रिलायंस जिओ ने अपने नेटवर्क पर सभी प्रकार के एडल्स कंटेंट वाली वेबसाइट्स को बैन कर दिया है। जिसके बाद अब कहा जा रहा है कि इस क्रम में बाकी टेलीकॉम ऑपरेटर्स जैसे एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया, BSNL व अन्य इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISP)आदि ने भी पॉर्न साइट्स को बैन कर दिया है।
बीते हफ्ते ही डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DoT)द्वारा देशभर के सभी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को कहा गया था कि वे पॉर्नोग्राफी से संबंधी कंटेंट वाली 827 वेबसाइट्स को ब्लॉक करें। जिसके बाद ही जिओ ने अपने नेटवर्क पर इन साइट्स को ब्लॉक कर दिया, जिसकी जानकारी यूजर्स द्वारा ट्विटर व रैडिट आदि पर भी शेयर की गई थी।
बीते हफ्ते पहले ही दरअसल उत्त्तराखंड हाई कोर्ट के निर्देश पर मिनिस्ट्री ऑफ इलैक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी (MeitY) द्वारा डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम के लिए आदेश जारी किया गया था। जिसके अनुसार “सभी इंटरनेट सर्विस लाइसेंस मालिकों को आदेश दिया जाता है कि वे जल्द से जल्द इन 827 वेबसाइट्स को ब्लॉक किए जाने पर अमल करें।''
उत्तराखंड हाई कोर्ट द्वारा सबसे पहले 857 वेबसाइट्स को बैन किए जाने की बात कही गई थी, जिनमें कि एडल्स कंटेंट दिया गया है। हालांकि MeitY द्वारा जांच किए जाने के बाद पता चला कि इनमें से 30 साइट्स में किसी प्रकार का कोई एडल्ट कंटेंट नहीं पाया गया है, जिसके बाद सरकार ने केवल 827 वेबसाइट्स पर ही बैन लगाए जाने का फैसला किया गया।
इसके बाद दुनिया का सबसे बड़ा पॉर्न हब कहे जाने वाली साइट पॉर्न हब ने अपने डोमेन को ही बदल लिया है, जिसकी आधिकारिक जानकारी को उन्होंने ट्विटर पर शेयर किया है। इसके बारे में पॉर्न हब की वाइस-प्रेसिडेंट Corey Price का कहना है कि ''भारत में पॉर्नोग्राफी या किसी अन्य एडल्ट कंटेंट को प्राइवेट में देखने को लेकर कोई कानून नहीं है। उनके अनुसार भारत में बड़ी संख्या में एडल्ट कंटेट देखा जाता है और ऐसा किया जाना ठीक नहीं है।
हालांकि ये देखना बाकी है कि सरकार इसबार अपने इस प्रयास में कितना सफल हो पाती है क्योंकि इससे पहले 2105 के समय भी सरकार ने पॉर्नोग्राफी साइट्स पर बैन लगाया था। मगर उससे कोई खास असर नहीं पड़ा क्योंकि यूजर्स VPN व अन्य ISPs की मदद से इनसब पर एक्सेस आसानी से कर पा रहे थे।