भाग 38
वीर सिंह की गाड़ी शैतान को भी दिखाई देती हैं तो वह उसकी ओर बढ़ने की कोशिश करता है तो वह चलने लगता है , क्योंकि वह रास्ता गांव के अंदर जाने वाला है ,जबकि उसे तो इनसे दूर जाना था ,*"!!!
वीर सिंह एस पी साहब को कॉल कर कहता है ,*" सर वह शैतान मेरे गाड़ी कि ओर आ रहा है,उसने हमे देख लिया है ,*"!!
एस पी साहब कहते हैं ,"" तुम जल्दी से गाड़ी टर्न करो और यहां आ जाओ मैं गुरु जी को बता रहा हूं,*"!!!!
वीर सिंह का ड्राइवर बहुत तेज़ी से गाड़ी को यू टर्न करता और गांव की ओर भगाता है तो ,शैतान भी तेजी से उसकी ओर आता है , वह इतनी तेज़ी से आता है ,की जीप के बराबर दौड़ने लगता है ,तो अपने बचाव के लिए वीर सिंह उस पर फायरिंग करता है , गोलियां तो इस लड़के के शरीर को नुकसान पहुंचा रही थी पर शैतान को तो कुछ भी नही हुआ था, वह तेज़ी से गाड़ी में घुसने का प्रयास करता है तो ड्राइवर जोर से ब्रेक मारता है , जिस कारण अपनी झोंक में आगे बढ़ जाता है , और सामने के पेड़ पर टकराकर गिरता है , *"!!!
ड्राइवर गाड़ी उसके ऊपर चढ़ा कर गाड़ी भगाता है , लड़के का शरीर पूरी तरह से कुचल जाता है , *"!!!
शैतान को बहुत क्रोध आता है पर अब वह शरीर उसके किसी काम का नही है तो वह अपनी मायावी शक्ति से एक कुत्ते का रूप धारण कर गाड़ी के पीछे भागता है , !!!!
एस पी साहब केवल नाथ के पास पहुंच कर बताते हैं *" गुरु जी वह शैतान तो वीर सिंह के पीछे पड़ गया है ,वह उसको नुकसान पहुंचा सकता है ,*"!!!
तब तक उन्हे गोलियों की आवाज़ भी सुनाई पड़ चुकी थी ,!!
एस पी कहता है ,*" में उसकी ओर जा रहा हूं आप देखिए उसे कुछ होने न पाए , *"!!!
वह भागते हैं ,सर्वेश वही रुकता है , थोड़ी ही देर में गांव वाले भी रास्ते पर आ जाते हैं , वह तेज़ी से आती हुई जीप को देखते है, और उसके पीछे भयानक कुत्ते को देख समझ जाते हैं की ये जरूर शैतान होगा सभी लाठी डंडा और तलवार गड़ासा लेकर ऊस और भागते हैं , *""!?
वीर सिंह की जीप आगे बढ़ती है ,शैतान उसके पीछे भागता है तब तक पूरे गांव की भीड़ आ जाती है और उसे लाठी गड़ासा तलवार सभी से मारने का प्रयास करते हैं तो वह अपना विशाल रूप धारण कर लेता है,उसका भयंकर रूप देखकर आधे लोग डर कर भाग जाते हैं ,एक आदमी जो बहुत अधिक उछल रहा था वह उसकी गर्दन पकड़ लेता है और उसके गर्दन में दांत गड़ाने लगा ,सभी चीखने लगते हैं कुछ लोग फिर भी हिम्मत करके उसे बचाने का प्रयत्न करने लगते हैं , "!!!!
केवल नाथ मंत्र पढ़कर अक्षत ठाकुर साहब के शव पर फेकते हैं तो शैतान छटपटा उठता है ,और उसके हाथ से वह आदमी छूटता है और छूटते ही वह इतनी तेज़ी से उल्टी तरफ भागता है की सभी देखने लग जाते हैं, तभी पागल तांत्रिक भी मंत्र पढ़कर सरसो फेकते हैं तो शैतान एकदम तड़प सा उठता है , क्रोधित वह जोर से चीखता है,,!!!
सभी लोग घबरा कर भागते है, वीर सिंह गुरु जी के पास पहुंचते हैं, गुरु जी फिर से अक्षत फेकते हैं तो शैतान एकदम से व्याकुल हो कर चीखता है ,और तेज़ी से उस और बढ़ता है जहां पूजा हो रही है,*"!!!
जो लोग वो उसे मारने गए थे ,वह सब दूर से ही उसे देख रहे हैं ,क्योंकि सबने ये देख लिया था की उसके ऊपर उनके हथियार का कोई असर नही होने वाला है,!!!
शैतान जैसे ही ,एक हजार मीटर पर रह जाता है तो अचानक से एक दम तेज रोशनी चारो ओर से हो जाती है ,शैतान की आंखे एकदम से बंद सी हो जाती हैं, वह अपनी आंखे खोल नही पा रहा था ,*"!?
केवल नाथ फिर से मंत्र पढ़ कर इस बात एक मुठ्ठी सरसो रास्ते की ओर फेकते हैं ,तो शैतान न चाहते हुए भी उसी और चलने लगता है ,वह क्रोधित हो कर एक पेड़ को ही तहस नहस कर देता है , *"!!
केवल नाथ उसकी चिंघाड़ सुन कर एक मुर्गे को काटकर उसका रक्त ठाकुर साहब के शव पर डालते हैं ,और जोर जोर से मंत्र पढ़ते हैं , गांव के लोग भी जोर जोर से मंत्रोचार करने लगते हैं और चारो ओर मंत्र के जपने की आवाज ही गूंजने लगती है,*"!!!
एक युवक कहता है ,*" ये ससुरा एक शैतान इतना परेशान कर दिया तो सोचो राम जी के समय तो पूरे राक्षस ही थे, उन लोगो ने रामजी को कितना परेशान किया होगा ,*"!!!
दुसरा कहता है *" रामजी के साथ हनुमान जी थे और पूरी वानर सेना थी ,लक्ष्मण थे ,सभी देवी देवताओं का साथ था आशीर्वाद था ,*"!!!
तीसरा बोलता है*" यहां तो एक ही शैतान ने तो हड़कंप मचा दिया है , और जीना हराम कर दिया है , ,*"!!!
शैतान धीरे धीरे पीछे खसाकने का प्रयत्न करने लगता है ,*"!!!
क्रमशः