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अनुभव जल्दी से उठा और हॉल के गेट के पास चला गया । वो नहीं चाह रहा था कि वॉचमैन मानवी को ऐसे देखे और हॉल में बिखरी हुई चीजों को भी ।
अब आगे
वो वहां पहुंच कर वॉचमैन से खाना ले लिया और किचन में ले जाकर रख दिया । वो अभी मानवी को नींद से उठाना नहीं चाह रहा था , ये सोचकर की कही फिर वो आधि नींद में उठ कर कुछ गड़बड ना कर दे ।
भला अनुभव ये सोचे भी क्यों नहीं , 😁 बड़ी मसक्कत करने पर वो जाकर अब कही शांत हुई थी । लेकिन फिर भी वो अभी भी कभी - कभी नींद में कुछ ना कुछ बड़बड़ा रही थी ।
लगभग 30 मीनट बाद
रात 10 : 50 pm में मानवी की नींद खुली तो वो खुद को हॉल में सोये हुए पायी । तो वो लेटे - लेटे ही अपने दिमाग पर जोर डालते हुए और आँखों को मसलते हुए खुद से बोली — अभी तक ये गेंडा नहीं आया है क्या ? !! ये बोलते - बोलते उसकी भौहे सिकुड़ गई ।
जैसे ही उसके दिमाग में ये बात आयी , वो झट से अपने आँखे खोल दी , नींद से जो आलस उसके बॉडी में थी , वो पता नहीं कहा भाग गई ।
लेकिन उसी पल मानवी को याद आ गया कि गेंड़ा ( अनुभव ) बहुत पहले ही आ गया था ।
((😁 याद क्यों नहीं आती उसे भला । इतने अच्छे से वाक्युद्ध जो कि थी अनुभव से ।
अब वो मल्लयुद्ध तो कर नहीं सकती थी । उसमें इतनी सामर्थ्य नहीं है , कि वो अपने गेंडा को हरा दे । 😂 हाँ वाक्युद्ध में उसे वो चारो खाने चित्त कर सकती है । 🤣 क्योंकि वो कुछ भी बोल देती है , चाहे उस शब्द का अर्थ हो या नहीं । उसे बस किसी भी हालत में सामने वाले को हराना होता है । 😂 🤣 ))
तो मानवी सोफे पर उठ कर बैठ गई और अपने बालों को अच्छे से बन बनाते हुए अपने लेफ्ट साइड देखी , तो उधर से अनुभव आ रहा था । वो अभी कुछ देर पहले के यहाँ की टूटी हुई चीजे समेट कर स्टोर रूम में रख कर आ रहा था उसी के तरफ । मानवी को फिर से गुस्सा आने लगा था अनुभव को देख कर । उसे कुछ भी याद नहीं था कि उसने नींद में क्या किया था ? और अनुभव ने उसे कितना मुस्किल से शांत कराया था ।
अनुभव मानवी को बैठा देख कर उसके पास आया और उससे पूछा अब कैसा फिल कर रही हो ?
मानवी उसके ऐसे पूछने पर उस पर अंदर ही अंदर चीढ़ गयी । 😏🤨 और उसके बातों का कोई भी जवाब नहीं दि । बस उसको घुर कर एक नजर देख ली और सामने देखने लगी ।
अनुभव बेचारा उसके ऐसे करने के वजाह से अंजान था । उसे क्या पता था कि मानवी उठते ही पीछली बाते याद कर के उस पर चिढ़ी हुई है ।
वो अभी भी नहीं समझा था , कि मानवी उसके बात का जवाब क्यों नहीं दी और उसे घुर कर क्यों देखी ?
वो मानवी के इन सब बातों पर ध्यान नहीं दिया और उससे बोला कि जाकर फ्रेश हो जाओं , मैं तब तक खाना लगा दे रहा हूँ ।
मानवी को शॉक लगा अनुभव को इस अवतार में देख कर । वो सोचने लगी कि ये अचानक से मेरे साथ इतने अच्छे से क्यों पेश आ रहा है ? मैं इस गेंडा , भैसा को नजर अंदाज कर रही हूँ और ये मुझसे लड़ने के जगह अच्छे से बात कर रहा है ।
फिर उसके दिमाग में ये बात आयी कि कहीं ये अंकल से बचने के लिए तो नहीं कर रहा हैं ।
क्रमशः