भाग 24
केवल नाथ भूना गोश्त शैतान को देते हैं तो वह जल्दी जल्दी खाने लगते है ,वह जैसे जैसे खाता है ,उसके चेहरे कि रंगत बदलने लगती हैं ,!!
केवल नाथ काली से घर में भजन जोर से बजाने को कहते है,काली उनको देख सोचता है ऐसे क्यों कह रहे हैं ,उसने अभी तक शैतान का रूप देखा नही था वह भजन लगता है और आवाज तेज करता है तो केवलनाथ उसे अपने पास बुलाते है और ठाकुर साहब की ओर देखने को कहते हैं *!!
वह आकर ठाकुर साहब के कमरे में देखता है तो डर के मारे उसकी पैंट गीली हो जाती है ,वह साधारण सा रसोइया यह सोच भी नही सकता था कि ठाकुर साहब का ऐसा रूप भी हो सकता है ,!!
गोश्त खाते ही शैतान का चेहरा बदलने लगता है ,उसकी आंखे फैलने लगी थी ,वह ठाकुर साहब के शरीर से बाहर निकल कर खड़ा था , उसके शरीर का रक्त काला पड़ने लगा था चमड़ी नही होने कि वजह से उसके रग रग दिखाई पड़ रहे थे ,उसका दिल बाहर को लटका धड़क रहा था, उसके पैने नाखून भी काले पद रहे थे ,उसके रक्तरंजित दांत भी काले पड़ने लगे थे, यह उस अभिमंत्रित गोश्त का असर था , जो केवालनाथ ने खाने को दिया था, शैतान के अंदर बैचेनी बढ़ने लगती है तो वह जोर से चीखता है ,पर भजन की आवाज तेज होने के कारण उसकी आवाज उसमे दब गई, ,!
शैतान समझ गया कि उसे धोखा दिया गया,वह गुस्से से केवल को देखता है और कहता है*" मैं तुम लोगो को जिंदा चबा जाऊंगा ,*"!! उसका चेहरा गुस्से में और भयानक हो जाता है,काली तो बाथरूम भाग गया था वरना अभी का रूप देख तो वह घर छोड़ कर भाग जाता ,वैसे भी वह अभी रुकेगा की नही यह तो उसके बाहर आने के बाद ही पता चलेगा, *"!
पागल तांत्रिक शैतान से कहता है, *" तु खुद बच जा फिर हमें चबाना, बेटा दो दिन और आराम कर ले ,*"!!
शैतान का शरीर ऐंठने लगता है, दरअसल केवल नाथ ने उस पर मारक शक्ति का उपयोग किया था, जिस से वो मरेगा तो नही क्यों की शैतान या भूत प्रेत मरते नहीं उन्हे भस्म करना पड़ेगा , हां उस शक्ति से इनकी शक्तियां क्षीण हो जाती है, शैतान एकदम से व्याकुल होकर कमरे में तेजी से चहल कदमी करने लगता हैं, !!
काली बाथरूम से बाहर निकल कर अपने कपड़े बदल कर पीछे कि ओर जाता है और सीता देवी को फोन करता है, !!
सीता देवी फोन उठाती हैं तो वह फोन पर मालकिन बोल कर रोने लगता है तो सीता देवी हैरान होकर बार बार पूछती हैं *" क्या हुआ काली ,क्यों रो रहे हो ,मालिक तो ठीक है ना तुम्हे हैरान तो नही किया उन्होंने, *"!?
वह जोर जोर से रोने लगता है और कहता है ,*" मालिक तो है ही नही उनकी लाश है ,*"!!
सीता देवी चीख कर कहती हैं*" तेरा दिमाग खराब हो गया है सनक गया है क्या बकवास कर रहा है ,*"!?
सीता देवी की चीख सुन ज्योति और सर्वेश भी सीता देवी के पास आ जाते हैं, सीता देवी की आंखो में आंसु आते हैं, !!
काली कहता है,*" मालकिन ,मालिक तो उसी दिन चले गए थे ,ये तो शैतान हैं ,मैने खुद अपनी आंखो से देखा है ,गुरुजी के सामने ही वह शैतान अपने असली रूप में दिख रहा था, *!!
सीता देवी सकते में आ जाती हैं उनके हाथ से फोन गिरता है तो सर्वेश फोन उठाकर पूछता है*" हेलो काली ,क्या हुआ क्या बोला तुमने मम्मी से ,*"!!?
काली सब कुछ उस से कहता है, सर्वेश के तो काटो तो खून नहीं वाली स्थिति हो जाती हैं , काली बात कर रहा था तभी केवल नाथ उसको बात करते देख लेते हैं, और फोन मांगते हैं,काली रोते रोते फोन देता है ,!!
केवल नाथ फोन पर बात करते हैं*" हैलो ,*"!!
सर्वेश गुरुजी कि आवाज सुन कहता है " गुरु जी यह सब क्या बक रहा है, *"!?
केवल नाथ कहते हैं*" सच है बेटा ,मुझे तो पहले दिन ही पता चल गया था, पर मुझ पर किसी को विश्वास नहीं होता इसलिए नही कह पाया ,मैने वह ताबीज और जो पूजा किया था इसी लिए किया था, *"!!
सर्वेश की आंखे भर आती है ,ज्योति अभी तक समझ नहीं पा रही थी कि क्या हों रहा है, केवल नाथ सर्वेश से कहता है,*" आप सब परसो जल्दी आ जाना उस दिन इस शैतान को हम भस्म करके ठाकुर साहब की आत्मा को मुक्त कराएंगे, *"!
वह फोन रखते हैं,काली बोलता है ,*" गुरु जी मैं क्या करूं मुझे तो बहुत डर लग रहा है, *"! केवल नाथ कहते हैं*" मेरे रहते तुझे कुछ नही होगा , तु हमारे साथ ही रहना,इधर उधर मत जाना और ताबीज तो पहने ही है ना,*"!! काली हां में सर हिलाता है, केवल नाथ उसको लेकर अंदर जाता है ,!!
शैतान गुस्से में इनको देख रहा है ,उसका पूरा शरीर काला पड़ गया था,!!!