भाग 6
शैतान ठाकुर साहब को बेड पर छोड़ अपने रूप में बाहर आता है, उसका भयानक रूप कोई भी देख लेगा तो कमजोर दिल का आदमी वहीं डर के मर जायेगा , शैतान शराब कि पूरी बॉटल एक बार मुंह से लगाता है और घट घट कर एक बार में नीचे उतरता है, उसके ट्रांसप्रेंट स्कीन से उसके गले से नीचे उतरता शराब एकदम साफ साफ दिखाई देता है, उसके अंदर दिल नही है ,इसीलिए उसे किसी न किसी शरीर का सहारा लेना पड़ता है,और इस बार वह किसी इंसानी शरीर का सहारा लेना चाहता था क्योंकि उसमे रहने से इंसानों को पकड़ना आसान रहता है, वह शराब गटक कर बॉटल रोशनदान से बाहर इतने तेज़ी से फेक्ता है कि वह कहां जाकर गिरा होगा पता नही, वह खाना देखता है फिर एकदम से टूट पड़ता है, और खा कर थाली भी फेकने वाला होता है फिर याद आता है कि यह नही फेकना चाहिए,वह उसे रखता है और फिर वह ठाकुर साहब के शरीर में प्रवेश कर जाता है, वह अधिक से अधिक आधे घण्टे ही बिना शरीर के रह सकता है, वह बेड पर लेट कर तुरंत ही सो जाता है ,!!
सुबह सुबह गांव में हल्ला मचा है ,पड़ोस के गांव के एक लड़के और लड़की कि लाश बहुत बुरी हालत में मिली है ,ऐसा लग रहा था जैसे किसी जंगली जानवर ने पूरे दरिंदगी से उन पर हमला किया था , लड़की और लड़के के गुप्तांग तक नोच लिए गए थे ,शरीर के कई हिस्सों से मांस गायब थे उनके गर्दन के मांस भी नोच लिए गए थे, जगत पुर के आस पास इलाको में बड़े भेड़िए बहुत हैं और वह पूरे समूह के साथ रहते हैं कम से कम 6 से 10 लोगो का समूह होता है, और उनके हाथ जो भी पड़ा चाहे पालतू जानवर या फिर इंसान वह उन्हे छोड़ते नही हैं ,जंगल पास में होने से कभी कभी भालू भी आ जाया करते हैं , इस से पहले करीब दो साल पहले भी इसी तरह कि घटना हुई थी एक जवान लड़की को भालू उठा ले गया था और फिर उसके साथ बुरी तरह से संभोग भी किया और उसके तलवे को चाट चाट कर घाव कर दिया था ताकि वह भाग ना सके ,एक ही दिन में वह लड़की मर गई थी ,और भेड़िए उसकी लाश को वहां से खीच कर बाहर ले आए थे उसकी भी लाश बहुत बुरी हालत में मिली थी अधिक तर हड्डी ही था मांस तो भेड़िए नोच गए थे उसके पहले भालू ने भी उसे काटा था, पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में भी यह बताया था की किसी भयानक जानवर ने इसके साथ संभोग किया था और कई जानवरो ने नोचा और खाया था, कुछ ऐसी ही हालत इन दोनो कि भी थी,जितने मुंह उतनी बातें थी ,पर वह पागल तांत्रिक तो खुले आम चिल्ला रहा था ये सब शैतान ने किया है जो ठाकुर साहब के शरीर में प्रवेश किया है,वह पूरे गांव को खा जायेगा अभी भी समय है वरना अमावस्या को वह ऐसा प्रकोप ढा देगा, कि गांव में रहना मुश्किल हो जाएगा,सभी उसको डांट कर भगाते है, उसी समय दरोगा वीर सिंह जीप में आते हैं वह गांव के लोगो से पूछ ताछ करते हैं सभी यही कहते हैं , कि जानवर का ही काम है परसो भालू खेत में दिखाई दिया था , वीर सिंह बहुत ही ईमानदार और सुलझे हुए ऑफिसर थे ,वह सिपाही के साथ बाग कि तरफ पैदल ही चलते हैं ,क्योंकि उन्हें पड़ोस के गांव में किसी ने बताया था कि उसने शाम को उन्हे बाग में घुसते देखा था, वह रास्ते पर खुद भी ध्यान से देखता है और सिपाही को भी ध्यान देने को कहते हैं, दोनो चलते हुए बाग की तरफ जा रहें हैं कुछ गांव वाले भी उत्सुकता वस पीछे लग लेते हैं और उसी समय सामने से पागल तांत्रिक आ जाता है ,और वह दरोगा से कहता है, ,"दरोगा साहब कहां बेवजह भटक रहे हैं, शैतान तो गांव में है उसे और कहीं खोजने की जरूरत नहीं है ,"!! तभी गांव वाले आकर उसे भगाते है और दरोगा साहब से कहते है, " साहब इसकी बातो पे मत जाना ,ये तो तांत्रिक बनते बनते पागल हो गया है, "!! ठाकुर साहब गांव वालो से दूर रहने को कहते हैं और आगे बढ़ते हैं बाग के अंदर जाने के बाद वह आस पास देखने लगते हैं ,थोड़ी ही दूरी चलने पर उन्हे एक झाड़ी कुछ झुकी हुई थी जैसे वाहन कुछ संघर्ष हुआ था ,वैसे तो कई बार जानवरो की लड़ाई से भी ऐसा होता है, वह पास जाते हैं तो ,उन्हे एक जगह पर खून के धब्बे दिखाई पड़ते हैं और वह भी अच्छे खासे थे, वह तुरंत ही फॉरेंसिक डिपार्टमेंट वालो को कॉल करता है , और वह जीप में बैठे हवलदार से किसी फोटो ग्राफर को बुलाने को कहता है ,और वीर सिंह अपने मोबाइल से भी फोटो खींचता है ,और वीडियो भी बनाता है, ,""!!
क्रमशः