अमरीका के 41वें राष्ट्रपति जॉर्ज एच. वॉकर बुश का 94 साल की उम्र में निधन हो गया है.
एक बयान में सीनियर बुश के बेटे और अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने कहा, "मुझे ये बताते हुए दुख हो रहा है कि अपने जीवन के 94 साल गुज़ारने के बाद हमारे पिता का निधन हो गया है."
सीनियर बुश के बड़े बेटे बुश जूनियर ने अपने पिता के बारे में कहा कि वो दृढ़ चरित्र वाले व्यक्ति थे और बच्चों के लिए सबसे बेहतर पिता थे."
फिलहाल उनकी मौत के कारणों के बारे में कुछ नहीं कहा गया है लेकिन सीनियर बुश पार्किन्सन की बीमारी से ग्रस्त थे.
इसी साल अप्रैल में सीनियर बुश को खून में इन्फे़क्शन होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उन्हें जल्द अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.
1980 के दशक में राष्ट्रपति रोनल्ड रीगन के प्रशासन के दौरान उन्होंने उप राष्ट्रपति की भूमिका निभाई. बाद में वे 1989 से 1993 तक देश के राष्ट्रपति रहे.
अहम घटनाओं के थे गवाह
उनके कार्यकाल के दौरान सोवियत संघ का विघटन हुआ और साथ ही उन्होंने वो दौर भी देखा जब पनामा के तनाशाह मैनुअल नोरिगा को उनके पद से हटाया गया था.
1991 में उन्होंने गठबंधन सेना के नेतृत्व में इराक के ख़िलाफ युद्ध छेड़ दिया. तब राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के नेतृत्व में इराक ने कुवैत पर हमला किया था.
उनके इस क़दम का मतदाताओं ने काफ़ी समर्थन किया था लेकिन व्हाइट हाउस में एक कार्यकाल गुज़ारने के बाद उन्हें इस पद को छोड़ना पड़ा था.
उनके बाद राष्ट्रपति के तौर पर उनकी जगह ली थी डेमोक्रेट नेता बिल क्लिंटन ने.
मौजूदा राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने सीनियर बुश के निधन पर दुख जताया है.
एक बयान जारी कर ट्रंप ने कहा, "वो एक बेहतरीन उदाहरण की तरह जीवित रहेंगे और अमरीकियों को बेहतर भविष्य की तरफ बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहेंगे.