भाग 34
वीर सिंह अपने बड़े अधिकारी को लेकर केवल नाथ को और जाता है , बाकी अधिकारी उनका मजाक उड़ाते हैं ,प्रेस मीडिया वाले भी उनके पास पहुंच जाते हैं, !!
केवल नाथ के पास पहुंचकर अधिकारी नरेंद्र जी केवल नाथ को प्रणाम कर पूछते हैं *" गुरु जी ,में भी माता का भक्त हूं उनकी कई वर्षो से साधने कर रहा हूं, कई छोटी मोटी सिद्धियां भी प्राप्त किया है ,यदि मेरे सहायता की आवश्यकता हो तो मैं हाज़िर हूं , *"!!!
केवल नाथ कहते हैं *" आपका स्वागत है , इस समय तो हर किसी की आवश्यकता है , आप तो साधक है ,माता जी के भक्त हैं ,आप तो हमारे समकक्ष हैं, आप के आने से हमारी शक्ति बढ़ जाएगी , *"!!!
नरेंद्र जी कहते हैं ,*" आप सब कौनसा हवन कर रहे हैं ,*"!!!
केवल नाथ उन्हे बताते हैं ,*" हम काली कवच के साथ ,साबरी मंत्र और शैतान मुक्तक का जाप कर रहे हैं और रात्रि में शैतान को भस्म करने के लिए अलग उपाय है ,*"!!
सभी आपस में अपना विचार विमर्श करते हैं ,!!!
उसी समय करीब पचास लोग वहां आते हैं जिन्हे ,ठाकुर सर्वेश और एस पी साहब ले कर आए थे , उन सभी को मंत्र बता दिया जाता है ,जो की कई लोगो को पहले से ही आता था कुछ लोगो को ही बताना पड़ा ,!!!
कुछ पुलिस वाले मुरारी के शव का पंचनामा करने में लगे थे , उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था , उसके घर वालो का तो रो रो कर बुरा हाल था ,जब तक शव नही मिला था तब तक तो उन्हे ये लगता रहा की शायद जीवित लौट आएंगे ,या शैतान से बचने के लिए कहीं छुप छुप गए होंगे , पर अब तो सारी बाते समाप्त हो गाय थी,*"!!
मीना के शरीर में शैतान मस्त सो रहा था ,मीना के घर में उसके पिता और चाचा अंत्येष्टि संस्कार करके आ गए थे , वह सब मीना को गहरी नींद में सोते देख उसे सोने देते हैं , पर एक बात उस घर में जरूर नजर आती है , घर का कुत्ता घर में आने को तैयार नहीं था , वह बाहर ही बैठा रो रहा था , सभी को लगता है की गांव में हुई मौत के कारण वह रो रहा है ,कहते हैं की घर के पालतू जानवर भी अपने घर के सदस्यों के जाने पर रोते हैं , मेरे एक मित्र के पिता के गुजर जाने पर ,उनके घर में पल रहा तोता दो दिन तक कुछ खाया पिया नही था , और दिन भर उनका ही नाम पुकारा करता था ,उसी प्रकार कुत्ता भी अपनी मालकिन के जाने का शोक माना रहा था ,यह सच भी था पर वह घर में इसलिए नही आ था क्योंकि उसे पता था की घर में एक भयानक शैतान मौजूद है ,और उस शैतान ने उसी घर के तीन सदस्यों को और नेता को मारकर भी आराम की नींद ले रहा था ,और किसी को शक भी नहीं था , !!!
शक होकर भी उसका कोई कुछ बिगाड़ नही पाता हां उसका शिकार जरूर बनता ,एक रात में चौदह लोगो के रक्त पान के बाद तो उसे चैन की नींद आनी ही थी ,*"!
पूरे गांव में मातम छाया हुआ था और गांव वालो में शैतान के प्रति रोष भी था , कुछ लोगो ने जगह जगह पर चंडी का हवन शुरू कर दिया था तो कुछ लोगो ने सुंदर काण्ड का आयोजन शुरू कर दिया था ,!!!
केवल नाथ ने हवन की शुरुवात कर दी थी ,उनका साथ नरेंद्र और पागल तांत्रिक कर रहे थे ,और गांव के लोग मंत्र जप कर रहे थे , पूरा गांव मंत्र की आवाज से गुंजायमान होने लगा , और धीरे धीरे पुरे गांव के लोग मंत्र जाप करने लगे थे , अब हर कोई उस शैतान को मारना चाहता था ,बाकी लोग भी अपने अपने हिसाब से कुछ न कुछ क्रिया कर रहे थे ,उन्हे यह समझ आ गया था की आज यह शैतान नही मारा गया तो अगले पंद्रह दिन में तो वह आस पास के गांवों को भी शमशान घाट बन देगा , !!!
प्रेस मीडिया वाले बाहर खड़े अधिकारियों से पूछते हैं *" सर आप लोग यहां पिकनिक मनाने आए हैं क्या ,*"???
दूसरा कहता है *" ये क्या ढकोसला चल रहा है , अपराधी को खोजना छोड़ कर आप लोग तंत्र मंत्र का सहारा ले रहे हो ,ऐसा लगता है जैसे कुछ दिनों में पुलिस की जगह तांत्रिको की भर्ती होगी , ""!!
अधिकारियों को यहां के एस पी और इंस्पेक्टर वीर सिंह के अलावा नरेंद्र पर भी गुस्सा आता है , मीडिया के किसी बात का वह जवाब नही दे पा रहे थे ,क्योंकि वह सब खुद समझ नही पा रहे थे की यहां हो क्या रहा है, *"!!
मीडिया वाले गांव के लोगो से पूछते हैं ,की इतने लोगो को किसने मारा ,तो एक बताया *" शैतान ने मारा है ,बहुत खतरनाक है ,*"!!
रिपोर्टर पूछता है *" तुमने उसे देखा है ,*"!!
वह कहता है *" नही वो निरहू ने देखा बता रहा था बीस हाथ लंबा था , बड़े बड़े दांत थे ,*"!!
रिपोर्टर पूछता है *" निरहू कहां है ,उसे बुलाओ उस से ही पूछ लेते हैं *"!???
क्रमशः