बारात में सड़कों पर नाचने में लोगों को जो मज़ा आता है वो किसी और काम में नहीं। आप भी सड़क पर जाती किसी बारात को देखकर कुछ पल रुक कर बारातियों और बग्घी पर बैठे दुल्हे को एक नज़र ज़रूर देखते होंगे, लेकिन ज़ल्द ही शादी का ऐसा नज़ारा इतिहास बन जाएगा, क्योंकि अब सड़कों पर न तो बाराती नाच सकेंगे और न ही दूल्हे मियां बग्घी पर बैठ पाएंगे।
दिल्ली में दक्षिणी निगम की ओर से मोटल और फार्म हाउस को रेगुलराइज़ करने के लिए निगम ने ये नया तरीका निकाला है। बारात निकलने के दौरान सड़कों पर लंबा जाम लग जाता है इसलिए निगम ने लोगों को अपने-अपने तरीके से जश्न मनाने की छूट नहीं दी है। इसके अलावा शादी या किसी भी दूसरे फंक्शन में रात 10 बजे के बाद कोई डांस नहीं कर पाएगा।
मोटल और फार्म हाउस के रेग्यूलराइज़ेशन से जुड़े नियमों के मुताबिक, वाहनों की सड़क पर पार्किंग नहीं की जा सकेगी। न ही मोटल और फार्म हाउस के बाहर सड़क पर बाराती पार्किंग कर पाएंगे। इसका इंतज़ाम प्रॉपर्टी मालिकों को परिसर के अंदर ही करना हेागा।
अगर इन नियमों को प्रॉपर्टी मालिकों ने नहीं माना तो उसे 5 से 15 लाख रुपए तक का जुर्माना देना होगा और चौथी बार में लाइसेंस दो साल के लिए रद्द कर दिया जाएगा।
बारातियों के नाचने पर पाबंदी लगाने के साथ ही निगम ने दूल्हे की बग्घी पर भी बैन लगा दिया। अब सड़क पर नहीं, बल्कि विवाह समारोह स्थल के अंदर ही दूल्हे राजा बग्घी पर सवार हो सकते हैं यानी बग्घी पर राजसी अंदाज में बैठकर सड़क पर घूमने की उनकी मुराद अब पूरी नहीं होगी। इन नए नियम से जहां बारातियों का मज़ा किरकिरा हो जाएगा, वहीं मोटल और फार्म हाउस के मालिकों का सिर दर्द इसने बड़ा दिया है। वैसे एक बात तो है भले ही सड़क पर जाम लग जाए, लेकिन बारात में सड़क किनारे नाचने को जो मज़ा है वो भला कहीं और नाचने में कहां।