38 साल की औरत, शादीशुदा. जाने कितने साल पहले शादी हुई थी, जाने कितने बच्चे थे. थे भी या नहीं. मगर हां, इतना अनुमान तो लगा ही सकते हैं कि शादी को दस-एक साल तो हो ही गए होंगे.
पति-पत्नी में असहमतियां होती हैं, झगड़े होते हैं. यूं भी होता है कि पति पत्नी को घर में वस्तु की तरह रखता है, सिर्फ इसलिए कि वो औरत है. मगर क्या कोई रिश्ता इस हद तक भी गिर सकता है कि पति, पत्नी की बाज़ी लगा आए.
इंदौर में इस पति ने अपनी बीवी को दांव पर लगा दिया. उसे जुआ खेल ने की आदत थी. और जुए का ऐसा नशा था कि जब पैसे ख़तम हुए तो कह दिया कि मेरी बेवी तुम्हारी हो जाएगी. ‘तुम्हारी’ का अर्थ यही था कि तुम उसका रेप कर सकते हो.
जुए में हारने के बाद जीतने वाले दोनों दोस्तों ने औरत का रेप किया. दोस्तों का कहना था कि इसमें कुछ गलत नहीं है क्योंकि वो औरत को उसके पति से जीतकर लाए हैं.
पत्नी इस वाकये के बाद पति से अलग हो गई थी. लेकिन दोनों दोस्त अक्सर उसका यौन शोषण करते रहते थे. शायद वो इस इंतज़ार में थे कि कब औरत को ये सब नॉर्मल लगने लगे और उसे इसकी आदत पड़ जाए.
लोग घर में कुत्ता या बिल्ली भी पालते हैं तो उसके दुख या दर्द में दुखी हो जाते हैं. वो छोड़िए, किसी जानवर को सड़क पर चोटिल देखकर कलेजा भर आता है. कोई अपनी पत्नी को कैसे इस तरह नरभक्षियों के हवाले कर सकता है?