उमा भारती ने कहा कि जब पवित्र मदीना नगर में एक भी मंदिर नहीं हो सकता या वेटिकन सिटी में एक भी मस्जिद नहीं हो सकती तो अयोध्या में किसी मस्जिद की बात करना 'अनुचित' होगा। उन्होंने कहा कि हिंदू दुनिया में सबसे ज्यादा सहिष्णु लोग हैं लेकिन राम मंदिर के पास मस्जिद बनाने की बात उन्हें असहिष्णु बना सकती है। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके साथ अयोध्या में मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि वह ऐसा करके अपनी पार्टी के 'पापों का प्रायश्चित' कर लेंगे।
उमा भारती ने अयोध्या विवाद को आस्था नहीं बल्कि जमीन का विवाद बताया और कहा, 'अब यह मात्र जमीन विवाद का एक मामला है, आस्था का नहीं है। यह तय है कि अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थान है।' उन्होंने इस मुद्दे का अदालत के बाहर समाधान किए जाने पर जोर दिया और राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, बीएसपी प्रमुख मायावती और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी सहित सभी राजनीतिक नेताओं से इसका समर्थन करने का आग्रह किया।
वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा, 'हमें इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों के समर्थन की जरूरत है। मैं राहुल गांधी सहित सभी नेताओं को आमंत्रित करती हूं कि वे मेरे साथ राममंदिर की आधारशिला रखने के लिए आएं।' उन्होंने कहा कि ऐसा करके गांधी परिवार के वंशज कांग्रेस के 'पूर्व के पापों के लिए प्रायश्चित' कर सकेंगे जिसने अयोध्या में मंदिर निर्माण में हमेशा 'बाधा' उत्पन्न की है।
उमा भारती ने कहा कि मुलायम सिंह यादव, बनर्जी, मायावती और वामदलों को इस मुद्दे पर बीजेपी का समर्थन करना चाहिए क्योंकि यह मुद्दा राष्ट्रीय हित का है। भारती ने कहा, 'यद्यपि वे मामले को सुलझने नहीं दे रहे हैं। कांग्रेस को धर्म के नाम पर देश को बांटने की आदत छोड़नी होगी।' उन्होंने दोहराया कि सभी पार्टियों को इस मुद्दे पर एकजुट होना होगा। 1990 के दशक में राम जन्मभूमि आंदोलन में हिस्सा ले चुकीं उमा भारती ने कहा कि वे राममंदिर निर्माण को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, 'यदि वे कहें कि राममंदिर का निर्माण केवल मेरे मृत शरीर पर होगा तो वह भी स्वीकार है।' बीजेपी की फायरब्रैंड हिंदू नेता के तौर पर चर्चित उमा भारती पूर्व में भी अयोध्या में जल्द राममंदिर निर्माण पर जोर देती रही हैं।