लास्ट बोगी पर बना यह 'X' का निशान पीले रंग और सफेद का होता है। पुराने जमाने में रेलगाड़ियों में इस निशान की जगह अंतिम डिब्बे पर एक तेल का लैंप रख कर जलाया जाता था। समय बदलने के साथ तकनीक भी बदली और लैंप की जगह एक बिजली की लाइट ने ले ली।
ट्रेन के आखिर में यह लाइट रह-रह कर चमकती है। जिसका मतलब रेलवे में काम करने वाले कर्मचारियों को संकेत देना है। इस निशान से ही उन्हें ये मालूम चल पाता है कि ट्रेन की सारी बोगिया गुजर चुकी हैं। कोहरे की स्थिति में ट्रेन के आखिर में लगी ब्लिंक करने वाली लाइट उन्हें यह संकेत देती है।