शायद यह निबन्ध आपको अजीब लग रहा होगा। पर पहली क्लास के उस बच्चे से पूछो जिसे सात-आठ निबन्ध रटने को दे दिये जाते हैं। फिर वह परीक्षा के समय कन्फ्यूज हो जाता है कि उसने क्या-क्या याद किया था फिर वो दो-तीन चीजों को मिला देता है।
विदेशों में बच्चों को कुछ जानवर दिखाये जाते हैं। उनके बारे में बताया जाता है। फिर बच्चों से कहा जाता है कि अपनी पसंद के किसी एक जानवर के बारे में लिखो। अब वो बच्चे अपने मन से लिखते हैं। हमारी तरह रटकर नहीं कि दो आँख, चार पैर, दो सींग, एक पूँछ होती है। पुराने समय में बच्चों ने गाय या अन्य जानवर देखे होते थे तो उनको इतनी परेशानी नहीं होती थी। पर आजकल जिन्होंने कभी गाय नहीं देखी है वो ऊपर जैसा निबन्ध ही लिखते हैं।