पेटीएम
फाउंडर विजय शेखर शर्मा से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगे जाने के केस में पुलिस को कंपनी के पर्सनल डेटा और गोपनीय डेटा वाली एक हार्ड डिस्क और एक पेन ड्राइव मिली है। पुलिस का कहना है कि बरामद किए गए इन दो डेटा बैंकों से ऐसे संकेत निल रहे हैं कि विजय शेखर की पर्सनल सेक्रटरी सोनिया धवन एक नई कंपनी खड़ी करना चाहती थीं। ये डेटा बैंक ग्रेटर नोएडा के शाहदरा गांव स्थित पेटीएम एप्लॉयी के घर से बरामद हुए। इसी डेटा के जरिए पेटीएम के फाउंडर को ब्लैकमेल किया जा रहा था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सोनिया, उनके पति रूपक और पेटीएम एम्प्लॉयी देवेंद्र कुमार पेटीएम की प्रतिस्पर्द्धी कंपनी खड़ी करना चाहते थे। हालांकि, पुलिस के पास इस प्लान के रंगदारी से कनेक्शन के बारे में कुछ नहीं कहा।
सोनिमया धवन के परिवार का कहना है कि उन्हें फंसाया जा रहा है क्योंकि कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी उनसे जलते थे। सोनिया की बहन रुपाली ने कहा, 'मेरी बहन ने पेटीएम को 10 साल दिए। वह कंपनी से तब से जुड़ी हुई हैं, जब वह पेटीएम नहीं थी। उन लोगों द्वारा सोनिया को दोष देना कल्पना से परे है।' इस मामले में न पुलिस और न ही पेटीएम ने यह बताया है कि चोरी की जानकारी किस तरह से फाउंडर विजय शेखर को ब्लैकमेल करने में इस्तेमाल की जा सकती थी। मंगलवार को कंपनी ने सिर्फ इतना कहा कि उनका पर्सनल डेटा चुराया गया था। कंपनी से जारी बयान के मुताबिक, 'पेटीएम यह बात दोहरा रही है कि उसके सभी ग्राहकों को डेटा पूरी तरह सुरक्षित है।'
बता दें कि इस केस में मुख्य साजिशकर्ता सोनिया धवन को बताया जा रहा और सोनिया समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया गया था और चौथा अब तक फरार है। अरेस्ट हुए तीनों आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
नोेडा पुलिस चीफ अजय पाल शर्मा ने कहा कि सोनिया और उनके पति रूपलक प्रॉपर्टी खरीदना चाहते थे, इसी वजह से सोनिया ने रंगदारी मांगने का प्लान बनाया था, लेकिन सोनिया के करीब 70-80 लाख के पैकेज को देखते हुए पुलिस यह पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि ब्लैकमेलिंग के पीछे कोई और मकसद तो नहीं था।
सोनिया की बहन रुपाली ने कहा कि परिवार हाई कोर्ट में अपील करेगा। उन्होंने कहा, 'सोनिया पर्सनल सेक्रटरी से वाइस प्रेजिडेंट के पद तक पहुंच गई थीं, शायद इसी वजह से कई लोग उनसे जलते होंगे। संभव है इसी वजह से उनके खिलाफ साजिश रच उन्हें फंसाया जा रहा होगा।'