कांग्रेस द्वारा नेहरू के कारण नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की बात करने पर मोदी जी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस वाले दावा करते हैं कि नेहरू के कारण एक चाय वाला पीएम बन गया तो कम से कम एक बार पांच साल के लिए एक परिवार से बाहर के किसी व्यक्ति को कांग्रेस का अध्यक्ष बना दीजिए, मान लूंगा। उन्होंने कहा कि एक चाय वाला प्रधानमंत्री बन गया, इसके लिए वे (कांग्रेस के लोग) 125 करोड़ लोगों को श्रेय देना भी नहीं चाहते हैं।
अंबिकापुर में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने कहा कि जब लोकसभा के चुनाव में यहां आया था तो आप लोगों ने लाल किला बनाया था। लाल किला यहां के लोगों की भावनाओं का प्रतीक था। उन्होंने कहा, 'अंबिकापुर में लाल किला बना था, मोदी का भाषण भी हुआ था लेकिन नींद दिल्ली वालों की खराब हो गई। मेरी कितनी रैलियां होती हैं लेकिन अंबिकापुर की चर्चा सबसे ज्यादा हो गई। लोगों को लगा कि अंबिकापुर के लोग लाल किला बनाने की कल्पना भी कैसे कर सकते हैं.... यह तो एक ही परिवार का अधिकार है।' लाल किले की प्रतिकृति बनाने मात्र से लोगों ने अनाप-शनाप बातें कही थीं। मोदीजी ने कहा कि अंबिकापुर को बदनाम करने वालों को आप घर भेजेंगे कि नहीं? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि राज दरबारियों को एक ही परिवार का गीत गाने का रोग लग गया है, उन्हें छत्तीसगढ़ के लोग ही सबक सिखा सकते हैं। आज एकमात्र बीजेपी ऐसी पार्टी है जो बिना भेदभाव के, बिना मेरे-तेरे, बिना अपने-पराये या किसी भी प्रकार का भेद किए बिना सबका साथ सबका विकास के मंत्र को लेकर चल रही है। हमने वोट देने वाले और न देने वाले सभी लोगों के लिए काम करते हैं। उन्होंने तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया, 'खाई पैदा करना और भाई-भाई को लड़ाए बिना कांग्रेस को चैन नहीं पड़ता है जबकि हमने कोई संघर्ष किए बिना मिलजुलकर रास्ते खोजे।' कांग्रेस को पता है कि आने वाले तो हैं नहीं तो बोलने में क्या जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने देखा होगा कि टीवी पर एक बाबा आते हैं। कहते हैं पकौड़े खाओ 'किरपा' हो जाएगी। बाबा कहते हैं कि दूध पीते हो... नहीं पीते हो पीने लगो किरपा हो जाएगी। मोदीजी ने कहा कि कांग्रेस वाले भी ऐसे ही हैं। एक बार बटन दबा दीजिए फिर भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले चार पीढ़ी का हिसाब दे हम तो चार साल का हिसाब दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब छत्तीसगढ़ बना उस समय एमपी में दिग्गी राजा की सरकार थी। उन्होंने कहा, 'पता नहीं वह किन-किन कामों के लिए छत्तीसगढ़ के बस्तर आदि इलाकों में आते थे। मैं तो यहां बोलना भी नहीं चाहता था। कांग्रेस की सरकारों दिग्गी राजा (2 साल) और अजीत जोगी (3 साल) ने जो घोषणापत्र जारी किया था, उसमें से 62 फीसदी वादे खोखले निकले थे। उन्होंने खोलकर देखा भी नहीं था।'