राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट के ताजा फैसले के बाद मचे सियासी बवाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी कूद पड़ा है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले की सुनवाई 3 महीने के लिए टाल दी है। पीठ के इस फैसले के बाद संघ का भी बयान आया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कहना है कि श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण हो और वह भी शीघ्र। यह बयान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने दिया है।
संघ के अलावा कुछ हिन्दू संगठनों ने भी मोदी सरकार पर राम मंदिर बनाने के लिए दवाब बढ़ाना शुरू कर दिया है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार से राम मंदिर के लिए अध्यादेश लाने की मांग की। यही नहीं बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना और शिया वक्फ बोर्ड ने भी यही मांग कर केंद्र सरकार पर दवाब बढ़ा दिया है।