पंजाब में कई लोग जनरैल सिंह के समर्थन में रैली निकाल रहे हैं। लगभग तीस साल पहले जनरैल सिंह के अपने आप को सन्त कहने पर पंजाब के लोगों ने उसका कोई विरोध नहीं किया बल्कि कई तो उसके अनुयायी बन गये थे। लेकिन सन्त निरंकारी बाबा के अपने आप को सन्त कहने पर पंजाब में इसका खूब विरोध हुआ और बाबा की हत्या तक कर दी गयी। आज पूरी दुनियाँ निरंकारी बाबा को सन्त मानती है लेकिन पंजाब के लोग जनरैल सिंह को संत बनाने पर लगे हैं।
आज कोई स्वर्ण मंदिर में बन्दूक लेकर नहीं जा सकता पर जनरैल सिंह ने स्वर्ण मंदिर में बहुत सारे हथियार जमा कर लिए थे। उसने कई दिनों तक इस मन्दिर की बेअदबी की थी। कुछ महीनों पहले बेअदबी के आरोप में दो युवकों की हत्या कर दी गयी जिसमें से एक मामला झूठा निकला था यानि उस युवक ने कोई ऐसा काम नहीं किया था जिससे बेअदबी हो। गुरु गोबिन्द सिंह ने जिस कार्य के लिए खालसा की स्थापना की थी आज खालिस्तान के समर्थक उसी का उल्टा कर रहे हैं। गुरु साहब ने धर्म की रक्षा व देश की अखंडता के लिए अपने बेटों को भी बलिदान कर दिया था।