कल 01-08-2021 को संपन्न हुई युग भारती बैठक की चर्चा, संतोष मिश्र जी ( बैच1988)आज आचार्य जी से मिलेंगे, सद्गृहस्थ होते हुए हम लोगों का समाजसेवा का भाव (यश, सम्मान, सुविधाऔर समाज से लाभ से इतर )परिष्कृत स्वरूप का है,भगवान राम के माध्यम से तुलसीदास ने राष्ट्र की जो सेवा की है वह अद्वितीय है, बहुत संकटों के बाद भी भारत भारत है इसलिये भारतवर्ष की अध्यात्म भूमि हम लोगों के हृदय से एक क्षण भी दूर नहीं होनी चाहिएl