जुलाई 2008 में मार्केट में मल्टीमीडिया फोन आ गए थे। इससे पहले कैमरा फोन चल रहे थे जैसे nokia 6600, nokia 3220 । मल्टीमीडिया फोन आने से बाजार में चाइनीस फोन की बाढ़ सी आ गई थी। हर कोई चाइना के मल्टीमीडिया फोन खरीद रहा था। पर फोन कुछ महीनों ही चलते थे। कुछ तो ऐसे होते थे जो दुकान पर ठीक चलते थे पर घर तक आते-आते खराब हो जाते थे।
इसके बाद जुलाई 2012 मैं मार्केट में स्मार्टफोन आ गए। इनमें micromax, लावा व अन्य कई भारतीय कंपनियों ने अपने फोन बेचे। अगर ये भारतीय कम्पनियां नहीं आती तो पहले की तरह चाइनीज कंपनी के सस्ते स्मार्टफोन बाजार में आ जाते और लोगों का बहुत पेैसा बर्बाद होता।