पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया. वह 94 साल के थे. अटल का दुनिया से जाना एक अपूर्णनीय क्षति है. उन्होंने अविवाहित रहकर देश की सेवा की और अपना पूरा जीवन देश के लिए जिया. ऐसे में सवाल उठता है कि अटल के जाने के बाद उनके परिवार में कौन-कौन है और उन्होंने अपनी विरासत स्वरूप परिवार को क्या दिया.
अटल का जन्म ग्वालियर में हुआ था. उनके पिता का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेयी और माता का नाम कृष्णा देवी था. उनके पिता टीचर थे और मां घर संभालती थीं. अटल के परिवार में तीन भाई और तीन बहनें थीं. भाइयों के नाम क्रमश: अवध बिहारी, सदा बिहारी और प्रेम बिहारी था.
अगर अटल के रिश्तेदारों की बात करें तो ग्वालियर में उनकी भतीजी कांति मिश्रा और भांजी करुणा शुक्ला हैं. उनके भतीजे का नाम दीपक वाजपेयी और भांजे का नाम अनूप मिश्रा है जोकि सांसद हैं. इसके अलावा जब अटल 1998 में दिल्ली के 7 रेस कोर्स रहने पहुंचे थे तो उनकी दोस्त मिसेज कौल का परिवार भी उनके साथ रहने आ गया था.
अटल ने मिसेज कौल की बेटी नमिता कौल को अपनी दत्तक पुत्री माना था और नमिता के पति रंजन भट्टाचार्य का परिवार भी उनके साथ रहता था. अटल ने 2004 में लोकसभा चुनाव में शपथ पत्र दिया था, इसके मुताबिक उनकी कुल चल संपत्ति 30 लाख 99 हजार 232 रुपए थी वहीं पूर्व पीएम के बतौर उन्हें 20 हजार रुपए मासिक पेंशन मिलती थी और कार्यालय खर्च के रूप में 6 हजार रुपए मिलते थे.
शपथ पत्र के मुताबिक दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश में अटल के पास एक फ्लैट है. इसके अलावा उनका एक पैतृक घर भी है. हालांकि अभी तक अटल की किसी तरह की वसीहत सामने नहीं आई है लेकिन माना जा रहा है कि अटल की संपत्ति उनकी दत्तक बेटी और दामाद को मिलेगी.
बता दें कि 2009 में अटल को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा था जिसके कुछ समय बाद उनके लकवे का शिकार होने की खबर सामने आयी थी. उन्हें भूलने की भी बीमारी हो गई थी. वह लोगों को पहचान नहीं सकते थे.