भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को लेकर मंगलवार को राज्य के नेताओं की दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई। शाह ने जम्मू-कश्मीर सरकार में शामिल पार्टी के सभी मंत्रियों और कुछ शीर्ष नेताओं को इस बैठक में बुलाया। अमित शाह ने राज्य के मसले पर जम्मू-कश्मीर के बीजेपी नेताओं के साथ मुलाकात के बाद PDP से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया। इस बड़े फैसले से पहले अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी विचार-विमर्श किया था।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने मंगलवार सुबह अमित शाह से मुलाकात की और वहीं के हालात की जानकारी दी। अमित शाह से मुलाकात में डोभाल ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर कार्रवाई के लिए किस तरह के प्लान बनाए गए हैं। डोभाल ने कहा कि घाटी में अब आतंकियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर एक्शन के लिए रोडमैप तैयार किया गया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की मानें तो महीने भर तक संघर्षविराम के बाद अब आतंकियों के खिलाफ सेना नई ऊर्जा के साथ मुस्तैद है। उन्होंने बताया कि घाटी में शांति के लिए सेना और सरकार सभी पहलुओं पर काम कर रही है। वार्ताकारों के जरिये घाटी के आम लोगों तक पहुंचने की कोशिश भी की जा रही है, ताकि उन्हें विश्वास में लिया जा सके।
सूत्रों की मानें तो जम्मू-कश्मीर मसले को लेकर अमित शाह गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्री द्वारा आक्रामक कार्रवाई शुरू करने से पहले जम्मू कश्मीर मंत्रिमंडल में शामिल पार्टी के सभी मंत्रियों की राय लेना चाहते हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालात पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में रमजान के दौरान आतंकवादियों के खिलाफ स्थगित अभियान की अवधि की समीक्षा की गई थी।
Source: News24