बीजेपी के केंद्रीय राज्यमंत्री हैं गिरिराज सिंह, सॉरी शांडिल्य गिरिराज सिंह. ट्विटर पर यही नाम रखे हैं अपना. जो जैसा पुकारा जाना पसंद करे उसे वही कह कर बुलाना चाहिए. तो मंत्री जी सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय देखते हैं. बड़ी सूक्ष्म दृष्टि रखते हैं, बारीक से बारीक चीज पकड़ लेते हैं. इतनी बारीक कि राहुल गांधी की कैलाश-मानसरोवर वाली तस्वीर में छड़ी की परछाई नहीं दिखी थी तो खिन्न हो गए थे. लेकिन आज वही मंत्री जी एक बड़ी गलती कर गए. एक झूठी बात फैलाते पकड़े गए.
मामला क्या है वो जानिए
24 दिसंबर, मंत्री जी का दिन सुबह जल्दी शुरू हुआ. इतनी जल्दी कि सुबह साढ़े 6 बजे एक ट्वीट कर चुके थे. दूसरा ट्वीट आया सुबह 9 बजकर 10 मिनट और यहीं से गड़बड़ शुरू हुई. मंत्री जी के ट्वीट में एक वेबसाइट की स्टोरी का लिंक लगा था. ऊपर गिरिराज सिंह ने अंग्रेजी में कुछ लिखा. हम हिंदी बता देते हैं. “2018 में दुनिया की 10 सबसे भ्रष्ट पार्टियों में, राहुल गांधी की कांग्रेस दूसरे स्थान पर है. सबसे भ्रष्ट पॉलिटिकल पार्टी को बधाई हो, आप भारत के लिए शर्म हैं.” हालांकि यहां मंत्रीजी कांग्रेस (Congress) को कोग्रेस (Cogress) लिख गए.
अब हमने जांचा कि स्टोरी में क्या था?
बीबीसी न्यूजहब नाम की वेबसाइट की स्टोरी थी. यहां एक लिस्ट थी, दुनिया की दस सबसे भ्रष्ट पार्टियों की. इस आर्टिकल में सबसे पहले पॉलिटिकल पार्टी की परिभाषा लिखी थी, फिर करप्शन की परिभाषा लिखी थी. उसके नीचे काउंटडाउन के क्रम में दस पार्टियों के नाम लिखे थे. जिसमें दूसरे नंबर पर कांग्रेस का नाम था.
क्या है इस लिस्ट की सच्चाई?
न इसमें कोई सूत्र है. न किसी एजेंसी का हवाला है, कोई आंकड़ा भी नहीं दिया गया है. यानी किस एल्गोरिदम से ये स्टोरी बनाई गई, इसका कहीं ज़िक्र नहीं है.
इस वेबसाइट की सच्चाई क्या है?
ये जानने के लिए हमने बात की. बीबीसी हिंदी के एडिटर मुकेश शर्मा से उन्होंने बताया कि इस वेबसाइट बीबीसी न्यूज हब का बीबीसी से कोई लेना-देना नहीं है. ये कोई फ़र्जी वेबसाइट है. उन्होंने ये भी बताया कि बीबीसी ऐसा कोई सर्वे कंडक्ट नहीं करता है और न ही बीबीसी ने कभी ऐसी कोई लिस्ट छापी है.
और क्या पता चला पड़ताल में?
हमें एक ऐसी चीज पता चली, जो गिरिराज सिंह को पता होती तो वो कभी इस फ़र्जी वेबसाइट का लिंक शेयर नहीं करते. क्योंकि इसी वेबसाइट की एक ख़बर के मुताबिक़ नरेंद्र मोदी दुनिया के सातवें सबसे करप्ट प्रधानमंत्री हैं.
नतीज़ा?
हमारी पड़ताल में ये निकला कि
- ये ख़बर झूठी है.
- ये वेबसाइट फ़र्जी है.
- कहीं किसी भी सोर्स या सर्वे से ऐसी कोई लिस्ट नहीं निकाली गई है.
- गिरिराज सिंह झूठ का शिकार बने हैं और अपना ट्वीट अब तक डिलीट न कर वो बाकियों को भी इस झूठ का शिकार बना रहे हैं.