अगर वो गेंडा ... भैसा अनुभव होगा तो यहां इतना अंधेरा देख कर दूर से ही गला फाड़ते हुए आयेगा । 😡🤨
अब आगे
अभी मानवी यहीं सोच रही थी कि उसे अनुभव के कदमों की आहट सुनाई दी । अब मानवी के मन से डर कही दूर भाग गया था , क्योंकि उसे अनुभव पर जोर का गुस्सा आ गया था उसके आने की आहट सुनकर ।
एकबार के लिए तो उसके मन में ये आया कि वह अपने हाथ लिए गुलदस्ते से मार कर , उसका सर फाड़ दे , क्योंकि आज वो उसी के वजह से इतना डरी हुई थी ।
अनुभव जब हॉल में आया और वहां इतना अंधेरा देखा तो वह सबसे पहले फोन का टॉर्च ऑन किया और फिर वो बोर्ड के पास जाकर लाइट्स को ऑन कर दिया और स्विच ऑन करके वो पीछे मुड़ा ... तो उसे सोफे पर बैठी मानवी दिखी । जो अभी अपना सर थोड़ा सा झुकाए हुए बैठी थी और टेबल पर रखे गुलदस्ते को गुस्से से देखी जा रही थी , बिना पलक झपकाए ।
अनुभव उसको ऐसे बैठे देख कर सबसे पहले उससे पूछा — तुम यहां की लाइट्स ऑफ करके क्यों बैठी थी ? अगर अंधेरे में रहने का तुम्हें इतना शौक है , तो अपने रूम में जाकर बैठती , वहां की लाइट्स ऑफ करके । तुम्हारी वजह से मैं अभी कुछ देर पहले गिरते - गिरते बचा हूं ।
अनुभव की बातें सुनकर मानवी को गुस्सा बहुत आ रहा था । वह फिर भी चुपचाप अपने गुस्से को दबाए हुए , वैसे ही बैठे रही । गुस्से के वजह से उसे समझ में नहीं आ रहा था , कि वह क्या करें अभी अनुभव के साथ । उसका मुंह बंद करवाने के लिए ।
मानवी का तो मन हो रहा था कि वो अभी अपने गांव वाली गालीयों से अच्छे से धो दे । जो अक्सर औरतें झगड़ा करते वक्त एक - दूसरे को देती हैं , लेकिन मानवी चुप रही , क्योंकि वो वैसी गालीयां नहीं देती हैं , तो वो गाली वाली बात अपने दिमाग से निकाल देती हैं ।
अब उसका मन हो रहा था , कि वो अनुभव का सर फाड़ दे , उसके गर्दन को मरोड़ कर ... उसे जमीन में गाड़ दें । लेकिन मानवी खुद को कंट्रोल किए हुए वैसे ही बैठे गुलदस्ते को गुस्से से घुरती रही ।
अनुभव उसके ना बोलने पर और उसके ऐसे लगातार बिना पलक झपकाए एकटक गुलदस्ते को घूरते देखकर वो मानवी को चिढ़ाते हुए बोला — ओह ... हो ... अब समझ आया यहां अंधेरा क्यों किया गया था ? 😁 तुम तो बिल्ली 🐈 हो और तुम चूहे को ढूंढ रही थी अंधेरे में .... है ना ।
मानवी उसके ऐसे दांत फाड़ के हंसकर कहे हुए बात को सुनकर , उसके तरफ गुस्से से देखी । फिर वह वापस गुलदस्ते को घुरने लगी ।
😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄
अनुभव बेचारा मानवी के गुस्से से बिल्कुल अनजान था । उसे क्या पता था कि मानवी अभी ऐसे क्यों कर रही है । 😄
अनुभव को लगा कि मानवी अभी अच्छे मूड़ में है और वो गुस्सा करना नहीं चाह रही हैं , तो वो फिर से उसे चिढ़ाने के लिए सोचा और उसने अपनी बत्तसी दिखाते 😁 हुए बोलना शुरू किया — ओए बिल्ली 😁 🐈 तुम ऐसे क्यों उसे घुर रही हो । वो एक प्यारा सा जार हैं और हम उसमें रोज ताजे फूल रखते हैं । वो कोई चुहा नहीं है जो तुम मुझसे तब से घूरे जा रही हो , उसे अपना आहार बनाने के लिए 😁 अनुभव ने गुलदस्ते के तरफ इशारा करके पूछा 😁 ।
कमश: ...