नई दिल्ली। अमृतसर रेल हादसे के बाद रेलवे और स्थानीय प्रशासन पर कई सवाल उठ रहे हैं। इनमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि ट्रेन क्यों नहीं रोकी गई? ट्रेन धीरे क्यों नहीं की गई? रेलवे को जानकारी थी या नहीं? इन सभी सवालों का जवाब सिलसिलेवार तरीकों से फिरोजपुर के डीआरएम विवेक कुमार ने दिया।
सबसे पहले ट्रेन की स्पीड को लेकर बोले विवेक कुमार- अंधेरा था और घटनास्थल पर थोड़ा घुमाव है, ट्रेन की लाइट सीधी जाती है और लोग ट्रैक पर थे। हमें ट्रेन में लगे स्पीड रिकॉर्डिंग मशीन से पता चला है कि जब ड्राइवर को लोग दिखाई दिए तो उसने स्पीड कम की थी और उस वक्त ट्रेन की स्पीड करीब 92 किलोमीटर प्रति घंटा थी और ट्रेन की स्पीड 68 तक कर ली गई थी। ऐसी स्थिति में ट्रेन को पूरी तरह रुकने के लिए 700 मीटर की आवश्यकता होती है।
ट्रेन को हादसे के बाद रोका गया- ट्रेन की स्पीड कम करने के बाद स्पीड 7-10 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई थी, लेकिन गार्ड ने कहा कि लोग पथराव कर रहे हैं। सवारियों की सुरक्षा को देखते हुए ट्रेन नहीं रोकी गई और ट्रेन को अमृतसर में रोका गया, ट्रेन को घटनास्थल पर रोकना ठीक नहीं था।रेलवे की जानकारी पर कहा- हमें कोई जानकारी नहीं थी और ना ही किसी ने हमें बताया था कि ट्रैक पर लोग रहेंगे। हमारे पास यह भी जानकारी नहीं थी कि ट्रेन को धीमा करना है। साथ ही यह आयोजन रेलवे लाइन के बाहर हो रहा था, इसलिए इस स्थिति में रेलवे से अनुमति लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।मृतकों को लेकर कहा कि रेलवे जिम्मेदार नहीं है, साथ ही इसके लिए कौन जिम्मेदार है, इस बारे में, मैं कुछ नहीं कह सकता। हादसा मिड सेक्शन में हुआ है और रेलवे का स्टाफ हर जगह नहीं रह सकता है। हमारा स्टाफ गेट या स्टेशन पर रहता है और अगर गेट पर कुछ होता है तो गेटमैन उसके बारे में बताता है। यह हादसा गेट से दूर हुआ और यह गेटमैन के क्षेत्र में नहीं आता है।अधिकारी ने कहा कि इस मामले में कोई सीआरएस जांच नहीं होगी। विवेक कुमार ने कहा कि ऐसा आगे नहीं हो, इसके लिए लोगों को ट्रैक पास नहीं करना चाहिए। स्टेशन पर भी लोग फुटओवर ब्रिज के स्थान पर नीचे से ट्रैक क्रॉस करते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।
अमृतसर ट्रेन हादसा: इसलिए नहीं रुकी ट्रेन, रेलवे ने दिया हर सवाल का जवाब