चे 3डी फिल्म की बात करते थे। वो बताते

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