अज्ञान
अज्ञान जैसा
शत्रु दूसरा नहीं - चाणक्य
अपने शत्रु से
प्रेम करो, जो तुम्हे सताए उसके लिए प्रार्थना करो - ईसा
अज्ञानी होना
मनुष्य का असाधारण अधिकार नहीं है बल्कि स्वयं को अज्ञानी जानना ही उसका
विशेषाधिकार है - राधाकृष्णन
अशिक्षित रहने
से पैदा ना होना अच्छा है क्योंकि अज्ञान ही सब विपत्ति का मूल है
अज्ञानी के
लिए ख़ामोशी से बढकर कोई चीज़ नहीं और यदि उसमे यह समझाने की बुद्धि हो तो वह
अज्ञानी नहीं रहेगा - शेख सादी