यासिर उस्मान की किताब “रेखा: कैसी पहेली ज़िंदगानी ” का यह अंश प्रकाशक जगरनॉट बुक्स की अनुमति से प्रकाशित की गई है.
बरसों तक रेखा ने न जाने कितने इंटरव्यू दिए होंगे जिनमें उन्होंने बार-बार अमिताभ का नाम लिया होगा और लगातार ये बात कही होगी कि अमिताभ के साथ उनके संबध थे. शायद इनमें से तमाम इंटरव्यू अब लाइब्रेरियों और पुरानी फिल्मी पत्रिकाओं के गट्ठर में धूल खा रहे होंगे लेकिन 2004 में सिमी गरेवाल को उनके शो रॉन्देवू विद सिमी गरेवाल के लिए दिया गया उनका एक इंटरव्यू कुछ खास वजहों से याद रखा जाएगा.
क्रीम रंग की साड़ी पहने और गले में भारी-भरकम सोने का हार डाले रेखा के सुर अमिताभ के मसले पर इस शो में बिल्कुल जुदा थे. जब ये पूछा गया कि लगभग दस फिल्मों में एकसाथ काम करने के दौरान क्या उन्हें कभी अमिताभ के साथ मोहब्बत हो गई थी, रेखा ने कहा, ‘बिल्कुल, ये भी क्या बेवकूफाना सवाल है. मैं आज तक ऐसे किसी एक आदमी, औरत या फिर बच्चे से नहीं मिली हूं जो उनके साथ पूरी तरह डूबकर, दीवानगी की हद तक, और बिल्कुल पागलों की तरह उनसे मुहब्बत न करता हो. तो सिर्फ मुझे ही क्यों अलग किया जाता है? मैं इस बात से क्यों इन्कार करूं कि मुझे उनसे प्यार नहीं है? बिल्कुल है. दुनियाभर का प्यार आप ले लीजिए… कुछ और भी जोड़ लीजिए, उतना मैं उनसे प्यार करती हूं’.
इतना इशारा देने के बावजूद आगे इसी इंटरव्यू में रेखा ने सबको हैरान करते हुए अमिताभ के साथ कभी भी किसी रिश्ते में होने से साफ इन्कार कर दिया. उन्होंने कहा, “आप सच जानना चाहती हैं? ये सुर्खियां हैं, ठीक है? मेरा कभी भी उनके साथ कोई निजी संबंध नहीं था. यही सच है. कभी भी नहीं. तमाम तरह की अटकलों और विवादों में कोई सच्चाई नहीं थी.” ऐसा लगता था कि रेखा ने बड़ी सावधानी के साथ जैसे इस मुद्दे से जुड़े हर जवाब रटे हुए थे. उन्होंने तो सिमी के साथ बातचीत के दौरान पूरी कहानी ही घुमा दी, उन्होंने ये मान लिया कि वो अमिताभ से आकर्षित थीं और उन्हें प्यार करती थीं, लेकिन ये प्यार किसी प्रेमिका का प्यार नहीं था बल्कि एक फैन की मुहब्बत थी.
शो के अंत में रेखा ने बड़ी ख़ूबसूरती से सिलसिला का मशहूर गाना ‘ये कहां आ गये हम यूं ही साथ चलते चलते’ गुनगुनाया और एक बार फिर कहा कि वो अमिताभ से मुहब्बत ज़रूर करती थीं लेकिन उन दोनों के बीच कभी कोई रिश्ता नहीं रहा. ये रेखा का बिल्कुल नया रूप था. इससे पहले के इंटरव्यू में उन्होंने हमेशा खुद को घायल प्रेमी की तरह पेश किया था, लेकिन अब वो बड़े ही आला दर्जे की मुहब्बत का ज़िक्र कर रही थीं. रेखा का ये मीरा सरीखा अवतार किसी के गले नहीं उतर रहा था.
रेखा का ये इंटरव्यू ठीक वैसा ही था जैसा अमिताभ ने सिमी गरेवाल को ही 1998 में दिया था. इस इंटरव्यू में अमिताभ ने पहली बार रेखा के साथ अपने कथित संबंधों पर खुलकर बात की थी.
सिमी: एक बात जो किसी वायरस की तरह हर दूसरे साल सामने आती है वो है आपका और रेखा का कथित प्रेम संबंध, ऐसा क्यों होता है और लोग क्यूं ऐसी बातें उछालते हैं?
अमिताभ: ये उन लोगों से पूछिए जो ये सब जानबूझकर उछालते हैं.
सिमी: कौन ये बातें पैदा करता है?
अमिताभ: मीडिया.
सिमी: आपको लगता है कि ये सिर्फ मीडिया की देन है?
अमिताभ: देखिए अगर कोई और है तो मुझे इसका पता चलना चाहिए.
सिमी: क्या आप दोनों कभी एक दूसरे से मिले?
अमिताभ: वो मेरी साथी कलाकार थीं, मेरी को-स्टार थीं और जब हम साथ काम करते हैं तो जाहिर हैं कि हम मिलेंगे भी. सामाजिक नज़रिए से देखा जाए तो हम दोनों के बीच कुछ भी एक जैसा नहीं है. बस कुल मिलाकर इतना ही है.
सिमी: आप लोग एक दूसरे से कब से नहीं मिले?
अमिताभ: बरसों हो गए, मेरा मतलब है कि कभी-कभार हम किसी समारोह में टकरा जाते हैं…मिसाल के तौर पर किसी अवार्ड फंक्शन में. या फिर किसी दूसरे समारोह में…बस इतना ही है.
सिमी: लेकिन जबसे आप लोगों ने साथ काम करना बंद किया तबसे आप लोगों के बीच कोई बातचीत नहीं है.
अमिताभ: नहीं, हमने तो बरसों से साथ काम ही नहीं किया.
सिमी: और कोई मेल-मुलाकात?
अमिताभ: नहीं, बिल्कुल भी नहीं।
सिमी: क्या आपको ये अफवाहें परेशान करती हैं?
अमिताभ: नहीं, मैंने इन आरोपों का सामना बहुत किया है, लेकिन सच कहूं तो हाल में लगे कुछ आरोप बेहूदा किस्म के थे. कुछ ने दावा किया कि मैं उनके साथ उनके घर में रहने लगा हूं या फिर वो मेरे घर रहने के लिए आ गई हैं. और कुछ लोगों का दावा था कि उनके पास उस घर की तस्वीरें भी थीं जहां पर मैंने उन्हें रखा था. तो फिर ऐसी बातों के बारे में क्या कहें जो महज मज़ाक से ज़्यादा कुछ नहीं है. वो घर मेरा है, मेरा परिवार वहां रहता है, मेरे बीमार माता-पिता वहां रहते हैं और मैं उनकी देखभाल करता हूं. मेरे ख्याल से ये काफी संवेदनहीन बात है कि बिना किसी सच्चाई के और बिना किसी जांच-पड़ताल के मीडिया मुझ पर इस तरह के आरोप लगाए. मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं…(मीडिया से) कि क्या उन लोगों ने कभी मुझे उस महिला के साथ कुछ भी ग़लत करते हुए या कुछ अनैतिक करते हुए वाकई में देखा है. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आप बताइए कि आपने हम दोनों को साथ में कब देखा था कि आपको इस तरह की बातें करने का इशारा मिला.
“वो महिला” जिसकी बात हो रही थी और अमिताभ बच्चन,दोनों के सुर आखिरकार मिल ही गए थे.
आप इस किताब को यहां क्लिक करके खरीद सकते हैं.