ज्यादातर कैसेट में आपकी पसंद के दो-चार गाने ही होते थे। उन्हें सुनने के लिए कैसेट को बार-बार रिवाइंड या फॉरवर्ड करना पड़ता था। यह भी कला थी, नहीं तो कई बार रिवाइंड करके देखना पड़ता था कि जो गाना सुनना है वो कहाँ है। 1998 में मेरा दोस्त मुझे एक दुकान पर ले गया। वहाँ 2 रुपये में एक गाना कैसेट में भरा जाता था। उसने पहले ही एक पर्ची पर मुझसे मेरी पसंद के 10-12 गाने लिखवा लिये थे। 25 रुपये की ब्लेंक कैसेट लेकर उस पर गाने भर दिये गये। ये उस समय बहुत बड़ी बात थी। ये सब गैर कानूनी था फिर भी धीरे-धीरे शहर में ऐसी कई और दुकानें खुल गई थीं। सन 2000 में एक शादी में मैंने एक विदेशी गाना सुना था जिसका नाम था 'ब्राजील'। ये गाना कैसेट में भरवाने के लिए मैंने कई दिनों तक शहर की बहुत सारी दुकानों के चक्कर लगाये लेकिन किसी पर भी यह गाना नहीं मिला। फिर दूसरे शहर में मेरे ममेरे भाई ने यह गाना भरवाकर कैसेट दिया। इसी समय विदेशी गानों (वेंगा बॉय, बार्वि गर्ल आदि) के लोकल कैसेट भी आने लगे थे। जिनका हरा या गुलाबी फ्लॉरसेंट रंग का कवर होता था। इनके कवर पर फोटो की जगह उस कैसेट के गाने छपे(लिखे) होते थे। ये गाने जब डेक में बॉक्स (स्पीकर) लगाकर बजते थे तो वो मजा आज dj पर भी नहीं आता।
2004 के आसपास बाजार में C D आ गई थी जिसमें लगभग 100 गाने हुआ करते थे और दो C D में एक फिल्म आती थी। CD आने के बाद VCR किराये पर देने वालों की दुकानें बंद हो गई थी। 2005 की बात है मेरी क्लास में एक लड़का फोन लाया था जिसमें mp4 था। उसके पास बहुत सारी भीड़ लग गई कि उसके फोन में चित्रहार चल रहा है। तब ज्यादातर के पास नोकिया 1100 फोन ही होता था। मेरे एक रिश्तेदार के पास CD प्लेयर और mp3 प्लेयर था। उस में 128 MB का मेमोरी कार्ड था (अब तो GB में आते हैं) जिसमें 50 गाने आ जाते थे। मुझे उसमें एक बटन बहुत अच्छा लगा जिसे दबाकर 10 गाने एक साथ फॉरवर्ड या बेकवर्ड किये जा सकते थे। मेमोरी कार्ड की क्षमता बढ़ने के साथ-साथ यह विकल्प व्यवहारिक नहीं रह गया था।
2009 के आसपास की बात है मैं बस में सफर कर रहा था। वहाँ ज्यादातर लोगों के कान में ईयर फोन लगे थे। ये कमाल था मल्टीमीडिया फोन का। जिसने अब गाना सुनने का काम घर के बाहर ला दिया था। इससे पहले सालों में कोई एक आध व्यक्ति ही वॉकमैन या mp3 प्लेयर पर गाने सुनता हुआ दिखता था। चाइना के मल्टीमीडिया फोन आने के बाद तो बसों आदि में नुमाइश जैसा हाल दिखने लगा था। कई-कई गाने एक साथ बस में बज रहे होते थे।