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डैड का कॉल आया था । उन्हें कल कहीं जाना है किसी काम से , तो वो कल शाम तक घर आयेंगे । ये सब कहते वक्त वो मानवी को बिल्कुल भी नहीं देख रहा था ।
अब आगे
मानवी को अनुभव के इस हरकत से गुस्सा आ गया , तो वो उसे ताने देते हुए मुस्कुरा कर 😊बोली — तुम वहां क्यों सो रहे हो ? निंद नहीं आयेगी तुम्हें और कल बहुत से काम भी करने हैं तुम्हें , तो अच्छी नींद जरूरी है तुम्हारे लिए । एक काम करो .... तुम यहां हमारे बेड पर सो जाओं , हमारे साथ । क्या ख्याल है ? "
ये कहते हुए मानवी अपना मुंह टेड़ा कर ली । 😏
अनुभव उसके इस तरह से कहने और उससे ऐसे बात करने पर चिढ़ गया , एक बार तो उसका मन किया कि .... वो मानवी को उसके कमरे में अकेले छोड़ कर चला जाए , लेकिन फिर उसके सामने मिस्टर सिकरवार का चेहरा आ गया और तब उसने मानवी को घुर कर देखा , ऐसे जैसे अपने आँखों से मार डालेगा मानवी को ।
मानवी जब देखी की वो उसे घुर रहा है , तो चिढ़ कर उससे बोली — घुर क्या रहे हो ऐसे भेड़िये के तरह , खाना है क्या ? जाओं यहां से ... ये मेरा रूम हैं ।
मानवी का उसको भेड़िया कहना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा था । उससे कोई ऐसे भी बात करेगा वो कभी सोचा भी नहीं था । उसे गुस्सा तो बहुत आ रहा था । उसका वस चलता तो वो मानवी को छोड़कर चला जाता , छोड़ देता उसे डरने के लिए , लेकिन वो ये नहीं कर सकता था , वो मजबूर था , उसकी इतनी हिम्मत नहीं हुई कि वो मानवी को छोड़ कर चला जाय ।
वो बस उसे घुर के देख कर रह गया और वही सोफे पर लेट गया ।
मानवी उसके ऐसे करने पर चिंढ गई , लेकिन बोली कुछ नहीं और फिर वो अपने बेड पर जा कर सो गई ।
अगले दिन सुबह 05:30 बजे
अनुभव अंगडाई लेते हुए अपने हाथ को फैलाया वो ये भूल गया था कि वो अभी कहां है और किस चीज पर सोया है । जैसे ही उसने अपने हाथ को फैलाकर करवट बदला , वैसे ही धड़ाम से सोफे से नीचे गिर गया ब्लैंकेट में लिपटे हुए 😂 । गिरते ही उसे होश आया की वो कहां है , और क्यों गिरा है । 😂
अनुभव वैसे ही नीचे फर्श पर ब्लैंकेट में उलझे हुए ही सबसे पहले अपने आँखे तिरछी करके मानवी के तरफ देखा कि कही वो देख तो नहीं ली है उसे गिरते हुए या गिरे हुए । 😄 लेकिन जब देखा कि मानवी गहरी नींद में सो रही है तो वो एक चैन की सांस लिया और खुद से ही बड़बड़ाते हुए बोला — क्या मुसिबत हैं यार । अपने ही घर में क्या हाल हो गया है मेरा । इस चिपकली से बचने के लिए क्या क्या करना पड़ रहा है मुझे । 😞 अगर ये मुझे अभी ऐते देख लेगी तो कितनी बाते बनायेगी । इस बात में ये बिल्ली नमक मिर्च लगा कर कहेगी सबसे । 😏😏 पता नहीं क्या मिलता है इसे मुझे फालतू में परेशान करके । 🙁
वो ऐसे ही खुद से बड़बडाते हुए खुद को ब्लैंकेट से आजाद किया , फिर अपने गर्दन को हल्के हाथ से दबाया तो उसे थोड़ी सी दर्द महसूस हुई । तो उसने अपने गर्दन को ठीक करने के लिए उसे इधर - उधर झटका । उसे लगा कि बस ऐसे ही हल्की सी दर्द है ऐसा तो हो जाता है कभी - कभी ।
दो तीन बार वो वैसे ही किया मगर वो ठीक नहीं हुआ , बल्की और भी ज्यादा दर्द करने लगा । अनुभव अपने गर्दन को टेढ़ा किये हुए अपने रूम चला गया फ्रेश होने ।
क्रमश: ......