जल्दबाजी और क्रिएटिविटी के चक्कर में कई बार अखबारों और न्यूज चैनलों में ऐसी हेडलाइन्स दे दी जाती हैं कि हंसी छूट जाती है। देखें ऐसे ही कुछ नमूने...
बड़ी नाइंसाफी की है ख़ुदा ने आपके साथ
मैच-वैच होता रहेगा, ट्रेन गई तो बड़ी दिक्कत हो जाएगी।
सॉरी जानू...अब किसी के साथ मूवी देखने नहीं जाऊंगा...
गिनता भी है क्या?
शैतान तो तुम्हारे भीतर दिख रहा है हमें... ;)
'पत्नी पीड़ित पति' यूं काट रहे आगे का सफर
अपनी बड़ी बहन जिनका वह नाम नहीं जानता?
तुम कहां सोते हो...?
न्यूज चैनलों में अक्सर सबसे तेज और सबसे श्रेष्ठ दिखने की प्रतियोगिता कई बार ऐसा ही नजारा छोड़ जाती है।