shabd-logo

प्रेम

hindi articles, stories and books related to Prem


💕नहाकर; जब वो, अपनी छत पर बाल सूखाने आती है💕


💕हमें भी पतंग उड़ानें की लत लग जा

राधे बिना सब लगे अधूरा 

जगत लगे राधे बिना सुना 

प्रेम❤

जिनके शब्द ही अधूरे है

वो कैसे मिले पूरा सब को

अगर देखना हो सच्चा प्र

😘हमें सामने से मना कर रही हो
गैरों से हमारे हाल

अपनो के बीच रह कर  ख़ुद को बदला है ,
ऐसी तो नहीं थी मैं, मैंने ख़ुद को

कलम दर्द लिखती गई
कागज़ इतिहास बनता रहा 
मैं दर्द लिखता रहा 

मेरे सर पर भी मुहोब्बत का ताज होता 
मेरी चाहत पर सबको नाज होता
तुम सिर

तेरे इश्क मे, मै इतना मगरुर हो गया


तेरे सिवा एक दुनिया भी है, मैं भूल गया

क्या तारीफ करूँ तेरी तरीफ की मोहताज नहीं
हर ताज तेरे कदमों में है ताज की मोहताज नही!!

साहिल की चमकती रेत जैसे,
ज़िन्दगी में भरे थे सुनहरे ख्वाब वैसे !

<

चलिए खुलकर खिलखिलाते है।
मौसम का मिजाज बदल जाए चाहे 
अपनी  अलग दु

ह्रदय रचना पितृ तुल्य,

स्नेह का साथ रखना जी,

अपनत्व सानिध्य पाया है,

सिर पर

भींग रहीं थी बरखा,    

मेघ बरस रहें थें इतना।

झूम रहे

चिर-परिचित सी कोई धुन, जब पड़ती  इन कानों में।

तेरी यादों के जुगनू , चमके इन वीरान

कभी कभी सोचता हूँ

तुम्हारी हमारी जिंदगी 

एक फ़ाइल की तरह है

जिनमें तमाम

अजनबी

वह अजनबी अनजान, जो मिला था रहगुज़र 

नज़रे बचा के चुपके से, दिल


मुशीबत क्या आई

तू भी मुकर गया

ऐ दोस्त

यूं ही बिछड़ गया।


कौन आएगा यहां, कोई न आया होगा

बेशर्म हवाओं ने दरवाजा खटखटाया होगा

यह

【१】

गुमान हम भी करते हैं मगर,

शरहदों का फ़

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए