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नफरत बदला बेहद प्यार में ...— 7

2 सितम्बर 2022

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        फाइनली आज मानवी का  सपना पूरा होने वाला था । वह काफी खुश थी शहर जाने के लिए । थोडी देर बाद मानवी को लेकर मिस्टर  सिकरवार बाहर आ   गए और गाड़ी के तरफ चल दिए  . . जहां गाड़ी खड़ी थी । वहां पहुंचकर मिस्टर सिकरवार ने मानवी के लिए दरवाजा खोला , मानवी खुशी-खुशी  गाड़ी में बैठ गई , वो  बैठते  ही उसने ( मिस्टर सिकरवार  से ) कहा  अरे कितना मुलायम है ये सीट और देखिए कितनी जंप भी कर रही हैं और वह यह कह कर उस पर जंप करने लगी । मिस्टर सिकरवार ये देखकर मुस्कुराए बिना नहीं रह सके ।

        अब दोनों वहाँ से चल दिए । मिस्टर सिकरवार मानवी को अपने साथ अपने घर लाए और अपना सामान गाड़ी में ड्राइवर से रखने को कहकर मानवी के लिए कुछ चॉकलेट्स लेकर आए और मानवी को दे दिए । मानवी चॉकलेट्स को देखकर बहुत खुश हुई और वही पर फाड़ के खाने लगी ।
          कुछ देर आराम करने के बाद तीनों दिल्ली के लिए निकल गए । रास्ते भर मानवी कुछ ना कुछ पूँछती रही और कभी मिस्टर सूर्यवंशी तो कभी ड्राइवर उसके सवालों का जवाब देते रहे । एक और भी बात थी कि मानवी के बक - बक से दोनों लोगों को रास्ते में ना नींद आई और ना  ही बोरियत का सामना करना पड़ा ।
 बीच - बीच में कहीं - कहीं पर ब्रेक भी ले ले रहे  थे । 

                   अगले दिन दोपह में

           10 घंटा से लगातार गाड़ी चलाने से दोनों जन काफी थक चुके थे , अब वो दिल्ली पहुँच चुके थे , सिकरवार मेंसन बस पहुँचने ही वाले थे । 
        फाइनली आज मानवी दिल्ली आ ही गई । वहां की चकाचौंध को देखकर अपनी आंखें बड़ी-बड़ी कर के मिस्टर सिकरवार से कह रही थी , की अंकल क्या गजब का महल यहां पर बना हुआ है  । एक से बढ़ कर एक । वह भी इतनी ऊंची - ऊंची कि हमारा गर्दन ही दुख जाएगा ऊपर देखते - देखते । इतनी सारी दुकानें , इतनी लंबी-लंबी सड़कें , इतने सारे लोग अरे बाप रे . . ! यहां तो हम भूल ही जायेंगे कि किधर जाना है , मैंने तो ये सब सिर्फ टीवी पर ही देखा था , लेकिन आज सामने से भी देख लिया । 
           लगभग 30 मिनट के बाद मानवी को एक बहुत ही सुंदर और बहुत बड़ा घर दिखा । वो उसी को देखने में मगन थी ,  उस घर के आगे बहुत प्यारे - प्यारे फूल लगे हुए थे , तरह - तरह के मनमोह लेने वाले पेड़ - पौधे भी लगाए गए थे । जीससे घर और भी सुंदर दिख रहा था । मानवी बस उस घर को और वहां लगे फूल और सुंदर - सुंदर पेड़ - पौधों को देखने में लगी थी । उसे ये ध्यान नहीं आया की गाड़ी अब रुक गई है । उसको ये बात तब पता चली जब मिस्टर सिकरवार ने उससे कहा कि बेटा कहाँ खो गई हो । यही है  घर । क्या घर नहीं जाना है ? चलो अंदर थोड़ा आराम कर लो फिर मैं तुम्हें सबसे मिलवा लूंगा और यहाँ का सैर भी कराऊंगा । 
       मानवी  ने जब सुना कि वो लोग घर पहुंच गए हैं और यह घर मिस्टर सिकरवार का ही हैं । तो बहुत खुश हुईं । मानवी जल्दी से कार से बाहर आयी और खुश होते हुए मिस्टर सिकरवार से बोली कि , अंकल आपका घर तो बहुत बड़ा है और बहुत सुंदर भी ।

           मिस्टर सिकरवार हंसकर उससे कहते — मानवी अब से यह तुम्हारा भी घर है । इसे सिर्फ मेरा ही मत समझो । फिर मानवी को मिस्टर सिकरवार अपने साथ अपने घर में ले जाने लगे । मानवी जब मेन  दरवाजे पर पहुंची ,  और वह जैसे ही अपना पैर रखने वाली थी कि उसकी नजर  चमचमाते हुए सफेद मार्बल पर पड़ी , मानवी ने अपने  आगे बढ़े हुए पैर को पीछे किया और अपना सैंडल  देखने लगी । फिर वह अपना सैंडल दरवाजे पर ही उतारने लगी अंदर जाने के लिए । मिस्टर सिकरवार  मानवी को ऐसा करते हुए देखकर ★ ★ ★ वह मानवी को रोकते हुए बोले  — रुको •••••••• यह क्या कर रही हो तुम ? चलो अंदर जल्दी से । तुम्हें यह सब करने की कोई जरूरत नहीं है । मानवी **** मिस्टर सिकरवार की बात सुनकर ... पहले उनके तरफ देखती है , , , , फिर वो फर्श को देखती है और अपने सैंडल को देखते हुए मिस्टर सिकरवार से बोलती है — अरे .... अरे ..... अंकल यह फर्श एकदम साफ है और वही मेरा सैंडल इसके आगे कितना गंदा लग रहा है और इसमें कितनी मिट्टी भी लगी हुई है । मैं अपना पैर जहां - जहां रखूंगी वहां - वहाँ निशान बन जाएगा मेरे सैंडल का .... । तब दोबारा से   इसे साफ करना पड़ेगा । इसलिए मैं सैंडल बाहर ही उतार देती हूं । 



क्रमशः ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ 




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रचनाएँ
इस कदर हमें तुमसे प्यार हो गया (नफरत बदला बेहद 💗प्यार में ... )
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          यह कहानी एक गांव की लड़की की है ,जो बहुत ही चंचल स्वभाव की है  उसके पैर घर में बिल्कुल भी नहीं टिकते हैं । शहर क्या होता है यह मानवी नहीं जाती है ।      बच्चों में बच्ची बन जाती है ,तो कभी बड़ों में दादी मां की तरह बात करने लग जाती है ।  वह काफी समझदार भी है ,लेकिन उस की माँ उसको बुद्धू बोलती है ।      इस कहानी का उद्देश्य किसी के मान सम्मान को ठेस पहुंचाना नहीं है ,यह सिर्फ मनोरंजन के लिए लिखा है हमने ।  
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1 सितम्बर 2022
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यह कहानी एक गांव की लड़की की है ,जो बहुत ही चंचल स्वभाव की है उसके पैर घर में बिल्कुल भी नहीं टिकते हैं । शहर क्या होता है यह मानवी नहीं जाती है

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1 सितम्बर 2022
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मानवी के बाबू जी गांव के सरपंच हैं तो वह अक्सर गांव में ही रहते हैं घर पर हो शाम को ही आते हैं ।वो अब अक्सर लोग उसे कहते हैं कि जरा हमें कोई अच्छा सा लड़क

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1 सितम्बर 2022
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मानवी ( मिस्टर सिकरवार से कहती है )-मैं कभी किसी दूसरे आदमी को बाबूजी बोलती हूं ,तो वह थोड़ा जलते हैं . . . थोड़े जलकुकडे हैं मेरे बाबू जी ... ये कह कर

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1 सितम्बर 2022
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श्वेता जी (मानवी से कहती हैं ) - यह तेरे घर की पूजा है , ना कि किसी और के घर की , जो तुम इतनी मटर गश्तीयाँ करते फिर रही हो ।😡 वह फिर मानवी से कहती हैं ,अब खड़े-खड़े मुंह क्य

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1 सितम्बर 2022
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( अगर मानवी बड़े घर की बेटी होती और शहर से होती , तो पता है उसके फ्रेंड्स क्या कहते आज उसे ऐसे लुक में देखकर - किलर लुक )😀😀

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नफरत बदला बेहद प्यार में ...— 6

2 सितम्बर 2022
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अगले दिन मिस्टर सिकरवार दोपहर में पाठक जी के घर आ गये मानवी को अपने साथ ले जाने के लिए । मानवी मिस्टर सिकरवार को देखकर बहुत खुश हो गई । उसे शहर जाने कि इतनी जल्दी थी

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नफरत बदला बेहद प्यार में ...— 7

2 सितम्बर 2022
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फाइनली आज मानवी का सपना पूरा होने वाला था । वह काफी खुश थी शहर जाने के लिए । थोडी देर बाद मानवी को लेकर मिस्टर सिकरवार बाहर आ गए और गाड़ी के तरफ चल

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नफरत बदला बेहद प्यार में ...— 8

2 सितम्बर 2022
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मानवी मिस्टर सिकरवार से बोलती है — अरे .... अरे ..... अंकल यह फर्श एकदम साफ है और वही मेरा सैंडल इसके आगे कितना गंदा लग रहा है और इसमें कितनी मिट्टी भी लगी हुई है । मै

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4 सितम्बर 2022
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काफी देर से चुप मानवी माधुरी जी की ये बात सुनकर तपाक से बोली — अरे अंकल मेरा भाई कार्तिक भी ऐसे ही कहता है माँ से कि बाबू जी मेरे से प्यार नहीं करते है सिर्फ मानवी दी से करते है । &n

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13 सितम्बर 2022
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मिस्टर सिकरवार की ऐसी बातें सुनकर वो शरमाते हुए अपने आस पास देख कर बोली — क्या आप भी ना ... कुछ भी बोल देते हो .... मैं क्यूं आपको भूलूंगी । &n

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13 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा मानवी को अनुभव का उससे ऐसे बात करने पर चिढ़ गई , क्योंकि आज से पहले उससे कोई ऐसे बात नहीं किया था । उसने गुस्से में आकार अनुभव के आंखों देखते हुए कहां

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग -12

14 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखाअनुभव अपना दांत पीसते हुए , मानवी के तरफ अपने हाथ मे लिए हुए डंडे को उसके तरफ प्वाइंट करते हुए बोला — ओए ... सड़ी हुई दिमाग की गवार लड़की , तुम्हें अभी पता नहीं है , कि तुम अभी किसके

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17 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखाअनुभव ने देखा कि मिस्टर सिकरवार उस पर ध्यान नहीं दिये है तो वो मौका का फैदा उठाया और वहां से नीकल गया । अब आगे क्योंकि ( अनुभव को ) उसे पता

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 14

18 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखावो सोच रही थी कि चोर भी मुझसे यही कह रहा था कि वो मुझे बिल्ली समझ कर अपने साथ डण्डा लेकर आया था और आंटी भी मुझे बिल्ली ही समझ रही थी ! उनके बोलने से तो ऐसा लग रहा कि

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18 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखातुम्हारे आंख बंद कर के चलने के वजह से तुम्हें कई बार चोटे भी लगी है , कई बार तो तुम बड़ी - बड़ी गाडियों के सामने भी चले जाते थे । इसी वजह से मैं तुम पर हमेशा ग

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 16

19 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा मिस्टर सिकरवार संध्या से — नहीं मैं वहीं आ रहा हूँ और ये कहकर वो अनुभव को घुरते हुए वहाँ से नीचे चले आये ।अब आगे

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23 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा वो अपने आस - पास देखने लगी की वो जग कहा रख दी । उसे लगा कि वो अनुभव से अच्छे से लड़ाई करने के लिए , उसने जग कही रख दिया है । अब आगे &

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14 अक्टूबर 2022
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अब तक आपने देखा मानवी अनुभव की लास्ट वाली बात से पूरी तरह से झन्ना गयी उसका मन किया कि वो अनुभव का गला दबा दे । वो अनुभव को पिछे से गुस्से में बोली — तुम हो छि

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19 दिसम्बर 2022
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अब तक आपने देखाअब मैं क्या करूं .... फिर अचानक उसके दिमाग में एक बात आई और वो मिस्टर सिकरवार के पास कॉल कर के अपनी बात कहीं । अब आगे मान

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 20

5 फरवरी 2023
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अब तक आपने देखाइसे देखकर तो लग रहा है जैसे कि आप दो - तीन महीने के लिए जा रही हो वहां । अब आगे माधुरी जी हंसकर बोली - अरे बेटा ऐसी कोई बात नहीं है । मैं वहा

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5 फरवरी 2023
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अब तक आपने देखामिस्टर सिकरवार के तरफ मुडी और बोली 😊 — अच्छा तो अब चलिए ... कहीं देर ना हो जाए । अगर मैं वहां लेट पहुंची तो मुझे मेरी सहेली से बहुत कुछ सुनने को मिलेगा । अब आगे मि

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 22

12 फरवरी 2023
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अब तक आपने देखाअनुभव के आने का इंतजार करने लगी , क्योंकि मानवी को इतने बड़े घर में अकेले डर लग रहा था । अब आगे मानवी अनुभव के घर आने का इंतजार करने लगी । वो कभी घड़ी के तरफ देख रही थी

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 23

13 फरवरी 2023
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अगर वो गेंडा ... भैसा अनुभव होगा तो यहां इतना अंधेरा देख कर दूर से ही गला फाड़ते हुए आयेगा । 😡🤨अब आगे अभी मानवी यहीं सोच रही थी कि उसे अनुभव के कदमों की आहट सु

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10 मार्च 2023
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अब तक आपने पढ़ावो कोई चुहा नहीं है जो तुम मुझसे तब से घूरे जा रही हो , उसे अपना आहार बनाने के लिए 😁 अनुभव ने गुलदस्ते के तरफ इशारा करके पूछा 😁 । अब आगे &nbs

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अब तक आपने पढ़ावो अलबत्ता अनुभव के हाथों से आपना हाथ खिच ली और उसके तरफ एक नजर देख कर , उससे अपनी नजरे फेर ली और अपने आंखों को बंद करके , अपना सर दोनों से पकड़ कर बैठ गई । वो अभी भी

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10 मार्च 2023
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अब तक आपने पढ़ाअनुभव ने तुरंत उनकी बात सुनकर कहां — कोई नहीं आंटी । आप कल नहीं आना । जब वह ठीक हो जाए तभी आएगा | वैसे भी डैड कल आएंगे तो वो वहीं से नाश्ता करके आएंगे और हम अपने

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26 अप्रैल 2023
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अब तक आपने पढ़ाकुछ देर बाद जब कॉफी बन गयी तो वो उसे लेकर हॉल में आ गया और मानवी के ठीक सामने बैठ गया और धीरे - धीरे कॉफी की शीप लेने लगा और मानवी के चेहरे को बड़े गौर से देखने

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28 अप्रैल 2023
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अब तक आपने पढ़ाअनुभव उसे शांत करने के लिए उसके बाल को सहलाने लगा । लेकिन फिर भी मानवी का डर और हाथ - पांव चलाना कम नहीं हुआ । अब आगेमानवी लगातार अपना हाथ - पाँव मार रही थी । अनुभव ने बहुत कोशिश क

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3 मई 2023
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अब तक आपने पढ़ा अनुभव जल्दी से उठा और हॉल के गेट के पास चला गया । वो नहीं चाह रहा था कि वॉचमैन मानवी को ऐसे देखे और हॉल में बिखरी हुई चीजों को भी । अब आगेवो वहां पहुंच कर वॉचम

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 30

9 मई 2023
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अब तक आपने पढ़ा फिर उसके दिमाग में ये बात आयी कि कहीं ये अंकल से बचने के लिए तो नहीं कर रहा हैं ।अब आगेमानवी ये बात सिर्फ अपने मन में सोच कर रह गयी , अनुभव से बोली कुछ नहीं और चली

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 31

25 मई 2023
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अब तक आपने पढ़ा डैड का कॉल आया था । उन्हें कल कहीं जाना है किसी काम से , तो वो कल शाम तक घर आयेंगे । ये सब कहते वक्त वो मानवी को बिल्कुल भी नहीं देख रहा था । अब आगे&nbsp

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 32

2 जून 2023
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अब तक आपने पढ़ा दो तीन बार वो वैसे ही किया मगर वो ठीक नहीं हुआ , बल्की और भी ज्यादा दर्द करने लगा । अनुभव अपने गर्दन को टेढ़ा किये हुए अपने रूम चला गया फ्रेश होने । अब आगेअनुभव अपने रूम मे ज

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नफरत बदला बेहद💗 प्यार में ....भाग - 33

23 जून 2023
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अब तक आपने पढ़ा संध्या जी मुस्कुराते हुए बोली — हाँ बेटा जी वो अब ठीक है .... और मै कल से आऊंगी । आप को मेरे बीना परेशानी हुई इसके लिए माफ करना बेटा जी 🙂 और फोन करने के लिए आपका बहु

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